बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 जुलाई। शासकीय पूर्व माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खाती में शिक्षकों की कमी से परेशान होकर मंगलवार को विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। स्कूल में सुबह 10 बजे छात्र-छात्राओं ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और स्कूल परिसर के बाहर धरने पर बैठ रहे। बीईओ व डीईओ की समझाइश असफल रही, विद्यार्थी शिक्षकों की मांग को लेकर जिद पर अड़े हैं और आज दूसरे दिन भी तालाबंदी कर स्कूल के बाहर धरने पर है। समाचार लिखे जाने डेढ़ बजे तक धरना जारी है।
वहीं दूसरी ओर ग्राम भटगांव के स्कूल को युक्तियुक्तकरण करने के विरोध में ग्रामीण सामने आ गए हैं। ग्रामीणों ने इस संबंध में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।
शासकीय पूर्व माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खाती स्कूल के सामने मंगलवार को विद्यार्थियों ने मोर्चा खोल दिया। शिक्षकों की कमी की वजह से परेशान विद्यार्थियों का कहना है कि विद्यालय में अंग्रेजी और रसायन जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं, जिससे उनके भविष्य पर संकट गहराता जा रहा है। पिछले वर्ष का परीक्षा परिणाम बेहद खराब रहा और इस वर्ष भी स्थिति जस-की-तस बनी हुई है।
विद्यार्थियों ने घेरे जिला शिक्षाधिकारी के वाहन
मनाने के लिए आए जिला शिक्षा अधिकारी वापस लौटने लगे तो विद्यार्थियों ने उनके वाहन को घेर लिया और हमें शिक्षक चाहिए के नारे लगाए। कुछ समय तक पूरा स्कूल परिसर के बाहर नारों से गूंजता रहा। ग्राम पंचायत के सरपंच अशोक कुमार मिर्जा ने बताया कि शिक्षा विभाग सहित जनप्रतिनिधियों को कई बार आवेदन दे चुके हैं, इसके बाद भी पिछले चार वर्षों से यहां शिक्षकों की कमी बनी ही हुई है।
विद्यार्थियों ने कहा, जारी रहेगी तालाबंदी
विद्यार्थियों ने स्पष्ट कह दिया कि जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता ये तालाबंदी नहीं हटेगी। स्कूल में ग्राम अकोला, मटिया, सौरी, धिवरी, खाती, कुरूद, पतोरा व भूखंडी के विद्यार्थी यहां पढऩे आते हैं। विद्यार्थियों को बीते कई साल से शिक्षकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
विद्यार्थी अडिग, अफसार समझाने में रहे असफल
तालाबंदी की खबर मिलते ही बीईओ निलेश कुमार चंद्रवंशी मौके पर पहुंचे और समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन जब विद्यार्थी नहीं माने तो जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे, तहसीलदार प्रदीप तिवारी और थाना प्रभारी थानखम्हरिया स्वयं स्कूल पहुंचे और समझाने की कोशिश की। फिर भी छात्र अपनी मांगों पर अडिग रहे।
विद्यार्थियों ने कहा कि बाकी विषयों के गुरुजी हैं, लेकिन अंग्रेजी और रसायन के बिना हम आधे-अधूरे हैं। केवल दो शिक्षकों की नियुक्ति चाहिए, फिर स्कूल में लगाए ताला को खोल दिया जाएगा।
नहीं मान रहे विद्यार्र्थी
जिला शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे ने बताया कि सभी विषय के शिक्षक हैं। शालाओं के युक्तियुक्तकरण के बाद मिडिल के शिक्षक जो एमएससी किए हैं, वह पात्र हैं। वह भी हाईस्कूल पढ़ा सकते हैं। शिक्षकों की व्यवस्था करने को लेकर चर्चा की, लेकिन छात्र जिद में अड़े हुए हैं।
ग्राम के उपसरपंच नेमीचंद साहू ने बताया कि पिछले वर्ष खाती स्कूल का परीक्षा परिणाम बहुत ही दयनीय रहा है। आधे से ज्यादा बच्चे अनुत्तीर्ण हुए हैं। इसी बात की चिंता को लेकर छात्र अब सडक़ पर उतर आए हैं।
प्रायमरी को मिडिल में मर्ज का विरोध
वहीं साजा विधानसभा के ग्राम भटगांव में 1949 से संचालित 200 दर्ज संख्या वाले प्रायमरी स्कूल को मिडिल स्कूल में मर्ज करने का पुरजोर विरोध किया है। यहां के ग्रामीणों ने मंगलवार को जिला प्रशासन को आवेदन सौंपा है, जिसके अनुसार 1949 से संचालित प्राथमिक स्कूल में 200 विद्यार्थी है। भवन की स्थिति जर्जर होने की वजह से स्कूल का संचालन मिडिल स्कूल के भवन में किया जा रहा है। प्रायमरी स्कूल को मर्ज करने का ग्रामीणों ने विरोध किया है और इसे निरस्त करने की मांग की है। निरस्त करने का मांग करने वालों में खम्हन सिंह राजपूत, बलीराम साहू, दुधेराम, मिलउ राम व हेमासाहू सहित अन्य ग्रामीण शामिल हैं।