बेमेतरा

पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है तालाब का गंदा पानी-प्रज्ञा
19-Apr-2025 3:04 PM
पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा  है तालाब का गंदा पानी-प्रज्ञा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 अप्रैल। 
जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों जल संकट ने भयावह रूप धारण कर लिया है। भोइनाभाटा, मोहतरा, नवागाँव, खुदमुड़ी, पेड्री , बालसमुंद और झिरिया से तुमा तक के क्षेत्रों में पानी की भारी किल्लत ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।भूजल स्तर में भारी गिरावट के कारण सभी बोरवेल और कुएँ सूख गए हैं। ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को पीने के पानी के लिए 4-5 किलोमीटर दूर तक जाना पड़ रहा है। लोगों को मजबूरन तालाब का गंदा पानी पीना पड़ रहा है, जिससे डायरिया, टाइफाइड और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

 

 

प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ग्राम बालसमुंद की महिला कविता चौहान ने बताया, द्यहमें रोज सुबह 4 बजे उठकर पानी लेने जाना पड़ता है। कई बार तो हमें पूरे दिन में सिर्फ एक बार ही पानी मिल पाता है।

प्रज्ञा ने प्रशासन से रखी माँगें - तत्काल प्रभाव से प्रभावित गाँवों में टैंकरों के माध्यम से पीने के पानी की आपूर्ति की जाए। सूख चुके बोरवेल और कुओं की मरम्मत की जाए अथवा नए जल स्रोतों का निर्माण किया जाए।   जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के लिए दीर्घकालीन योजनाएँ बनाई जाएँ।   प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर जलजनित बीमारियों की रोकथाम की जाए।  


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