बेमेतरा
स्कूलों में मिड डे मील के लिए पानी नहीं, शिवनाथ सूखी, खम्हरिया यूनिट के बंद होने से 44 गांवों में सप्लाई बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेेेमेतरा, 29 मार्च। पेयजल संकट की वजह से आम जनजीवन, स्कूल और कार्यालयों की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। नदी में जलस्तर कम होने से बेमेतरा एवं खम्हरिया समूह पेयजल योजना की सप्लाई बंद हुई है। पेयजल व निस्तारी के लिए अब केवल मोगरा बैराज से शिवनाथ नदी में छोड़े गए पानी के आने का इंतजार है। शहर में रात तीन बजे भी लोग पानी टैंकर आने की राह देख रहे हैं। हालत को देखते हुए नगर पालिका द्वारा रात दिन पेयजल सप्लाई के लिए प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी हो कि जिले में औसत बारिश से कम बारिश होने व नदी-नालों के रित जाने की वजह सें गंभीर पेयजल संकट की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय के 34 हजार लोगों के लिए जलसंकट विकराल रूप ले रहा है। लोगों की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि रात 12 से 3 बजे तक भी लोग पानी टैंकर आने के बाद पानी भरने के लिए बेबस हैं।
कई वार्ड के लोगों को निस्तारी के लिए गिर गांव के नदी, बांध व तालाब जाना पड़ रहा है। नगर के 21 वार्ड के 60 सरकारी पॉवर पंप बंद हो चुके हैं। वहीं शहर में जलस्तर लगातार गिरते हुए 300 फीट से नीचे जा चुका है। हालत ये है कि शहर के भीतर ही 250 से अधिक घरेलू पॉवर पंप बंद हो चुके हैं। आने वाले दिनों में पंप बंद होने की संख्या में इजाफा होने की आशंका है।
बेमेतरा ब्लॉक समेत 24 स्कूलों का पॉवर पंप और हैडपंप सूखे
बताना होगा कि शैक्षिक सत्र के दौरान कक्षा एक से लेकर चौथी और कक्षा छठवी, सातवी, नवमी एवं ग्याहरवी की मुख्यपरीक्षा के लिए समय सारिणी घोसित की गई है। पूरे अप्रैल माहभर स्कूलों में परीक्षाएं आयोजित होंगी। जिले के प्राथमिक व मिडिल स्कूलों में मिड डे मिल सतत चालू है, जिस पर जलसंकट का साया पडऩे लगा है। जिले के कई स्कूलों में मध्याह्न भोजन दूरदराज से पानी लाकर बनाया जा रहा है।
जिला मुख्यालय के अंदर संचालित कोबिया के प्राथमिक, मिडिल स्कूल के छात्रों के लिए बनाए जा रहे भोजन के लिए छात्रावास से पानी लाया जा रहा है। बच्चे स्वयं बॉटल से अपने लिए पानी लाते हैं।
इसी तरह नवीन स्कूल वार्ड 11 में भी जलस्तर कम होने से पंप बंद हो चुका है। बेमेतरा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल भुरकी, फरी, प्राथमिक स्कूल निनवा, प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल, खुड़मुड़ी, प्राथमिक स्कूल एवं पूर्व माघ्यमिक कुसमी, जेवरी, लोलेसरा, बैजी, प्राथमिक स्कूल व पूर्व माध्यमिक बावामोहतरा और राउरपुर में पंप बंद हो चुके हैं, जिससे पेयजल संकट की स्थिति है। बेरला ब्लॉक के कुम्ही, बोहारडीह एवं सोरला में पंप बंद हो चुका है। कुसमी नगर पंचायत के चार स्कूलों में पेयजल नहीं है, जिसमे आत्मानंद स्कूल, मिडिल बालक स्कूल, कन्या मिडिल स्कूल, प्राथमिक स्कूल में पेयजल सप्लाई प्रभावित है। जिसे देखते हुए निकाय को पानी टैंकर उपलब्ध कराने का मांग की गई है। साजा ब्लॉक के चार स्कूलों में जलस्तर गिरने से संकट की स्थिति है, जिसमें मोहतरा के प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल, गाहिरा का प्राथमिक स्कूल व एक अन्य स्कूल शामिल हैं। नवागढ़ ब्लॉक के स्कूलों में भी जलसंकट गहराने लगा है। बीईओ लोकनाथ बांधे ने बताया कि सभी संकुलों से जानकारी मंगाई जा रही है। फिलहाल एक स्कूल में जलसंकट होने की जानकारी मिली है। बहरहाल जलसंकट गहराने से समस्याए बढऩे लगी है।
शिवनाथ नदी के अमोरा व खम्हरिया एनीकट में पानी खत्म, सप्लाई बंद
शिवनाथ नदी में मोगरा बैराज से छोड़ गया पानी पहुंचने के अभाव में अमोरा एनीकट पर बने बेमेतरा इंटकवेल में पानी नहीं पहुंचा पा रहा है, जिसकी वजह से लगातार चौथे दिन जिला मुख्यालय यानी बेेमेतरा पेयजल आवर्धन योजना के तहत बेमेतरा की सप्लाई बंद रही। वहीं ग्राम खम्हरिया एनीकट का फिल्टर प्लांट भी बंद हो चुका है।
बताया गया कि जैसे-तैसे कर गुरुवार को सप्लाई की गई थी, पर शुक्रवार को यूनिट पूरी तरह बंद करना पड़ा।
यूनिट बंद किए जाने की वजह से इस योजना के तहत लाभान्नित 44 गांवों में मीठे पानी की सप्लाई थम गई है। पीएचई लोंटारे ने बताया कि शिवनाथ में पानी नहीं है इसलिए बंद किया गया है। नदी पर कुम्हीगुडा एनीकट का गेट खोलने से ग्रामीण इंकार कर रहे हैं। इस स्थिति में मोगरा बैराज का पानी आने के बाद ही खम्हरिया व बेमेतरा शहर की योजना के तहत आपूर्ति हो सकेगी।


