बेमेतरा

बेमेतरा में भीषण जल संकट, टैंकर के भरोसे प्यास बुझाने की कोशिश
22-Mar-2025 1:54 PM
बेमेतरा में भीषण जल संकट, टैंकर के भरोसे प्यास बुझाने की कोशिश

लोगों को जरूरत का आधा भी नहीं मिल रहा पानी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 22 मार्च। जिला मुख्यालय में दशकों बाद भीषण पेयजल संकट की स्थिति निर्मित हो गई है। वार्डों में सप्लाई के लिए पानी टैंकर के पहुंचते ही लोगों की भीड़ लग जाती है। शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से घटने लगा है। जिससे मीठा पानी सप्लाई की योजना से केवल एक टाईम का पेयजल लोगों को उपलब्ध हो पा रहा है। हालत को देखते हुए गर्मी बढऩे के साथ जलसंकट और गहराने का खतरा बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि 34 हजार से अधिक आबादी वाले शहर में गर्मी के शुरुआत में ही जलसंकट की स्थिति निर्मित हो गई है। नगर पालिका के सूत्रों के अनुसार प्रतिदिन शहवासियों को 22 लाख लीटर पानी की जरूरत पड़ रही है। जिसमें से वर्तमान में उपलब्ध 13 लाख 50 हजार क्षमता वाले तीन पानी टंकी एवं 92 पावर पंप के सहारो लोगों केा बमुश्किल 16 लाख लीटर पानी ही उपलब्घ हो रहा है। पालिका की टीम द्वरा केवल 4 टेंकर से 56 फेरी लगाकर लोगों के लिए जरूरत के लायक पानी पहुचाने का प्रयास किया जा रहा है। जिला मुख्यालय के 38 सौ घरेलू नल कनेक्शन व 600 व्यवासायिक कनेक्शन हैं, जिसमें में अपेक्षा से कम पानी आ रहा है।

धार पतली, टंकी भरने में लग रहा अधिक समय

 अमोरा एनीकेट के पास बेमेतरा पेयजल जल आवर्धन योजना के लिए बने इंटेकवेल के पास बस केवल नाम मात्र पानी है। इंटेकवेल के चार में तीन वाल्व बाहर आ चुके हैं, केवल एक वाल्व जलस्तर के करीब है, पर नदी का पानी उससे दूर हो चुका है।

‘छत्तीसगढ़’  द्वारा इस तरह की विकट स्थिति आने की संदेह पूर्व से जाहिर किया जा चुका है पर जिम्मेदारों को द्वारा शिवनाथ नदी में मोगरा बैराज से पानी छोडऩे की दिशा में ध्यान नहीं दिया गया। जिसकी वजह से पूर्व की अपेक्षा संकट अधिक गहराने लगा है। वर्तमान में हालत ये है कि फिल्टर प्लांट से पानी कम हवा ज्यादा आने लगा है, जिसके कारण पानी टंकियों में पानी भरने में अधिक समय लग रहा है।

वार्ड 2 में देखते ही खाली हो गया पानी टैंकर

नगर पालिका के वार्ड 2 शिवमंदिर के समाने करीब एक बजे पानी टेंकर के पहुचते ही लोगों के हुजूम ने पानी टेंकर को चारो तरफ घेर लिया। मौके पर 6 साल की बच्ची से लेकर 65 साल के बुजुर्ग भी पानी के लिए भारी जद्दोजहद करते रहे। जिला मुख्यालय में इस तरह की स्थिति पहली बार निर्मित हुई है। लोगों की भीड़ जलसंकट की स्थिति बया कर रही है । वार्ड-1 निवासी गोपाल निर्मलकर ने बताया कि सडक़ के दूसरे छोर पर पानी टैंकर नहीं आता। इसलिए इधर आना पड़ता है। वार्ड के माखन वर्मा ने बताया कि टैंकर के आने से कुछ हद तक काम चल जाता है पर दिनचर्या के लिए पर्याप्त पानी नही मिल पाता है। युवा लव वर्मा ने समस्या को विकट बताया । वार्ड 2 के मोहन वर्मा ने बताया कि इस बार पानी की भारी समस्या है। वार्ड 1 में स्थित तलाब से ही निस्तारी का काम हो पाता है। पानी ले जा रही मधु पांडे ने सुबह से ही पानी लाने की चिंता लगी रहने की बात कही ।

ऐनिकट की स्थिति देखकर लौटा हूं - विजय सिन्हा

नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बताया कि शिवनाथ नदी में अमोरा ऐनिकट के पास जलस्तर कम होने की जानकारी मिलने पर मौके पर अधिकारीयों के साथ पहुचे थे । इंटकवेल के पास पानी कम है। इसी तरह की स्थिति रही तो आने वाले समय में अधिक समस्या होगी । सक्षम अधिकारीयो को इस समय पूर्व समस्या का निराकरण करने के लिए कहा गया है। नगर में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। नगर इन दिनों भारी जलसंकट के दौर से गुजर रहा है।

इस विकट स्थिति में जलापूर्ति के इंतजाम के संबंध नगर पालिका के प्रभारी इंजिनियर भोलाराम पटेल से जानकारी लेने का प्रयास किया गया पर उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।


अन्य पोस्ट