बेमेतरा

शिवालयों में हर-हर महादेव के साथ गूंजा पंचाक्षरी मंत्र
27-Feb-2025 3:31 PM
शिवालयों में हर-हर महादेव के साथ गूंजा पंचाक्षरी मंत्र

महाशिवरात्रि पर सुबह से मंदिरों में भक्तों का तांता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 फरवरी।
महाशिवरात्रि पर जिले के विभिन्न स्थानों पर मेले का आयेाजन किया गया। जिला मुयालय में मानपुर शिव मंदिर में मेला लगा, जहां पर जिला मुयालय के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण अंचल से भी पहुंचे। जिले के भेडऩी, हाफनदी संगम, गोपालभैना, कारोकन्या मंदिर लिमाही, मैाली भाठा, चितावर दाई का मंदिर, आनंदगांव, लट्टीबाबा मंदिर व बहेरा शिव मंदिर में मेले का आयेाजन किया गया। 

देउर मंदिर सरदा, दहीमही, ऐतिहासिक शिव मंदिर ग्राम जौंग, धोरेघाट व तरपेागी में भी मेला लगाया गया। शिवालयों में दिन भर भक्त देवप्रिय वस्तु लेकर अभिषेक करने पहुंचते रहे।
जिला मुख्यालय में शिवमंदिर नया बस स्टैंड, माता भद्रकाली मंदिर, गंजपारा शिवमंदिर, कचहरी के सामने शिव मंदिर, बिजली कॉलोनी, पांडे तालाब व पुराना तालाब शिव मंदिर में लोग सुबह से ही दुग्धाभिषेक करने पहुंचे। ग्राम जौग के ग्रामीण रामाधार साहू, खुबीराम साहू व अश्वनी साहू ने बताया कि कई साल से उनके गांव में मेले का आयोजन किया जाता रहा है। इस साल भी आयोजन किया गया। मानपुर निवासी डॉ. अनिल रजक व पंचू साहू ने बताया कि मानपुर में 40 साल से मेला लगता आ रहा है। वार्ड के रामप्रसाद वर्मा, टेकराम, श्रीराम वर्मा भी पहुंचे।

हवन-पूजन के साथ मनाया महाशिवरात्रि का महापर्व
ग्राम चीजगांव में समस्त ग्रामवासियों के तत्वावधान में बुधवार को महाशिवरात्रि पर मेला का आयोजन किया गया। सुबह से ही मंदिर में शिव भक्तों की भीड़ देखने को मिली। भक्त मेला स्थल पर स्थित शिवालय में जल अर्पित किए। सुबह शिव पूजन के बाद दोपहर 12 बजे से हवन-पूजन पं. चेतन शर्मा ने कराया। मेले में कई तरह के सामानों की दुकानें लगाई गईं।
जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर ग्राम बहेरा के स्वयंभू शिव मंदिर में दर्शन के लिए आसपास के कन्हेरा लोलेसरा बैजी, कारेसरा, गांगपुर, धिवरी, बेमेतरा, खाती, अकोला समेत कई गांव के श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचे। जनपद सदस्य मिथलेश वर्मा, सरपंच भीमवर्मा, गोपी वर्मा, लक्ष्मण वर्मा, सत्तु पाटिल, रामानुज एवं भूरू ने मंदिर में विराजित स्वयंभू देवाधिदेव के दर्शन किए।

सहसपुर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, दो दिन के मेले का समापन 
अति प्राचीन शिवमंदिर सहसपुर जिसका निर्माण लगभग 13वीं से 14वीं सदी ईसवी के मध्य माना जाता है। तत्कालीन नागवंशी शासकों द्वारा निर्माण कराए गए मंदिर में महाशिवरात्रि पर दो दिन के मेले का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में 5 दिन का प्रवचन किया जा रहा है। मेले का समापन बुधवार को महाशिवरात्रि पर हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि खुजराहो शैली में बनाए गए मंदिर आठ स्तंभों पर आधरित है। मुय मंदिर का स्वरूप मंडप, अंतराल व गर्भगृह में विभक्त ह, जिसमें बाहरी दीवारों पर नक्काशी की गई है। पिछली भित्ति पर तीन मिथुन, षडभुजी नृतगणपति, सप्त अश्वरथ पर आसीन सूर्यदेव की प्रतिमा सहित कुछ जगहों पर खजुराहो स्वरूप आंशिक प्रतिमाएं भी हैं। वहीं अंदर गर्भगृह में शिवलिंग की प्राचीन प्रतिमा विराजमान है, जिसका आज जलाभिषेक करने के लिए गांव के साथ साथ दूरदराज से लोग पहुंचे।

लखना स्थित सोमनाथ मंदिर में भक्तों की लगी लंबी कतार 
रायपुर एवं बेमेतरा जिला के मध्य शिवनाथ खारून के संगम के पास ग्राम लखना के सोमनाथ मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन के लिए जिले के हजारों भक्त पहुंचे। उन्होंने बेलपत्र, चावल व जल चढ़ाया। इस दौरान लोगों ने परिवार के साथ पहुंचकर खारून व शिवनाथ नदी के संगम स्थल में नौका विहार का जमकर लुत्फ उठाया।

मेले में बच्चों के खिलौने, सहित मांदर, नंगाड़ा, आदि सामग्री की भी जमकर बिक्री हुई। मेले में शामिल होने गए डॉ. लालाराम साहू व नेमीचंद साहू ने बताया कि आस्था का केन्द्र होने की वजह से सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे।
 


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