बेमेतरा

शिवरीनारायण और गिरौदपुरी के धार्मिक महत्व को जाना
03-Feb-2025 2:11 PM
शिवरीनारायण और गिरौदपुरी के धार्मिक महत्व को जाना

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 3 फरवरी। डाइट में पांच दिवसीय योग शिक्षा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण के पंचम और अंतिम दिवस बताया गया कि योग ही हम सबके जीवन का आधार है। अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें पूरे दिन में कम से कम एक घंटे का समय शरीर को देना आवश्यक है। अंतिम दिवस योग उन्मुखीकरण कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों को शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत माता शबरी की जन्मस्थली शिवरीनारायण और महान संत गुरुघासी दास की तपोभूमि गिरौदपुरी का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।

इस दौरान प्राचार्य जेके घृतलहरे ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं योग से सम्बन्धित साहित्य प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि भाग दौड़ भरे जीवन में मन को शांत रखने के लिए योग जरूरी है। योग और खेलों के माध्यम से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास करें और बैगलेस डे के दिन बच्चों को नियमित रूप से योग प्राणायाम करवाये। उन्होंने कहा कि पावन तीर्थ स्थल गिरौदपुरी धाम, छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार जि़ले में स्थित एक प्रमुख तीर्थस्थल है. यह सतनामी पंथ के संस्थापक गुरु घासीदास की जन्मस्थली है. इस धाम में कई पवित्र स्थल हैं, जिनमें जैतखाम, चरण कुंड, अमृत कुंड, पंचकुंडी, और छाता पहाड़ शामिल हैं।   प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में भरत लाल साहू, दीपक कुमार यादव, रंजीता वर्मा, नीलिमा साहू ने बहुत सुंदर ढंग से प्रशिक्षण प्रदान किये।

 प्रशिक्षार्थियों में रामकुमार साहू, गोपेश्वरी साहू, अनिता भैना, शालिनी कुर्रे, सोमप्रभ श्रीवास, विजय पांडेय, वंदना लाउत्रे, प्रमिला गजपाल, उषा मानिकपुरी, मनीषा पुरैना, अखिलेश बनाफर, हेमंत साहू, देवकुमारी चतुर्वेदी, बाल हरि देवांगन, शंकर लाल साहू, पालेश्वर पटेल आदि शामिल थे।


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