बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 दिसंबर। केन्द्र सरकार के सहकार से समृद्धि योजनांतर्गत बुधवार को नवगठित बहुउद्देश्यीय पैक्स, डेयरी व मत्स्य सहकारी समितियों का शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मुख्यातिथ्य में किया गया। जिला स्तर का कार्यक्रम जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा बेमेतरा में आयोजित किया गया।
श्री शाह ने कहा कि देश के प्रत्येक पंचायत में कोई न कोई सहकारी समिति कार्यरत होगी। इसके अंतर्गत देशभर में 2 लाख नई सहकारी समितियों का गठन किया जायेगा। देश में प्रत्येक सहकारी समितियों का कप्यूटरीकरण किया जा रहा है। ये समिति बहुउद्देश्यीय रूप से कार्य करेंगी। इन समितियों को सीएससी केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है। सहकारी समिति के सदस्यों एवं कर्मचारियों को पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा।
इस अवसर पर मछली पालन विभाग, जिला सहायक संचालक, दिलीप साय सिरदार, बैंक के नोडल अधिकारी राजेन्द्र कुमार वारे, शाखा प्रबंधक एसके जांगड़े, वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक महेन्द्र कुमार तेकाम, सहकारी निरीक्षक रूपिका यादव, सहकारी निरीक्षक पल्लवी मेश्राम, सहकारी निरीक्षक वर्षारानी पटवर्धन, सहकारिता विस्तार अधिकारी विजय सिन्हा, सहकारिता विस्तार अधिकारी संदीप वर्मा आदि उपस्थित थे।
श्री शाह ने कहा कि समितियों में माइक्रो एटीएम स्थापित किये जा रहे हैं। इस कार्य से किसानों एवं समितियों की आर्थिक उन्नति होगी। पिछड़े वर्ग के विकास में सहकारी समितियों के गठन से उनके सामाजिक स्तर को सुधारने में मदद मिलगी। इसके अंतर्गत बेमेतरा जिले में नवगठित 7 मत्स्य सहकारी समितियों को पंजीयन प्रमाण पत्र एवं केसीसी कार्ड का वितरण किया गया। सहकारिता विभाग से सहायक आयुक्त सहकारिता एके सिंह ने सहकार से समृद्धि तक के अंतर्गत नवगठित समितियों के गठन एवं उनके उद्देश्य पर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने जानकारी दी कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक पैक्स, डेयरी, मत्स्य सहकारी समिति का गठन किया जाना है। सहकारी समितियों के माध्यम से आमजन की अधिक से अधिक आवश्यकताओं की पूर्ति कराना है। उन्होंने बताया कि जिले में 102 सहकारी समितियों में सीएससी केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं। उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जिले की तीन सेवा सहकारी समिति परपोड़ी, चेचानमेटा एवं भैंसा को स्मृति चिन्ह देकर समानित किया गया। सेवा सहकारी समिति के समिति प्रबंधक विनोद राजपूत को संस्था द्वारा जन औषधि केन्द्र के संचालन के लिए समानित किया गया।


