बेमेतरा
कांग्रेस ने जताया विरोध, व्यवस्था में सुधार होने तक मीटर लगाने पर रोक की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 दिसंबर। बिजली चोरी रोकने व बिलिंग को सुविधाजनक बनाने के लिए बिजली कंपनी द्वारा घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। स्मार्ट मीटर आम लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है। उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिजली बिल भेजा जा रहा है, जिसमें एक उपभोक्ता को 1 लाख 94660 रुपए का बिल भेजा गया है। वहीं कई उपभोक्ताओं को 40 से 50 हजार रुपए तक का बिल भेजा गया है। परेशान उपभोक्ता बिजली दतर के चक्कर लगा रहे हैं। यही हाल दर्जनों उपभोक्ताओं का है, जो बिल को लेकर अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं। बिजली कंपनी ने प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगा दिया है पर अपनी व्यवस्था स्मार्ट नहीं बना सके हैं। मीटर से जुड़ी शिकायत का निदान करने की भी व्यवस्था बिजली कंपनी के पास नहीं है। बता दें कि अभी कंपनी प्री-पेड मीटर लगा तो रही है पर अभी इसकी शुरूआत नहीं हुई है। अभी मैनुअली बिल दिया जा रहा है।
90 हजार में सिर्फ 9300 उपभोक्ताओं के घर लगे मीटर
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बेमेतरा डिवीजन में घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ताओं की संया 90 हजार है। लगातार विरोध के कारण अब तक सिर्फ 9300 मीटर लगा पाए हैं। मीटर लगाने में बिजली अधिकारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में लोग स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हो रहे हैं।
अनाप-शनाप बिजली बिल भेजे जाने से उपभोक्ता परेशान
वार्ड 21 निवासी नोहर वर्मा के घर का बिजली बिल 40 हजार 800 रुपए आया है। अधिकारियों से जवाब संतोषजनक नहीं मिलने से उपभोक्ता में नाराजगी है। बिल को चेक किया जा रहा है कहकर लौटा दिया गया। इसीप्रकार वार्ड 20 निवासी शशांक दुबे का बिजली बिल 40 हजार आया है। उपभोक्ता के अनुसार स्मार्ट मीटर लगने के बाद परेशानियां बढ़ी हैं। पूर्व में 300-400 रुपए तक की बिजली बिल आता था। वे इतना ज्यादा बिजली बिल पटाने की स्थिति में नहीं हैं। एक और हितग्राही खेमनलाल ने बताया कि उसके घर का बिजली बिल 8 हजार रुपए आया है। हालांकि अधिकारी से शिकायत करने पर 4 हजार रुपए बिजली बिल कम किया गया। हर समय ऐसी स्थिति बने रहने पर हमारी परेशानी बढ़ेगी। इसीप्रकार वार्ड 21 निवासी तुगन राजपूत का बिजली बिल 1 लाख 94 हजार रुपए आया है। ऐसी स्थिति में उपभोक्ता हैरान परेशान है कि इतना ज्यादा बिजली बिल कैसे आया है। इसकी जानकारी अधिकारी को दी गई है। निराकरण का आश्वासन दिया है।
बिजली बिल हाफ योजना का नहीं मिल रहा लाभ
छत्तीसगढ़ में घर-घर बिजली पहुंचाने के लिए लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहा है। बिजली कंपनियां बिजली चोरी रोकने और बिजली खपत पर नजर रखने का कारगर उपाय बता रही हैं लेकिन उपभोक्ता और विपक्षी दल इन दावों को खोखला बता रहे हैं। वहीं पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में राज्य सरकार की योजना के तहत हाफ बिजली बिल योजना का लाभ मिल रहा था लेकिन वर्तमान में हाफ बिजली बिल योजना का लाभ मिलना तो दूर उपभोक्ताओं को हजारों रुपए का बिल भेजे जा रहे हैं। जबकि उपभोक्ताओं का बिल 300, 400, 500 रुपए तक आता था।
शिकायत का करेंगे निराकरण
एई गुलाब साहू ने कहा कि कुछ उपभोक्ताओं की शिकायत मिली है, जिसका निराकरण किया जा रहा है। लोगों को स्मार्ट मीटर लगाने के लिए खुद से सामने आना चाहिए।


