बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 अक्टूबर। देश में इंदिरा गांधी ने 1975 में लगाये आपात काल के दौरान तानाशाहीपूर्वक निरुद्ध किये गए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा समान करते हुए लोकतंत्र सेनानी समान निधि प्रदान किया जा रहा है।
अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के संयोजक सौरभ निर्वाणी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर, इमरजेंसी के दौरान निरुद्ध हुए मीसा बंदियों के दिवंगत हो जाने पर राजकीय समान के साथ अंत्येष्टि किये जाने की मांग रखी थी। अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा की मांग पर साय कैबिनेट ने मुहर लगाते हुए राज्य में लोकतंत्र सेनानियों की अंत्येष्ठि राजकीय समान के साथ करने के साथ साथ 25 हजार की अंत्येष्टि राशि देने की भी घोषणा की है।
इस पर राज्य भर के 320 लोकतंत्र सेनानियों ने सरकार का आभार व्यक्त किया है। लोकतंत्र सेनानी अधिवक्ता हृदयनारायण निर्वाणी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने का आभार जताते हुए कहा कि उस दौर में जब हम सब संघ के स्वयं सेवक तानाशाही का विरोध करते हुए महीनों जेल में रहे तो इस आकांक्षा से नहीं थे समान होगा। बल्कि वह देश बचाने, लोकतंत्र को बचाने तानाशाही के विरोध में उठाया गया कदम था। भाजपा के मुख्यमंत्री सरकार में बैठे लोग आज हमारे कामों को समाज में रेखांकित कर रहे हैं।


