बेमेतरा

मजगांव में जमीन बिकने के पहले भी हुई है जमीन की अदला-बदली
11-Oct-2024 4:02 PM
मजगांव में जमीन बिकने के पहले भी हुई है जमीन की अदला-बदली

बेमेतरा, 11 अक्टूबर। ग्राम झाल, अतरिया में शराब माफियां द्वारा पत्नी के नाम पर खरीदी गई जमीन के साथ-साथ बेमेतरा के निकट ग्राम मजगांव में राममंदिर की जमीन बिकने की खबर ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रकाशित की। इसके बाद कलेक्टर द्वारा फौरी तौर पर तत्कालीन पटवारी एवं वर्तमान पटवारी को निलंबित कर दिया।

कलेक्टर नेे नायब तहसीलदार के मामले में कमिश्नर को पत्र भेजे जाने के बाद अब निगाह दुर्ग में टिकी है। भाजपा के जितने नेता बेमेतरा आ रहे हैं उन्हें मंदिर मुद्दे का सामना करना पड़ रहा है। मजगांव से चार एकड़ जमीन बिक्री से अधिक गंभीर बात यह कि पूर्व में लगभग चौदह एकड़ जमीन की अदला-बदली हुई है। कुछ तो यह कह रहे हैं कि भगवान का सोना लेकर पीतल भेंट कर दिया गया है। भगवान के नाम पर जमीन तो रिकार्ड में दिख रहा है पर स्थान कैसे बदल गया यह जांच के बाद ही पता चलेगा।

राजस्व के साथ पंजीयक कार्यालय की भूमिका जांच
बेमेतरा जिले में कोटवारी जमीन एवं मंदिर की जमीन की बिक्री के मामले में राजस्व अमला के साथ-साथ पंजीयक कार्यालय की भूमिका जांच योग्य है। झाल में कोटवारी जमीन की रजिस्ट्री कैसे हुई, किसने सत्यता छिपाई। मंदिर की जमीन के मामले में जब पटवारी ने मंदिर लिखा तो भी रजिस्ट्री करने के पहले जांच के लिए क्यों नहीं भेजा गया। यदि पांच साल का रिकार्ड चेक हो तो सरकारी जमीन, सीलिंग जमीन, कोटवारी जमीन, मंदिर के जमीन के कई मामले उजागर होंगे। झाल में एक के नाम पर सत्तर एकड़ से अधिक की जमीन का प्रमाणीकरण किस नियम में किया गया। जानकारों की माने तो जमीन के मामले में रेफरी ही खिलाड़ी के भूमिका में हैं। अकूत संपत्ति एकत्र करने के फेर में जो कुछ किया जा रहा है यह सामान्य लोगो के चिंताजनक है। मजगांव, झाल अतरिया तो एक पड़ाव था, जिले में राजस्व अमला मंदिर की जमीन की तलाश हुई खरीदी बिक्री की तलाश में जुट गया है।
जांच जारी है 
कलेक्टर रणवीर शर्मा ने कहा कि जमीन के मामले में सभी पहलुओं पर जांच जारी है।
 


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