बेमेतरा

बेमेतरा जिले में 27 फीसदी कम बारिश, औसत से 36 फीसदी कम
23-Sep-2024 2:41 PM
बेमेतरा जिले में 27 फीसदी कम बारिश, औसत से 36 फीसदी कम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 सितंबर।
जिले में 11 दिनों से बारिश नहीं हुई है। बारिश नहीं होने की वजह से जिले के इस साल की औसत जलवर्षा 10 साल की औसत की अपेक्षा 36 प्रतिशत कम हो गई है। जिले में सबसे कम बारिश बेमेतरा तहसील मेें हुई है, जहां पर 48 प्रतिशत बारिश हुई है। जिले में थानखहरिया व भिभौरी तहसील में कम वर्षा हुई है। कम बारिश का असर जिले के जलप्रबंधन पर पडऩे की आशंका है।

मानसून ब्रेक नहीं टूटने और मानसून के एक्टिव नहीं होने से जिले की स्थिति खराब होने लगी है। जानकारी हो कि खरीफ सीजन के दौरान बारिश का रूठने मानने का खेल अब तक जारी है। रिकॉर्ड के अनुसार 1 जून से मानसून प्रांरभ हुआ माना जाता है। जिले में वर्षा काल से लेकर अब तक कई बार ऐसा हुआ है कि सप्ताह दस दिन तक बारिश नहीं होने के बाद बरसात होती है। अंतराल में हो रही बरसात का असर आम जनजीवन पर नजर आने लगता है। कम बारिश होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले की औसत वर्षा रिकॉर्ड बीते दस साल के दौरान 855 एमएम से अधिक का रहा है। इस बार केवल 570 एमएम बारिश हुई है। रिकॉर्ड की तुलना की जाए तो जिले में 285 एमएम बारिष कम हुई है। इस बार बेमेतरा जिला कम बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। बेमेतरा तहसील का दस साल का बारिश का रिकॉर्ड 1170 एमएम का रहा है। इस बार आधे के करीब यानी 562 एमएम बारिश हुई है। जिले के थानखहरिया की स्थिति भी ठीक नहीं है। इस तहसील का औसत रिकॉर्ड 945 एमएम का रहा है पर अब तक यहां पर केवल 474 एमएम, नवागढ़ तहसील का रिकॉर्ड 718 एमएम, जिसके विपरीत 402 एमएम बारिश हुई है। भिभौरी में 865 औसत बारिश के विपरीत 500 और दाढ़ी तहसील में 1170 औसत के विपरीत केवल 692 एमएम बारिश हुई है। जिले की औसत बारिश का लगातार कम होना, जिले के लिए बेहतर नहीं होने की बात जानकार मानते हैं।

बेेमेतरा, दाढी, बेरला, भिभौरी, साजा, देवकर, थानखहरिया, नवागढ़, नांदघाट, समेत 9 तहसील में 11 दिन के दौरान बारिश नहीं होने के कारण औसत वर्षा कम हुई है। 11 सितंबर की स्थिति में जिला के साजा व देवकर तहसील का आंकड़ा दस साल के औसत से अधिक पहुंच चुका था। इसे अलावा बेरला व नांदघाट तहसील ठीक स्थिति में थे पर अब 11 दिन बार जिले की स्थिति कमजोर हुई है और देवकर व साजा में 90 फीसदी के करीब, बेरला में 71 व नांदघाट में 69 फीसदी के करीब बारिश हुई है। जिले के अन्य तहसील बेमेतरा, थानखहरिया, नवागढ़, भिभौरी व दाढ़ी तहसील में दस साल के रिकॉर्ड की अपेक्षा इस बार 48 से लेकर 59 प्रतिशत से कम बारिश हुई है। दूसरी तरफ देखें तो बेमेतरा तहसील में 52 फीसदी कम बारिश हुआ है। थानखहरिया में 50, नवागढ़ में 44, भिभौरी 43 और दाढ़ी में 41 फीसदी कम बारिश हुई है। जिले में अब तक हुई औसत बारिश : 64 फीसदी, जिले में दस साल की औसत बारिश - 893 मिमी, जिले के रिकॉर्ड के अनुसार औसत बारिश : 966 मिमी। 

फसलों पर कीट प्रक्रोप, किसान उपचार करने में जुटे
कम बारिश होने के कारण किसानों को फसल बचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। किसान खेतों में पानी पहुंचाने के लिए जुगत कर रहे हैं। वहीं फसल पर रोग होने की स्थिति को देखते हुए कीटनाशक दवा का छिडक़ाव कर रहे हैं, जिससे उनकी फसल लागत भी बढ़ती जा रही है। किसान प्रकाश वर्मा ने बताया कि माहू का खतरा फसल पर होने लगा है। 

लक्ष्मण ध्रुव ने बताया कि खेतों में पानी पलाना जरूरी हो गया है। ग्राम सिंगपुर के किसान केजराम ने बताया कि फसल पानी की वजह से सूखने लगी है। वहीं बिजली विभाग भी पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रहा है।

बारिश के लंबे समय तक थमने की वजह से जिला मुख्यालय में जल की खपत बढ़ती जा रही है। अधिक खपत होने की वजह से नगर के कई स्थानों पर पॉवर पंप साथ नहीं दे रहे हैं। नगर पालिका के पास जलसमस्या से संबंधित शिकायतें अधिक आने लगी हैं।
 


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