बेमेतरा

तालाबों के विसर्जन कुंड की सफाई
14-Aug-2024 2:49 PM
तालाबों के विसर्जन कुंड की सफाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अगस्त।
जल जंगल जमीन के संरक्षण के लिए संघर्षरत संगठन सहयोग बेमेतरा हर प्रकार के प्रशासनिक, राजनीतिक संबंधों से दूर अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रात: का एक घंटा अपने शहर बेमेतरा के पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और हरियाली को बनाए रखने के लिए कभी तालाबों में कभी मुक्तिधाम में कभी चौक चौराहों में कभी देवालयों में अपना अभियान चलाती है।

सहयोग विगत दशकों से लोगों से अपील करती आई है कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता पर ध्यान दे, परंतु गंधारी की तरह आखों में पट्टी बांधी हुई आम जनता के दिल और दिमाग मे गंदगी में रहना स्वीकार है और सिर्फ प्रसासन को कोसना ही इनका मुख्य उद्देश्य रह गया है।

सहयोग बेमेतरा ने शहर के मुख्य तालाबों में विसर्जन कुंड लगाए है जिनका समय समय पर सफाई संस्था करते रहती है, सावन का महीना आने से विसर्जन कुंड को सप्ताह में एक बार खाली करना पड़ रहा है।

इसी अभियान के तहत सहयोग माँ भद्रकाली मंदिर तालाब की पचरी में रखे कुंड की सफाई के लिए गए, परंतु वर्षा के पानी की वजह से सरोवर लबालब हो गए है, जिससे विसर्जन कुंड भी पानी में समाए हुए है, जिसकी सफाई सहयोग के सदस्यों के लिए एक चुनौती पूर्ण था, परंतु सदस्यों के जज्बे समर्पण और संगठनात्मक एकता के सामने सारी चुनौतियाँ फेल हुई पाँच फिट ऊँचाई तक के पानी में सदस्यों का जाना असंभव सा था, क्योंकि सहयोग के अधिकांश सदस्यों को तैराकी नहीं आती इसलिए जुगाड़ से उस कुंड की सफाई की गई लोहे की सीढिय़ों के सहारे कुंड तक पहोचा गया, फिर धीरे-धीरे कुंड से कचरे को धमेला टब के सहारे बाहर निकाल कर विसर्जन कुंड को लोगों की पहुंच में रखा गया। इस कार्य में सहयोग के सभी सदस्यों का योगदान सराहनीय एवं साहस भरा रहा। सहयोग ने भक्तों और मंदिरों से अपील की है कि विसर्जन सामग्री विसर्जन कुंड में ही डाले।
 


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