बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 7 अगस्त। महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बेमेतरा के द्वारा आज डाइट बेमेतरा में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से व्योम श्रीवास्तव, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, यशोदा साहू जिला संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, राजेंद्र चंद्रवंशी, परियोजना समन्वयक, सखी वन स्टॉप सेंटर की मोना सिंह और महिला एवं बाल विकास की परामर्शदाता समृद्धि शर्मा उपस्थित रही।
इस कार्यशाला में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। घरेलू हिंसा को परिभाषित करते हुए व्योम श्रीवास्तव जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने कहा कि महिला के जीवन स्वास्थ्य सुरक्षा और कुशलता को नुकसान पहुंचाना, अथवा खतरे में डालना इसमें सम्मिलित है। शारीरिक या मौखिक, भावनात्मक अथवा आर्थिक उत्पीडऩ भी इसमें शामिल है। महिला या उससे संबंधित किसी व्यक्ति को दहेज या अन्य मांग पूर्ति के लिए दबाव डालने की मंशा से महिला को तंग करना, नुकसान पहुंचाना, शारीरिक दुर्व्यवहार करना, अपराधिक धमकी देना, जबरदस्ती यौन संबंध बनाना, इसमें मौखिक तथा भावनात्मक दुव्र्यवहार भी शामिल है जैसे किसी का अपमान करना, हंसी उड़ाना, गाली देना, आर्थिक दुव्र्यवहार में महिला को उसके तथा उसके बच्चे के पालन पोषण के लिए पैसे न देना, इन सभी तरह की हिंसा से यह अधिनियम महिलाओं को संरक्षण प्रदान करता है। इसके लिए कोई भी महिला जिसके साथ दोषी द्वारा घरेलू हिंसा की जा रही हो या उसकी ओर से कोई अन्य व्यक्ति शिकायत दर्ज कर सकता है या कोई भी बच्चा घरेलू हिंसा अधिनियम के अंतर्गत राहत का पात्र है ऐसे बच्चें की मां अपने अवयस्क बच्चें की ओर से आवेदन कर सकती है।
घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार छत्तीसगढ़ के प्रत्येक विकासखंड में पदस्थ बाल विकास परियोजना अधिकारियों को संरक्षण अधिकारी घोषित किया गया है।
इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास के जिला अधिकारी भी संरक्षण अधिकारी घोषित है। घरेलू हिंसा की दशा में मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी, संरक्षण अधिकारी, सेवा प्रदाता को शिकायत की जा सकती है। इस कार्यशाला में डाइट बेमेतरा की वरिष्ठ व्याख्याता उषा किरण पांडेय, जी एल खुटियारे, डॉ बसुबंधु दीवान, थलज कुमार साहू, राजकुमार वर्मा, श्रद्धा तिवारी, कीर्ति घृतलहरे, सहित डीएलएड द्वितीय वर्ष के सभी छात्र अध्यापक उपस्थित थे।


