बेमेतरा

जिले के 2347 प्राइमरी शिक्षकों को प्रशिक्षण लेना अनिवार्य
30-May-2024 2:30 PM
जिले के 2347 प्राइमरी शिक्षकों को प्रशिक्षण लेना अनिवार्य

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 30 मई। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में चार दिवसीय एफएलएन ऑफलाइन प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य जेके घृतलहरे के मुख्य आतिथ्य में शुरू हुआ। सर्वप्रथम सभी की ऑनलाइन उपस्थिति और प्री टेस्ट लिया गया।

प्रभारी यमुना जांगड़े ने प्रशिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी 2020 के एफएलएन पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। प्राचार्य घृतलहरे ने कहा कि इस प्रशिक्षण को सभी एसआरजी और डीआरजी को पूरी गंभीरता से लेना है।

उन्होंने बताया कि जिले के लगभग 2347 प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को यह प्रशिक्षण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रारूप में लेना अनिवार्य है। प्रशिक्षण में बताया गया कि एफएलएन में पहला स्वास्थ्य एवं कल्याण, दूसरा प्रभावी संप्रेषण और तीसरा इंटीग्रेटेड लर्नर जिसमें विद्यार्थी शामिल है। केंवरा सेन ने बताया कि नेशनल कैरिकुलम फ्रेमवर्क जिसमें 3 से 8 वर्ष के बच्चों को रखा गया है इसमें चार बार संशोधन किया गया है। भाषा शिक्षण को चार खंडो में बांटा गया है, जिसे भाषा शिक्षण के चार ब्लॉक मॉडल के नाम से भी जाना जाता है। पहला मौखिक भाषा विकास, दूसरा शब्द पहचान, तीसरा पठन और चौथा लेखन। सभी विषयों का समेकन अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथी ने किया।

अक्षर या प्रतीक को पहचानना या पढऩा है डिकोडिंग

राज्य स्रोत बेरला की दीक्षा देवांगन ने डिकोडिंग के बारे में बताया कि अक्षर, ध्वनि या शब्द को पहचानना या पढऩा डिकोडिंग है। उन्होंने लिपि से ज्यादा से ज्यादा वर्ण और शब्द बनाने का अभ्यास व चुनौती सभी जिला स्रोत व्यक्तियों को दी। जलेश कुमार जांगड़े ने समापन किया। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर्स राज्य स्रोत पवन देवांगन, ईरज वर्मा, कांति नाग, वरिष्ठ व्याख्याता अनिल कुमार सोनी, जीएल खुटियारे, थलज कुमार साहू, कीर्ति घृतलहरे, श्रद्धा तिवारी, अमिंदर भारती आदि उपस्थित थे।


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