बेमेतरा

घोषणा के 3 साल बाद भी संबलपुर-नांदघाट को नपं का दर्जा नहीं मिला
27-May-2024 4:28 PM
घोषणा के 3 साल बाद भी संबलपुर-नांदघाट को नपं का दर्जा नहीं मिला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 27 मई। जिले में पूर्ववर्ती सरकार की घोषणा के तीन साल बीत जाने के बाद नवागढ़ ब्लाक के संबलपुर व नांदघाट को नगर पंचायत बनाए जाने की दिशा में कवायद पूर्ण नहीं हुआ है। इसी तरह नवागढ़ नगर पंचायत को नगर पालिका बनाए जाने की कार्रवाई कागज तक ही सिमटा हुआ है। गठन की घोषणा हुए 3 वर्ष हो चुका है, लेकिन प्रकिया को आज तक अधूरा है। गांव का शहरीकरण होने से क्षेत्र में सुविधाओं में इजाफा होगा साथ ही शहरी योजनाओं के लिए पूर्व की अपेक्षा अधिक फंड जारी होगी।

जिले में निकायों के गठन को लेकर पूर्व सरकार की घोषणा के बाद दाढ़ी व भिभौरी ग्राम पंचायत से दर्जा बढ़ा कर दोनों निकायों में निकायो का गठन कर दिया गया है। सितंबर 23 में पूर्ण हुए प्रक्रिया के बाद दोनों निकायो में सीएमओ स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति हो चुका है। इसके साथ ही जिले में निकाय की संख्या 8 से बढक़र 10 हो गया है। नगरीय निकायों की संख्या बढ़ाकर 12 किया जाना था। जिले में प्रस्तावित, संबलपुर, नांदघाट को भी नगर पंचायत का दर्जा दिया जाना बाकी है।

दाढ़ी का वादा पूरा पर संबलपुर व नांदघाट का अधूरा

जिले में शासन की ओर से जून 22 तक दाढ़ी व नांदघाट ग्राम पंचायत का ब्योरा मंगाया गया था जिसमें से दाढ़ी नगर पंचायत के गठन की कार्रवाई विधानसभा चुनाव के आचार संहिता लगने से पूर्व किया जा चुका है। अक्टूबर 23 विधानसभा चुनाव होने के बाद और लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के पूर्व तक नांदघाट नगर पंचायत व संबलपुर पंचायत के लिए किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने की जानकारी सामने आई है।

प्रस्तावित दोनों निकायो में से संबलपुर निकाय के गठन को लेकर अधिसूचना जारी किया गया था जिसके अनुसार संबलपुर निकाय का गठन संबलपुर ग्राम पंचायत के साथ पटनाकापा व रमपुरा को शामिल कर करना है। प्रस्तावित नगर पंचायत की कुल आबादी 3700 से अधिक होगी जिसके लिए शामिल होने को लेकर दावा आपत्ति भी आमंत्रित किया जा चुका है। दीगर निकायों की अपेक्षा संबलपुर में विकास की ज्यादा दरकार है। संबलपुर में स्कूल, चौकी व अस्पताल की सुविधा है पर अन्य मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाये जाने की जरूरत है।

इसी तरह नांदघाट नगर पंचायत का गठन नांदघाट, सेमरिया, अडार व तरपोंगी व खपरी को मिलाकर किया जाने का प्रस्ताव है। सभी पांच गांव की कुल आबादी 7513 है । गठन के पूर्व निर्धारित समय तक दावा आपत्ति मंगाया गया था जिसके निराकरण के बाद की कार्यवाही विधानसभा चुनाव के बाद सामने नहीं आई है। प्रक्रिया को लेकर उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता के शिथिल होने के बाद आगे की कवायद पूर्ण होने की संभावना है।

नवागढ़ को नपा का दर्जा

 मिलना है उसमें भी देरी

15 वार्ड वाले नवागढ़ नगर पंचायत को नगर पालिका के तौर पर गठन किया जाना है जिसकी घोषणा भी बाकायदा नवागढ़ मेें ही 31 दिसंबर 2021 को पूर्व सीएम द्वारा किया गया था। नगर पालिका गठन के बाद नवागढ़ का दायरा व कार्य के लिए समुचित बजट भी मिल सकेगा बहरहाल संबलपुर व नांदघाट की तरह नवागढ़ नगर पालिका की प्रक्रिया को गति नहीं मिल पाया है। जिले के विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्र को नगरीय क्षेत्र के तौर पर विकसित करने के लिए जरूरी बताये जा रहे निकायो का गठन कागजी तानाबाना से बाहर नहीं निकल पाया है।

सुविधाओं के लिए परिवहन

सेवा केन्द्र भी नहीं खुले

जिले में वर्तमान व प्रस्तावित निकायों के क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधा बहाल करने की तैयार करने के लिए बाकायदा आवेदन मंगाए जाने की कार्रवाई हो चुकी है पर अभी तक परिवहन सेवा केन्द्र नहीं हो पाया है। जिले में 12 परिवहन सुविधा केन्द्र की सुविधा प्रारंभ किये जाने के लिए आदेश जारी कर दिया गया था, जिसमें प्रस्तावति दाढ़ी, भिभौरी व नांदधाट में प्रारभ में किया जाना है।


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