बेमेतरा

खेतों में दरारें दिखने लगीं, बिजली कटौती की वजह से सिंचाई भी नहीं कर पा रहे किसान
30-Aug-2023 3:08 PM
खेतों में दरारें दिखने लगीं, बिजली कटौती की वजह से सिंचाई भी नहीं कर पा रहे किसान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 30 अगस्त। जिले में सप्ताह भर से बारिश में ब्रेक होने के कारण फसलें सूखने लगी हैं। सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। किसान बिजली कटौती से भी परेशान हैं। वहीं कई गांवों में ट्रासफार्मर खराब होने के बाद भी विदयुत विभाग महीनों से नया ट्रांसफार्मर नहीं लगा पा रहा है। जिला कार्यालय पहुंचे केशला के किसानों के अनुसार ट्रांसफार्मर खराब होने के दो माह बाद भी नया नहीं लगाया गया है, जिससे फसलें सूखने लगी हैं।

जिले के 9 तहसीलों मेें बीते 10 वर्ष की औसत बारिश के विपरीत केवल 80 फीसदी ही बारिश हुई है। करीब एक सप्ताह से मानसून पर ब्रेक लगा हुआ है। जिले में बीते 5 से 7 अगस्त तक औसत बारिश की अपेक्षा 95 फीसदी बारिश हो चुकी थी, जिसमें बेमेतरा तहसील को छोडकर दीगर तहसीलों में 85 फीसदी बारिश हुई थी। इसके बाद 20 अगस्त तक बारिश का आंकड़ा गिरकर 85 फीसदी तक सिमट गया, जिसमें बेमेतरा तहसील में सबसे कम 60 व थानखम्हरिया में 79 फीसदी बारिश हुई। दोनों तहसील के आलावा अन्य 6 तहसीलों में 86 से 98 फीसदी बारिश हुई थी। अगस्त माह में 29 अगस्त तक औसत वर्षा की अपेक्षा जारी मानसून सीजन का औसत गिरकर 80 फीसदी हो गया है। ग्रामा केशला के किसान इश्वर साहू ने बताया बारिश नहीं होने के कारण कई गांवों के खेतो में दरारें आने लगी हैं। यही हालात रहे तो दो चार दिन बाद फसल चौपट होने का खतरा और बढ़ जाएगा।

विभाग की टीम गांवों में पहुंच रही

बेमेतरा ब्लॉक के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी डॉ. श्याम लाल साहू ने बताया कि बेमेतरा ब्लॉक के गांवों में विभाग की टीम पहुंच रही है। वर्षा औसत से कम हुई है। यही स्थिति सप्ताह भर कायम रही तो फसल प्रभावित होने लगेंगे। बहरहाल जिले के किसान एक तरफ मौसम की मार झेल रहे तो दूसरी तरफ बिजली विभाग के ट्रांसफार्मर संकट का सामना कर रहे हैं।

जिले में 10 वर्ष की औसत बारिश के विपरीत वर्षा (रिपोर्ट 29 अगस्त तक)

बेमेतरा तहसील     ——               55 फीसदी ी

बेरला तहसील       ——                 88 फीसदी

भिभौरी तहसील    ——               79 फीसदीदी

साजा                   ——               91 फीसदी ी

देवकर                  ——                 88 फीसदी

थानखम्हरिया         ——              74 फीसदी ी

नवागढ़                 ——                 80 फीसदी

नांदघाट                ——                 80 फीसदी

दाढी तहसील का वर्षा रिकॉर्ड बेमेतरा तहसील में समाहित है।

केसला जैसे कई गांव के किसान हैं परेशान

नवागढ़ ब्लॉक के किसान बीते दो माह से गांव में सिंचाई लाइन के लिए लगाये गये ट्रांसफार्मर के खराब होने के बाद से बिजली विभाग द्वारा निकाल कर ले जाने के बाद दोबारा नहीं लगाया गया। परेशान किसान सोमवार को जिला कार्यालय पहुंचे थे। किसान बिसाहू, रवि शर्मा, मोहित, कैलाश, नंदकुमार, ईतवारी, प्रहलाद, सोहित व दानू ने बताया कि सरारीखार का ट्रांसफार्मर दो माह से खराब है, जिसके बाद नया नहीं लगाया गया है। कलक्टर के पास आवेदन लेकर पहुंचे हैं। बारिश नहीं होने और सिंचाई नहीं होने के कारण फसल सूखने लगी है। ग्राम केसला के अलावा अन्य गांव में भी यही स्थिति है।

28 से 29 तराीख में केवल भिंभौरी तहसील में 3 एमएम बारिश हुई

20 से 29 अगस्त तक जिले में बीते 25-26 अगस्त को मामूली बारिश हुई। इसके बाद 28-29 अगस्त को जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़, देवकर, थानखम्हरिया, व नांदघाट तहसील में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई है। जिले के 8 तहसील मेेें से केवल भिंभौरी में 3 एमएम बारिश हुई है। जिले में सप्ताह भर से वर्षा नहीं होने के कारण बेमेतरा तहसील की स्थिति सबसे अधिक प्रभावित हो रही है। इस तहसील में सूखे के हालात हैं, जिसे लेकर किसानों ने चिंता जाहिर की। जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय तिवारी ने बताया कि किसानों की समस्या को गंभीरता से लिया जाए। अभी खेत सूखने लगे हैं। समय पर बिजली उपलब्ध कराया जाना चाहिए, जिससे फसल बर्बाद होने से बच सकें।


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