बेमेतरा
हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं होगी प्रभावित, 45 हजार कर्मी होंगे शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 अगस्त। वेतन विसंगति दूर करने समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ प्रदेश संघ के बैनर तले कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे। सरकार से लगातार ठोस आश्वासन के बावजूद मांगे पूरी नहीं होने से कर्मचारियों में खासी नाराजगी है। विगत दिनों 11 अगस्त को हेल्थ फेडरेशन के 12 संगठन सांकेतिक हड़ताल के लिए 40 हजार कर्मी तूता धरना स्थल में जुटे थे।
जिसके बाद से ही अनिश्चितकालीन आंदोलन की तैयारी संगठन के अधिकारियों द्वारा तैयार कर ली गई थी। अनिश्चितकालीन हड़ताल में स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कैडर के साथ भेदभाव के कारण ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, डॉक्टर, नर्सिंग कैडर एनएचएम, वाहन चालक एवं विभिन्न कैडर बेमुद्दत हड़ताल के लिए बाध्य है।
ज्ञात हो कि ग्रामीण क्षेत्रो में 5200 उप स्वास्थ्य केंद्रों में कार्य करने वाले ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों की मुख्य मांगो में ग्रेड पे संशोधन है। जिसके लिए पूर्व में 2018 में 47 दिन 2022 में 11 दिन का अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जा चुका है। जिस पर वर्तमान मुख्यमंत्री के ठोस आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित किया गया था, लेकिन मांगे पूरी नही हुई।
12 संगठन के 45 हजार कर्मी होंगे हड़ताल में शामिल
इसमें प्रदेश भर के 12 संगठन के कुल 45 हजार अधिकारी कर्मचारी जिसमें डॉक्टर, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, नर्सिंग कैडर, एनएचएम, वाहन चालक संघ शामिल होंगे। जिससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में इमरजेंसी जैसी स्थिति बन सकती है। इमरजेंसी सेवा, पोस्टमार्टम, टीकाकरण, ओपीडी सेवाएं बाधित होगी।
हड़ताल में ये अधिकारी होंगे शामिल
हड़ताल में जिला संयोजक, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद वैष्णव, सीआईडीए के अध्यक्ष डॉ शरद कोहाड़े, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष हृदयेश जोशी, जिला सचिव योगेंद्र भार्गव, महामंत्री राजेश जायसवाल, मीडिया प्रभारी रेवेंद्र चन्द्राकर, प्रवक्ता राकेश बंछोर, साजा ब्लॉक अध्यक्ष कविता वानखेड़े, खण्डसरा अध्यक्ष मनोज राजपूत, नवागढ़ अध्यक्ष ए डी शेख, बेरला अध्यक्ष क्षत्रपाल और छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के सभी अधिकारी कर्मचारी सभी सदस्य हड़ताल में शामिल होंगे, जिससे स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह ठप होगा।
90 विधायकों से समर्थन पत्र मिलने के बावजूद नहीं हुई मांगें पूरी
स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने विधानसभा के मानसून सत्र से पूर्व सभी 90 विधायकों से मुख्यमंत्री के नाम समर्थन पत्र प्राप्त किया था। 26 जून को बस्तर में संघ का अधिवेशन हुआ था, जिसमें प्रदेश सरकार के मंत्री कवासी लखमा द्वारा मुख्यमंत्री से चर्चा कर अनुपूरक बजट में हमारी मांगो को पूरा करवाने की सहमति दी थी, लेकिन अनुपूरक बजट में भी मांगे नहीं पूरी होने से प्रदेश के 18 हजार ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको में भारी आक्रोश है।
जिसके लिए 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने का फैसला किया है। इस पर बात करने पर प्रदेश स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिला आईटी सेल प्रभारी राजेश जायसवाल और जिला संयोजक विनोद वैष्णव ने कहा कि 21 अगस्त के अनिश्चितकालीन हड़ताल का ज्ञापन सभी कलेक्टर, एसपी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिया जा चुका है।


