बेमेतरा
दर्जन भर गावों के किसानों ने स्टील प्लांट के विरोध में किया प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 अगस्त। ग्राम झिरिया में बुलाई गई जनसुनवाई में स्टील प्लांट स्थापना का क्षेत्र के किसानों ने पुरजोर विरोध किया। अपर कलेक्टर अनिल बाजपाई, एसडीएम सुरुचि सिंह एवं छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल अधिकारी भिलाई विजय सिंह पोर्ते की उपस्थिति में ग्राम झिरिया में कंपनी के स्वामित्व की भूमि पर सुबह 11 बजे जन सुनवाई शुरू हुई।
जनसुनवाई में शामिल होने के लिए ग्राम झिरिया समेत आसपास के दर्जनभर गांव के हजारों किसान, महिला व पुरुष पहुंचे थे। यहां सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में प्लांट स्थापना का विरोध किया है। दोपहर करीब 4 बजे जनसुनवाई समाप्त हुई । इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने प्लांट स्थापना को लेकर अपने विचार रखें। किसी भी अप्रिय घटना से बचने भारी पुलिस बल तैनात था।
सत्ता पक्ष से सहयोग नहीं मिलने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी
गांव में प्लांट स्थापना के विरोध में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं मिलने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। ग्रामीणों के अनुसार चुनाव के समय यही जनप्रतिनिधि घर-घर जाकर चुनाव जिताने की अपील करते हुए वोट मांगते हैं, लेकिन जनता की परेशानी के समय यही जनप्रतिनिधि सहयोग के लिए सामने नहीं आते। प्लांट स्थापना के विरोध में सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधि व पार्टी को ही चुनाव में जनता का समर्थन मिलेगा। आगामी विधानसभा चुनाव में प्लांट स्थापना का विरोध नहीं करने वाले जनप्रतिनिधियों को ग्रामीण सबक सिखाएंगे।
1 हजार से अधिक ग्रामीणों ने लिखित आपत्ति दर्ज कराई
जनसुनवाई सुबह 11 बजे शुरू होकर, दोपहर 4 बजे समाप्त हुई। इस दौरान सैकड़ो ग्रामीणों ने प्लांट स्थापना के विरोध दर्ज कराते हुए, अधिकारियों के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई। ग्रामीणों ने बारी-बारी से बोलकर प्लांट स्थापना को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि जिले के बेरला व नवागढ़ ब्लाक में उद्योगों की स्थापना के लिए बुलाई गई जनसनवाई में सबसे अधिक 1124 लिखित आपत्ति ग्राम झिरिया समेत आसपास के ग्रामीणों ने दर्ज कराई है। वहीं 293 ग्रामीणों ने मौखिक आपत्ति दर्ज कराई है। जनसुनवाई की प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी कराई गई।
उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही राज्य सरकार
जन सेवक शिवम तिवारी ने बताया कि जिले के दर्जन भर गांवो में प्लांट स्थापना की तैयारी की जा रही है। ऐसी स्थिति में कृषि को काफी नुकसान पहुंचेगा। क्योकि जहां भी उद्योगों की स्थापना हुई है, वहां कृषि पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसानों को अपनी जमीन छोडऩी पड़ी है, यहां राज्य सरकार किसानों के हितों को दरकिनार कर, अपने मित्र उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है। इसलिए जनसुनवाई का पुरजोर विरोध किया गया। ग्रामीणों के अनुसार जरूरत पडऩे पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
वादे से मुकरी राज्य सरकार
सभापति जिला पंचायत राहुल टिकरिहा ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव के दौरान क्षेत्र में कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापना का वादा किया था, वर्तमान में बेमेतरा विधानसभा के किसानों की मांग को तवज्जो ना देकर, राज्य सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है। झिरिया में स्टील प्लांट के लिए राज्य सरकार का उद्योगपति से एमओयू किया जाना, क्षेत्र की जनता के साथ धोखा है। क्षेत्र में प्रदूषण युक्त प्लांट की स्थापना ना की जाए इसके लिए कलेक्टर को कई बार ज्ञापन सौंपा गया है। बावजूद प्रशासन अडिय़ल रुख अपनाए हुए हैं। जो किसानों के प्रति शासन-प्रशासन की सवेदनहीनता को दिखाता है।


