बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 अगस्त। जिले के 95 हजार से अधिक निवेशकों का 418 करोड़ रुपए से अधिक रकम चिटफंड कंपनियों के पास फंसा हुआ है। इसमें से अभी तक सिर्फ 97 लाख रुपए की ही रिकवरी हो सकी है। वहीं निवेशक आज तक अपनी रकम वापसी का इंतजार कर रहे हैं। इन चिटफंड कंपनियों के जाल में फंसकर हजारों निवेशकों ने अपने पसीने की कमाई उन्हें दे दी। इसके बाद कंपनियां फरार हो गईं।
बहरहाल पुलिस कंपनियों की पतासाजी कर रही है। दरअसल तीन साल से रकम वापसी के लिए की जा रही कवायद के दौरान जिले में दो कंपनियों की तीन स्थानों पर अचल संपत्ति की जानकारी मिली। बेरला क्षेत्र में एक कंपनी की जमीन कुर्क कर 97 लाख की राशि जुटाई गई है। एसपीएन लैंड में रकम लगाने वाले निवेशकों की रकम वापसी की प्रकिया जारी है। जिले के बचे निवेशकों की रकम वापसी के लिए कंपनियों की संपत्ति का जिला व जिले से बाहर पतासाजी की जा रही है।
रकम मिलते ही नौ दो ग्यारह हुईं कंपनियां
बता दें कि जिले में सत्र 2020-21 के दौरान जिले के निवेशकों से दस्तावेज जमा कराने के बाद रिकवरी के लिए ब्यौरा तैयार किया गया है, जिसके अनुसार जिले के बेमेतरा, बेरला, साजा व नवागढ़ ब्लॉक के 95327 निवेशकों का 418 करोड़ 43 लाख 33 हजार 72 रुपए जमा होने की जानकारी मिली। शासन के आदेश के बाद जिले में चिटफंड कंपनियों की चल अचल संपत्तियों की पतासाजी की गई, जिसमें जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर 11 करोड़ 65 लाख 5420 रुपए कीमत की संपत्ति की जानकारी सामने आने के बाद बेरला ब्लॉक के ग्राम उफरा में एसपीएनजे लैंड डेवलपर्स की संपत्ति की नीलामी कर 97 लाख 20 हजार जुटाए गए। नीलामी पश्चात रकम वापसी की कार्रवाई जारी है। बेरला तहसीलदार मनोज गुप्ता ने बताया कि कार्यालय में 203 निवेशकों ने उक्त कंपनी में रकम लगाने की जानकारी दी है, जिसमें से 119 निवेेशकों ने पूर्ण दस्तावेज जमा किया है। शेष निवेशकों से दस्तावेज मंगाया जा रहा है। पूरी जानकारी जिला कार्यालय को भी भेजी गई है।
निवेशक ही नहीं एजेंट भी परेशान रहते हैं
ज्ञात हो कि निवेशकों ने चिटफंड कंपनियों में अपने किसी परिचित एजेंट के माध्यम से ही पैसा जमा कराया है। पैसा मिलते ही चिटफंड कंपनियां भाग गई लेकिन निवेशकों के कोप का भाजन एजेंट को होना पड़ रहा है। एजेंट भी चाहते हैं कि निवेशकों को उनका पैसा मिल जाए। लेकिन वे भी अब बेबश हो चुके हैं।
थानेदारों को पतासाजी के निर्देश
एसपी भावना गुप्ता ने बीते दिनों चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जिले के अधिकारियों और पुलिस महकमे की बैठक ली। इसके बाद सभी थानेदारों को इन चिटफंड कंपनियों की पतासाजी करने का टास्क दिया। इन कंपनियों से संबंधित और किसी भी चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिलने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के लिए निर्देश जारी किया गया है, जिसके बाद से जिले में एक बार फिर चिटफंड कंपनियों से संबधित जानकारी जुटाई जा रही है।
आवेदकों ने दस्तावेज किए जमा
दस्तावेज जमा कराने की अवधि के दौरान निवेशक मोहन वर्मा ने बताया कि उनके व अन्य निवेशकों के द्वारा चिटफंड कंपनियों के नाम कंपनी के बॉन्ड पेपर, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, एजेंट का नाम सहित जानकारी भरकर लोगों ने आवेदन जमा किया गया था। इसके बाद प्राप्त आवेदनों का परीक्षण करने के बाद जिले के कितने लोगों ने कौन सी कंपनियों में निवेश किया है और कितनी रकम जमा की है। इसका ब्यौरा तैयार किया गया है।
कार्रवाई जारी है -मरकाम
प्रभारी डिप्टी कलेक्टर धनराज मरकाम ने बताया कि जिले में एक कंपनी संपति नीलाम कर रकम लौटने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई हैं , वही एक प्रकरण में न्यायालय में स्टे लगा हैं।


