बेमेतरा
कमीशन को लेकर बढ़ा असंतोष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 अगस्त। जिले भर के सभी राशन दुकान संचालक मंगलवार से हड़ताल करेंगे। हड़ताल से पूर्व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने शासकीय राशन दुकानदार एवं विक्रेता कल्याण संघ के पदाधिकारी और सदस्य कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे। राशन दुकान संचालक राशन वितरण पर कमिशन में वृद्धि, मानदेय, क्षतिपूर्ति, सर्वर एवं घोषणा पत्र में सुधार करने की मांग के समर्थन में हड़ताल करेंगे।
सदस्यों ने बताया कि उनसे वेतन या मानदेय पर कार्य नहीं कराया जाता। उन्हें काम के बदले कमिशन दिया जाता है, जो बहुत कम है। उन्हें साल 2006 से चावल वितरण में 30 रुपए प्रति क्विंटल, एमडीएम, पूरक पोषण, अन्नपूर्णा योजना, महतारी जतन योजना, नि:शक्तजन योजना, रिफाइनरी अमृत नमक योजना के वितरण में निशुल्क कार्य लिया जा रहा है। मिट्टी के तेल में कमिशन मात्र 37 पैसा प्रति लीटर है, जो श्रम अधिनियम के भी खिलाफ है। लगातार 20 वर्ष में एक पैसा की भी वृद्धि नहीं हुई है।
दूसरे राज्य में अधिक है मार्जिन मनी
दुकानदारों ने बताया कि कार्य के लिए भारत सरकार दो गुना ज्यादा मार्जिन राशि देती है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, झारखंड व पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में 200 रुपया तक प्रति क्विंटल मार्जिन राशि दी जाती है। छत्तीसगढ़ में राशन दुकानदार सरकार को पूरा सहयोग करते हैं लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं लेती। ऐसे में दुकानदार और उनका परिवार भूखे मरने की स्थिति में आ गए हैं।
भंडारण वितरण में नुकसान, क्षतिपूर्ति भी नहीं
वासकल बंजारे, किरण पूजन, सुशीला निषाद, सरस्वती प्रजापति, फिरोज खान, राम अकबाल, कांति साह,ू बीडी लाल गुप्ता, मनोज चंद्राकर, कुणाल तिवारी, अजय दुबे, राजाराम यादव व अजय सोनी ने बताया कि दुकानदार को क्षतिपूर्ति नहीं दी जाती है। जबकि भंडारण वितरण में काफी नुकसान होता है। कई बार इसकी मांग करने के बावजूद क्षतिपूर्ति नहीं दी गई।


