बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 जून। जिला मुख्यालय में संचालित 3 प्राइवेट स्वास्थ्य संस्थानों में सोनोग्राफी करने पर रोक लगा दी गई है। रेवेन्यू व स्वास्थ्य विभाग की जांच में नियमों के विरुद्ध सोनोग्राफी मशीन का संचालन पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है। उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय में संचालित प्राइवेट अस्पतालों में मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की सुविधाओं के दावे किए जाते हैं, लेकिन इन अस्पतालों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं होती हैं।
बड़े-बड़े दावे कर मरीजों को भर्ती लिया जाता है। जहां इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूली जाती है। इन अस्पतालों में बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। मेडिकल वेस्ट का निस्तारण, फायर सेफ्टी सिस्टम, पावर बैकअप की व्यवस्था, नर्सिंग स्टाफ, विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता समेत अन्य व्यवस्थाओं की जांच होने पर जिला मुख्यालय में संचालित ज्यादातर अस्पतालों में ताला लग जाएगा।
विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं, दो संस्थानों में सोनोग्राफी पर रोक
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अस्पतालों की रूटीन जांच में रायपुर मार्ग स्थित एके मल्टी स्पेशलिटी व एसएसडी डायग्नोस्टिक सेंटर में नियमों के विरुद्ध सोनोग्राफी मशीन का संचालन किया जा रहा था। एके मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में मशीन संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग को विशेषज्ञ का नाम सौंपा गया था। जांच में विशेषज्ञ अस्पताल में उपस्थित नहीं मिला और लंबे समय से अस्पताल नहीं आने की जानकारी मिली। डायग्नोस्टिक सेंटर में सोनोग्राफी करने के लिए रेडियोलॉजिस्ट मौजूद नहीं था। इसलिए दोनों संस्थानों में सोनोग्राफी पर रोक लगा दी गई है।
स्थान परिवर्तन पर लाईसेंस हुआ निरस्त
मोहभट्टा मार्ग स्थित चेतना हॉस्पिटल में भी सोनोग्राफी करने पर रोक लगी हुई है। जिसमें पुराने स्थल से नवीन स्थल में अस्पताल की शिफ्टिंग की स्थिति में 30 दिनों पूर्व स्वास्थ्य विभाग में आवेदन करना होता है। इसके बाद सोनोग्राफी मशीन संचालन के लिए नए सिरे से आवेदन करना होता है। लेकिन यहां अस्पताल प्रबंधन की ओर से नियमों का पालन नहीं करते हुए बिना पूर्व सूचना स्थान परिवर्तन के बाद सोनोग्राफी मशीन का संचालन शुरू कर दिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया। अब तक अस्पताल प्रबंधन को सोनोग्राफी मशीन संचालन के लिए लाइसेंस नहीं मिल पाया है।
रोक के बावजूद हो रही सोनोग्राफी
स्वास्थ्य विभाग की रोक के बावजूद अस्पतालों में सोनोग्राफी करने के मामले में पत्रिका की पड़ताल में रायपुर मार्ग स्थित दोनों स्वास्थ्य संस्थानों ने सोनोग्राफी करने से मना कर दिया। वहीं मोहभट्टा मार्ग स्थित अस्पताल के कर्मियों ने सोनोग्राफी होने की बात कहते हुए मरीज को अस्पताल लाने की बात कही। स्पष्ट है कि कई अस्पताल प्रबंधन मनमानी पर उतारू हैं और प्रशासन की रोक के बावजूद सोनोग्राफी कर रहे हैं। गौरतलब हो कि संबंधित अस्पताल को सोनोग्राफी करने के लिए अब तक लाइसेंस नहीं मिला है।
बीएमओ डॉ. शरद कोहाड़े ने कहा कि राजस्व विभाग के साथ रूटीन जांच में कई प्राइवेट अस्पतालों में नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन पाया गया। जिसमें एके मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल व एसएसडी डायग्नोस्टिक सेंटर में सोनोग्राफी करने पर रोक लगा दी गई है। रोक के बावजूद सोनोग्राफी करने पर कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारी को अवगत कराया जाएगा। उनके निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।


