बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। नगर के बहुपयोगी बांधा तालाब व छोटा तालाब को लीज में देने का नागरिकों ने विरोध किया है। शहर के करीब 6 वार्ड के निस्तारी के लिए जरूरी तालाब को लीज में देने के कारण तालाब में बदबू फैलता है।
दवाईयां डालने से लोगों को शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नागरिकों, जनप्रतिनिधि व किसानों ने कलेक्टर को आवेदन देकर आपत्ति दर्ज कराया है। जानकारी हो कि नगर के सबसे बड़े व बहुउपयोगी बांधा तालाब को लीज में देने के लिए नगर पालिका कार्यालय द्वारा आगमी 10 साल के लिए मच्छीपालन के लिए लीज पर देने के लिए ईश्तहार जारी कर लोगों से आवेदन मंगाया गया है।
विभागीय योजना के तहत लीज पर देने के लिए मंगाये आवेदन में प्राथमिकता क्रम तय कर लीज में दिये जाने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया गया है। जिसे देखते हुए शहर के नागरिकों ने निस्तारित के लिए जरूरी बांधा व छोटे तालाब को लीज पर दिया जाना लोकहित में गलत होने का पक्ष देखते हुए आवेदन प्रस्तुत कर आपत्ति जताया है। आपत्ति करने वाले नागरिकों ने बताया कि जिला मुख्यालय के इस तालाब का प्रयोग लोग नहाने, पूजा पाठ व अन्य कार्यों के लिए करते हैं आ रहे हैं। साथ ही वार्ड 1 से लेकर 3 और वार्ड 19 , 20 व 21 के लिए निस्तारी का सहारा है। इन वार्डों में करीब 6000 से अधिक नागरिक निवासरत है जिनकी निर्भरता इस तालाब से जुड़ा हुआ है।
केमिकल डालने व मरीे हुई मछली से होती बीमारी
आपत्ति दर्ज कराने वाले प्रगतिशील किसान संघ के रामसहाय वर्मा, तारन सिंह वर्मा, प्रमिला साहू, पेखन साहू, सुखनंदन, रामकुमार वर्मा, वाहिद रवानी, समारू, बिसम्भर, छबी समेत ने प्रस्तुत किये गये आवेदन में स्पष्ट किया है। तालाब में मछली पालने के दौरान केमिकल का उपयोग किया जाता है। मछली के मरने से भी पानी खराब होता है जिससे लोगों में खुजली व अन्य बीमारियों की होती है। साथ ही तालाब भी बदबूदार होता है। आपत्तिकर्ताओ ने बेमेतरा एसडीएम, सीएमओ व कलेक्टर को आवेदन प्रस्तुत किया है।


