बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 अप्रैल। ग्राम सलधा स्थित सपाद लक्षेश्वर धाम में आयोजित श्री शिव महापुराण के छठवें दिन प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू पहुंचे । यहां उन्होंने जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के श्री मुख से शिव पुराण कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा उपस्थित थे। कथा के छठवें दिन जगतगुरु शंकराचार्य ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि गौतम नाम के ऋषि हुए, जहां त्रंबकेश्वर क्षेत्र है, वहां पे रहते थे।
यहां 100 वर्ष का अकाल पड़ा। सौ वर्ष का अकाल आप समझिए वर्षा हुई नहीं, सभी जल स्त्रोत सूख गए। पशु और पक्षी भी जंगल छोडक़र चले गए। अब वहां कोई रहना पसंद नहीं करता था। प्राणायाम करते हुए गौतम ऋषि वहां पर विराजमान रह गए। उन्होंने कहा मैं इस क्षेत्र को छोडूंगा नहीं तपस्या करता रहूंगा। बाद में उनकी तपस्या बढऩे लगी और कहते हैं उन पर कृपा हुई भगवत गीता भगवान प्रकट हुए और कहा वर मांगों क्या मानते हो गौतम। उन्होंने कहा महराज बरसात हो जाए। भगवान ने कहा वर्षा तो नहीं हो सकती अभी यहां पर अकाल ही रहने वाला है, इसलिए वर्षा को छोडक़र और कोई वरदान चाहते हो तो मांग लो तो गौतम ऋषि ने कहा कि महाराज ठीक है वर्षा नहीं होती है, तो हमको आप जल दे दीजिए, लेकिन उस जल में गुण होने चाहिए। भगवान ने कहा कि कौन से गुण, ऐसा जल चाहिए जो अक्षय हो खत्म ना हो और उसमें पोषण की शक्ति हो।
जगतगुरु शंकराचार्य महाराज के दिव्य दर्शन का सौभाग्य मिला
गृहमंत्री दोपहर 2 बजे सलधा सपाद लखेश्वर धाम के शिवगंगा आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने भण्डारे में प्रसाद ग्रहण कर 2.45 बजे जगतगुरु शंकराचार्य महाराज का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर गृहमंत्री ने कहा कि स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस करते हैं कि शंकराचार्य महाराज के दिव्य दर्शन का लाभ उन्हें मिला।


