बेमेतरा
श्रीशिव महापुराण : तीसरे दिन कृषि मंत्री हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 अप्रैल। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष यह चार पुरुषार्थ हमारे शास्त्रों में बताए गए हैं। हम इन्हीं चार चीजों की इच्छा करते हैं। इन में से एक भी इच्छा यदि हमारे मन में ना जागे, तो समझना चाहिए हमारा जन्म बकरी के गले में लटकने वाले स्तन के जैसा है।
तो ऐसे ही हमारा जो जन्म है, वह भी तात्पर्य हीन समझा जाएगा, यदि 4 पुरुषार्थ में से एक भी पुरुषार्थ हमारे जीवन में सम्मिलित नहीं हुआ। वैसे तो चारों होना चाहिए और इन चारों पुरुषार्थ हमें तीन पुरुषार्थ तो ऐसे हैं, जो चौथे के लिए माने गए हैं और वह पुरुषार्थ क्या है वह है मोक्ष यानी मुक्ति तो प्रश्न यह उठता है कि मुक्ति को परम पुरुषार्थ क्यों कहा गया है। उक्त बातें जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज ने ग्राम सलधा स्थित सपाद लक्षेश्वर धाम में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कहीं।
उन्होंने कहा कि शिव महापुराण बताता है कि आप बंधे हुए हैं, जो बंधा हुआ वह मुक्त होना चाहता है । अब आप कहेंगे कि हम कहा बंधे हुए हैं? हमने तो कोई बंधन स्वीकार नहीं किया है, लेकिन सच्चाई यही है कि हमारे ऊपर बंधन है तो यह बंधन क्या है और मोक्ष क्या है यह समझ लेने की आवश्यकता है।
शंकराचार्य के श्रीमुख से शिव महापुराण सुनने का सौभाग्य- रविंद्र चौबे
शिव महापुराण के तीसरे दिन कृषि मंत्री रविंद्र चौबे सलधा पहुंचे, यहां उन्होंने जगतगुरु शंकराचार्य महाराज का आशीर्वाद लिया और कहा कि सपाद लक्षेश्वर धाम के पवित्र आंगन में हमारा सौभाग्य है, जो जगतगुरु शंकराचार्य भगवान का दर्शन लाभ मिल रहा है। सौभाग्य इस बात का है कि सनातन परंपरा में शंकराचार्य भगवान को साक्षात शंकर का अवतार माना जाता है ।
सौभाग्य है पवित्र धाम में कि श्री शंकराचार्य भगवान के श्रीमुख से शिव महापुराण का हम सभी को श्रवण करने का अवसर मिल रहा है। यह संयोग, सौभाग्य और पिछले जन्म का पुण्य का साक्षी है।
संगीतमय शिव आरती पश्चात प्रसाद वितरण
कथा श्रवण करने विशेष रूप से कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, चन्द्रप्रकाश उपाध्याय सीईओ ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम हिमालय, मनोज शर्मा, ललित विश्वकर्मा, दिलेश्वर साहू, रवि गुप्ता, सन्तोष सिंह राजपूत, मनोज बक्शी, सन्तोष हनुमंता, गिरिराज दास वैष्णव, उमंग पांडे, बंटी तिवारी, सन्तोष दुबे अयोध्या, सी एम श्रीवास्तव, रजनीकांत पांडेय, राहुल गुप्ता, राजू पांडेय, डी पी तिवारी, गौतम जैन, महेंद्र वर्मा, कृष्णा परासर, राम दीक्षित, योगी, दीपक समेत हजारों श्रोतागण उपस्थित रहे।


