बेमेतरा

देखरेख के अभाव में उजड़ गया 25 एकड़ में फैला ऑक्सीजोन
22-Feb-2023 3:08 PM
देखरेख के अभाव में उजड़ गया 25 एकड़ में फैला ऑक्सीजोन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 फरवरी।
जिला मुख्यालय में चार साल पूर्व बनाया गया ऑक्सीजोन आज भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुआ है। देखरेख के अभाव में ऑक्सीजोन का वास्तविक लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पाया है।
नगर के सिंधौरी में 25 एकड़ में लोगों को प्रदूषण व ऑक्सीजन की बाहुल्यता क्षेत्र उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा खनिज न्यास के तहत उपलब्ध कराए गए फंड से वनविभाग द्वारा ऑक्सीजोन का निर्माण किया गया था। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए बेमेतरा के सिंघौरी वार्ड के अंतर्गत खिलोरा रोड में पंचवटी (राम वाटिका) के पास लगभग 25 एकड़ में ऑक्सीजोन के लिए 5 हजार 390 पौधे रोपित किये गये थे, जिसमें से आज आधे पौधे पेड़ बनने के पूर्व ही अस्तित्व खो चुके हैं।

जानवर व बंदर नुकसान पहुंचाते हैं
25 एकड़ के इस ऑक्सीजोन में लगाये गये पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए चारों तरफ तार से घेराबंदी किया गया। बावजूद बाड़ में जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने की वजह से अंदर घुसकर जानवर नुकसान पहुंचाते हैं, जिसकी वजह से पेड़ पौधे अभी तक विकसित नहीं हो पाया है। राहगीर बैसाखू राम ने बताया कि बंदर भी ऑक्सीजोन को भारी नुकसान पहुंचाते है। देखरेख के अभाव में ऑक्सीजोन अनुपयोगी साबित हो रहा है। जिला खनिज संस्थान न्यास (डी.एम.एफ) मद के अंतर्गत ऑक्सीजोन के लिए राशि स्वीकृत की गई थी। ऑक्सीजोन में नीम, करंज, अर्जुन, बेल, शिशु, बरगद, अमरूद, अमलतास, पीपल, पेल्टामार्फ, मौल श्री, पुत्र जीवस, कदम, जामुन, गरूण, कटहल, कचनार, आदि किस्म के पौधे रोपे गये थे।

ट्रैक व व्यायाम की सुविधा नहीं
ऑक्सीजोन में दैनिक तौर पर आने वाले लोगों के लिए ट्रैक व व्यायाम की सुविधा उपलब्ध कराना था, पर मौके पर केवल पौधारोपण किया गया है। इसके बाद अब तक दीगर सुविधाओं को विकसित नहीं किया गया है। जिसकी वजह से अभी तक आक्सीजोन लोगों के लिए देखने का काम आ रहा है।
 


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