बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 जनवरी। हाइवे पर सरपट दौड़ रहे वाहनों से दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है। एक से 7 जनवरी के बीच अब तक दर्जन भर हादसे हो चुके हैं, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई। कई वाहन चालक घायल हुए।
खुली सडक़ पर शाम ढलते ही वाहन चालक गाडिय़ों की स्पीड को बेतरतीब बढ़ा रहे हैं, जिससे लगातार हादसे हो रहे। अभी ठंड के दिनों में कोहरा घना छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम बनी हुई है। बावजूद इसके वाहन चालक रफ्तार कम नहीं कर रहे।
बताया जाता है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों को भी पुलिस ने बिना स्टॉपर और ब्रेकर के छोड़ रखा है। जिसके चलते वाहन चालक तेज रफ्तार में लोगों को ठोकर मारते हुए भाग खड़े हो रहे हैं।
ज्ञात हो कि 26 दिसंबर की रात अज्ञात वाहन की ठोकर से पैदल जा रहे वार्ड 21 निवासी जगमोाहन साहू की मौत हुई, वहीं एक अन्य घायल हुआ। वाहन चालक का पता नहीं चल सका। इस तरह एक और दुर्घटना में 31 दिंसबर को हाईवे में खिलावन वर्मा वार्ड 9 कोबिया निवासी कि अज्ञात वाहन की ठोकर से मौत हुई। चालक का पता नहीं चल सका। हाल ही में 2 जनवरी को नेशनल हाइवे पर दोपहर को टेंकर वाहन ने साइकिल सवार प्रभू साहू को ठोकर मार दी, जिससे मौके पर ही मौत हो गई।
इसलिए बढ़ रहे हादसे
हाईवे पर सडक़ किनारे खड़े वाहनों की वजह से अधिकतर हादसे हो रहे हैं। ढाबा और अन्य दुकानों पर गाडिय़ां रोककर वाहन चालक चले जाते हैं, जबकि इससे रास्ता जाम होता है। जल्दबाजी के चक्कर में दोनों तरफ से आ रही गाडिय़ों से हादसे की संभावना बढ़ जाती है। हाईवे में जिले का सरहद अगरी से लेकर सिमगा पुलिस तक 12 ढाबा व होटल हैं। पथर्रा, कठिया, जेवरा, बसनी, जेल के करीब, चोरभटठी, नवागढ़ तिग्डडा से बैजी, कारेसरा, चौक के आसपास इस तरह की स्थिती आमतौर पर बनती है। सबसे अधिक दुर्घटना भी यहीं हो रही हैं। सिटी कोतवाली प्रभारी अंबर सिंह ने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं की जानकारी मिलने पर तत्काल चेंकिंग पाइंट लगाए जाते हैं। अगर देर से सूचना दी गई तो वाहन चालक भाग जाता है। सडक़ किनारे गाडिय़ां खड़े करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


