बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बेमेतरा जिले में प्राथमिकता देते हुए अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिले में बच्चों में कुपोषण, किशोरी बालिकाओं एवं माताओं में एनीमिया में कमी लाने तथा शिशु मृत्यु दर एवं बाल मृत्यु की दर में कमी लाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।
कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की टीम और महिला बाल विकास विभाग आपस में समन्वय कर सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण वाटिका का निर्माण करायें ताकि स्थानीय स्तर पर साग-सब्जी एवं फल बच्चों को पौष्टिक आहार के रुप में मिल सके।
उन्होंने कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में रखकर उनके स्वास्थ्य एवं पोषण की मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण की दिशा में कार्य करते हुए जनसामान्य को सुपोषण के प्रति जागरूक किया जाए।
कलेक्टर ने कहा कि सुपरवाइजर द्वारा जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें एवं गांव में जो पोषण युक्त आहार जैसे-अण्डा, हरी सब्जियां, दूध, फल, चना, गुड़, दलिया आदि का सेवन करने का परामर्श दें। जिससे की बच्चों में भोजन शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी आदि समस्याओं को दूर करने का कार्य पूर्ण हो सके।


