बेमेतरा

सनातन धर्म के प्रचार से कलयुग में राम राज्य संभव-पुष्पांजलि दीदी
15-Dec-2022 7:40 PM
सनातन धर्म के प्रचार से कलयुग में राम राज्य संभव-पुष्पांजलि दीदी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 15 दिसंबर। बेरला नगर में आयोजित श्रीरूद्र महायज्ञ व शिव महापुराण कथा के 7वें दिन हजार श्रोताओं को संबोधित करते हुए मानस पुत्री दीदी पुष्पांजलि ने कहा अगर सभी धर्म प्रेमी भक्तजन धर्म का प्रचार करते रहे तो कलयुग में राम राज्य आ जाएगा। राम के राज्य में दरिद्र, दुखी, दीन, ना ही अकाल मृत्यु, ना किसी को पीड़ा, ना ही कोई लक्षणों से हीन था।  दंड शब्द सन्यासियों के हाथ में दंडी त्रिदंडी के रूप प्रयोग होता थ।

उन्होंने कहा, आज देखा जा रहा है कि गांव का दूध, गांव का पूत, गांव की लक्ष्मी, सरस्वती शहर की ओर भाग रही है। भारत देश की आत्मा गांवों में बसती है। आज हमारा बेटा, बेटी पढ़ लिखकर धन अर्जित कर शहर में बसने जा रहे। गांव उजर होते जा रहे। पढ़े-लिखे नौकरी करने वाले लोग गांव गांव के घर में दीपक जलाने वाला नहीं।

गणेश गौ सेवक ताम्रध्वज मिश्रा, आराधना पांडे, ईश्वर सिन्हा, जीवन गायकवाड़, सूर्यप्रकाश शर्मा, राजेश दुब,े ईश्वरी सिन्हा, शिवझंड़ी सिन्हा, विमला तिवारी, अल्पना बाजपेयी,  मोनिका तिवारी उपस्थित रहे। गांव का विकास ही भारत का विकास है

पुष्पांजलि दीदी ने श्रद्धालुओं से कहा कि गांव का विकास ही भारत का विकास है। शहरी लोग को जो इलाज की सुविधा, शिक्षा की सुविधा, किसान, गरीब मजदूर आदिवासी, गरीब वनवासी भी शहरी सुविधाओं के हकदार हैं। ग्रामीण अंचलों से हजारों किसान श्रोता माताएं बहने कथा पंडाल में एवं रूद्र महायज्ञ की परिक्रमा में भारी तादात में मौजूद रहते हैं।  उन्होंने भगवान शिव की अलौकिक कथाओं का वर्णन करते हुए कहा, भगवान गणेश का स्मरण करके जो घर से निकलते उनके सभी काम बन कर आते है। श्री गणेश को भूलकर जो भी कार्य करोगे उससे कार्य विघ्न निश्चित आता है। वे  विघ्नहर्ता और विघ्नाशक है।

दीदी ने कहा कि शंकर भगवान के परिवार के हर सदस्य की पूजा की जाती। किसी भी देवता के बच्चों की पूजा मंदिर में नहीं होती, पर गणेशजी, स्वामी कार्तिकेय, माता गिरजा, भोलेनाथ, नंदेश्वर, कुबेर सभी की पूजा की जाती है।

शंकर जी के दरबार में सब सम होते है। शिवजी का वाहन बैल और माता का वाहन शेर और बैल का स्वाभाविक बैर शिव सानिध्य में बैर भाव भूल कर प्रेम से रहते। शिवजी के गले में सांप और कार्तिकजी का वाहन मोर, सांप मोर का बैर पर परस्पर मेल, गणेश भगवान का वाहन चूहा और सांप का बैर, पर साथ में रहते हैं। 


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