बेमेतरा

बेमेतरा: वित्तीय स्थिति खराब, 5 महीने में कर्मियों को एक बार वेतन
11-Dec-2022 3:50 PM
बेमेतरा: वित्तीय स्थिति खराब, 5 महीने में कर्मियों को एक बार वेतन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 दिसम्बर।
जिले के सबसे बड़े नगरीय निकाय नगर पालिका की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कार्यरतों को नियमित वेतन जारी नहीं किया जा रहा है। जुलाई के बाद से कार्यरतों को केवल एक बार वेतन अक्टूबर महीने में जारी किया गया था, जिसके बाद के दो माह का वेतन व जारी महीने का वेतन कर्मचारियों के खाते में नहीं पहुंचा है। वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में नराजगी है। सीएमओ ने जल्द ही राशि जारी करने का भरोसा दिलाया है।
जानकारी हो कि नगर पालिका परिषद में 50 से अधिक नियमित, कर्मचारी कार्यरत है। इसके आलावा अस्थाई व प्लेसमेन्ट के तहत 120 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है जिन्हें वेतन जारी नहीं किया गया है।

कर्मचारी हितों के जानकारों का दावा है कि शासन स्तर पर जारी किये गये सर्कुलर के अनुसार कार्यरतों को समय पर नियमित तौर पर वेतन जारी करना अनिवार्य है, जिसके बावजूद भी 21 वार्ड वाले इस निकाय की आर्थिक हालत इस तरह का नहीं है कि कार्यरतों को प्रतिमाह वेतन दे सके।

36 लाख जारी होता है वेतन के तौर पर
नगर पालिका में 55 नियमित कर्मचारी है, जिनमें सीएमओ होम्योपैथी चिकित्सक, उपअभियंता के 3 पद, स्वच्छता निरीक्षक, लेखपाल, सहायक ग्रेड 2 , राजस्व निरीक्षक, उपराजस्व निरीक्षक, सहायक ग्रेड 3 के दो पद, सहायक राजस्व निरीक्षक के 6 पद, पंप आपडेट के 2 पद, पंप चालक, ट्रेक्टर चालक के 2 पद, सफाई जमादार के एक पद, भृत्य के 9 पद, सफाई कर्मचारी के 14 पद, पंप कुली के 7 पद व कैशियर के एक पद शामिल है। जिनको वेतन का 19 लाख 59 हजार से अधिक राशि का वेतन भुगतान किया जाता है। इसके साथ ही प्लेसमेन्ट के तहत कार्यरत 71 कर्मचारियों ,सफाई, स्वच्छता, एलआरएम सेन्टर व अन्य कार्य में कार्यरत कर्मी समेत कुल 164 कर्मियों को करीब 34 लाख से अधिक वेतन भुगतान पालिका द्वारा प्रति माह दिया जाता है।

ये कठिनाईयां है कार्यरतों के सामने
कार्यरतों ने बताया कि कर्मचारी वेतन मिलने के बाद होमलोन, पर्सनल लोन, बाजार का बकाया, दैनिक व्यय व अन्य व्यय करते है वेतन मिलते ही कार्यरतों को अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा इन पर खर्च करना पडता है, ये सभी खर्च अनिवार्य और नियमित है जिस पर ढिलाई करना मुनासिब नहीं होता है। नियमित किश्त भुगतान नहीं किये जाने पर बैंक द्वारा पेनाल्टी लिया जाता है, इस स्थिति में एक माह कम चलाना मुश्किल होता है वहां पर दो से तीन माह का वेतन नहीं मिलने से प्रभावितों को कई तरह के समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बहरहाल, लचर आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे पालिका के कर्मचारियों को वेतन के लाले पडऩे लगा है।

11 महीने से वेतन नहीं - पंप ऑपरेटर
बेमेतरा जल प्रदाय योजना के तहत कार्यरत 6 कर्मचारियों ने बताया कि उनके द्वारा फिल्टर प्लांट में पंप ऑपरेटर, मानिटरिंग व अन्य कार्य किया जा रहा है। उनके प्रति माह 7 हजार रूपये का मानदेय दिया जाना तय किया गया है पर बीते 11 महीने से सभी को मानदेय जारी नहीं किया गया है। मानदेय जारी नहीं किये जाने से सभी का आर्थिक हालत कमजोर हो चुकी है। महेन्द्र कुमार बंजारे, अषोक निषाद, राकेश पाल, पुरूषोत्तम ध्रुव, दौलत वर्मा, हेमराज टंडन ने बताया कि वो अब तक 6 से 7 आवेदन प्रस्तुत कर मानदेय देने का मांग करते आ रहे हैं। अब कलक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर राशि जारी कराने के लिए गुहार लगाया है।

7 तारीख को काम बंद करने
की तैयारी में थे कर्मचारी
सूत्रों के अनुसार बीतेे 7 दिसंबर को नगर पालिका परिसर में मौजूद कार्यरत नियमित भुगतान नहीं होने के विरोध में काम बंद करने की तैयारी कर रहे थे जिसकी भनक लगते ही सक्षम अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, जिनके द्वारा 9 दिसंबर तक फंड जारी करने का भरोसा दिलाया गया था, जिसके बाद 10 दिसंबर को भी मानदेय जारी नहीं हुआ है।

इस सम्बध में नगर पालिका के सीएमओ भूपेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि कर्मचारियों को आने वाले एक-दो दिनों में वेतन जारी किया जाएगा। कर्मचारियों से भी इस पर चर्चा किया गया है।


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