बेमेतरा

प्रकृति माता को वातानुकूलित करने वृक्षारोपण ही उपाय- प्रज्ञा
06-Jun-2022 8:43 PM
प्रकृति माता को वातानुकूलित करने वृक्षारोपण ही उपाय- प्रज्ञा

इस वर्ष सर्वाधिक पौधारोपण करने वाले पंचायत को मिलेंगे 5 लाख 

बेमेतरा, 6 जून।  अभी दो दशक पहले की ही बात है,गर्मी के रातों में गांवों में ही नही शहरों में भी लोग अपने आँगन और छतों में बच्चे और बड़े पूरे चैन की नींद तारों को निहारते हुए सोया करते थे,अब के बढ़ते कल कारखानों, दुपहिया चौपहिया वाहनों और बेतहासा कटते जंगलों ने गर्मी के मौसम को एक गर्म ओवन में तब्दील कर दिया है,धरती माता को तपन से बचाने सिर्फ और सिर्फ एक ही उपाय है कि गांव और शहरों में सघन वृक्षारोपण हर स्तर पर किया जाए, व्यक्तिगत स्तर पर,सामाजिक संगठन के स्तर पर, शासकीय कार्यक्रमों के माध्यम से वृक्षारोपण के लिए प्रचंड महाअभियान चलाना होगा,सिर्फ सावन में नही बल्कि साल भर और अनुमानत: 10 साल तक प्रत्येक व्यक्ति को परिवार को अपनी सर्वोच्च नागरिक जिम्मेदारी मान इससे जुडऩा होगा। जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने इस आशय का पत्र अपने जिला पंचायत क्षेत्र के सभी निर्वाचित सरपंचों और जनपद पंचायत के सदस्यों को लिखा है।

उन्होंने लिखा है वृक्षारोपण से बढ़े हुए तापमान को कम तो किया जा सकेगा बल्कि भूजल स्तर,वायु प्रदूषण और मौसम में आ रहे बदलाव को भी नियंत्रित कर सकेंगे। मृदा प्रदूषण ,ध्वनि प्रदूषण को रोकने का भी एक मात्र उपाय वृक्षारोपण हैं।

सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नही बल्कि हम सब की पूरी मानवता की एक सामूहिक जिम्मेवारी है कि हम धरती का श्रृंगार करें,उसे हरी चादर से ढँक दे,जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने अपील करते हुए कहा कि शादी निमंत्रण के कार्ड भी अब नई तकनीक के डिजिटल माध्यम से स्वीकार कर कागज के उपयोग को कम कर सकते हैं।
पेड़ो को कटने से बचा सकते हैं,शासकीय स्तर भी डिजिटल माध्यमों के अधिकाधिक उपयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है।

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 में छायादार पौधों को लगाने और उसकी साल भर रक्षा करने के लिए गांव के युवाओ के साथ लेंगे, ट्री गार्ड के लिए जा सहयोग से फंड एकत्रित कर फलदार पौधों को जगह की उपलब्धता के अनुरूप स्कूल प्रांगड़, घर से लगे बाड़ी और घेरे दार स्थलों में व्यापक स्तर लगाने का काम किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि सर्वाधिक पौधा रोपण करने वाले पंचायत को अपने विकास निधि को मिला 5 लाख रुपये उस पंचायत के विकास के लिए देंगी।
 


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