बेमेतरा

ट्रकें भिड़ीं, दोनों चालकों की मौत, गाड़ी में 7 घंटे फंसा रहा शव
17-May-2022 12:01 PM
ट्रकें भिड़ीं, दोनों चालकों की मौत, गाड़ी में 7 घंटे फंसा रहा शव

सडक़ पर बिखरे प्याज को लूटने में लगे रहे लोग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई।
रायपुर मार्ग में गुनरबोड के पास सोमवार सुबह करीब 5 बजे दो मालवाहको की जोरदार भिड़ंत हो गई। इस हादसे में दोनों वाहन के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि ट्रक चालक का शव करीब 7 से 8 घंटा वाहन के क्षतिग्रस्त हिस्से में फंसा रहा। जिसे गैस कटर की मदद से वाहन क्षतिग्रस्त हिस्से को काटकर बाहर निकाला गया।

कोतवाली पुलिस के अनुसार इंदौरी थाना पिपरिया निवासी पीलू राम साहू और उसका भतीजा तुला राम साहू माजदा वाहन में प्याज भरकर रायपुर जा रहे थे। वाहन पीलू राम चला रहा था। वहीं सिंगरौली मध्यप्रदेश निवासी अंजू साकेत (20) ट्रक में सीमेंट लोड कर फैक्ट्री से बेमेतरा होते हुए नागपुर जा रहा था। इस दरमियान रायपुर मार्ग में गुनरबोड के पास सुबह करीब 5 बजे दोनों मालवाहक की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन के सामने के हिस्से के परखच्चे उड़ गए और ट्रक ड्राइवर अंजू का सिर धड़ से अलग हो गया और हाथ भी कट गया। वहीं माजदा के ड्राइवर पीलू राम साहू की भी मौके पर मौत हो गई। मृतक पीलू का भतीजा तुलाराम घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है।

दोनों वाहनों को क्रेन की मदद से अलग किया गया। ट्रक ड्राइवर का शव वाहन में घंटों फंसा रहा। पुलिस ने गैस कटर की मदद से क्षतिग्रस्त हिस्से को काटकर शव को बाहर निकाला। घटना की सूचना दोनों मृतक के परिजनों को दी गई है। पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।  प्रकरण में पुलिस ने मर्ग कायम किया है।

घटना के बाद माजदा में लोड प्याज की बोरियां सडक़ में बिखर गई। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों की मदद करने की बजाए प्याज को लूटने में लग गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया, बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं थे। इसलिए पुलिस ने कड़ाई कर घटनास्थल पर लोगों को हटाया। वहीं सडक़ पर बिखरे प्याज को इकट्ठा कर बोरियों में भरकर थाना लाया गया।

हादसे को लेकर हाईवे प्राधिकरण गंभीर नहीं
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने ब्लैक स्पॉट पर सडक़ हादसे बड़े है। शहर के पास ग्राम गुनरबोड, बेरला तिराहा, नवागढ़ चौक समेत अन्य स्थानों को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है। यहां प्रशासन की तरफ से हादसों को रोकने के लिए अभी तक इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं। जिला से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह खतरा और भी अधिक है। मगर हाईवे प्राधिकरण की ओर से भी गंभीरता नहीं दिखाई गई इसके तहत अवैध कटों को पूरी तरह बंद करने, वाहनों पर रेडियम टेप लगाने, खतरनाक प्वाइंटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, आपातकालीन व्यवस्था जैसे कई कदम नही उठाए जा रहे हैं।

ब्लैक स्पॉट की बातें सिर्फ बैठकों तक सीमित
ब्लैक स्पॉट वाले स्थानों पर बाधा बन रही झाडिय़ां भी नहीं काटी गई है, इन सभी कारणों से हादसे से बढ़े हैं, जिसमें लोगों की जान जा रही है। कई ब्लैक स्पॉट वाली जगहों से राहगीरों की जानकारी के लिए दुर्घटनाजन्य क्षेत्र के बोर्ड भी नहीं लगे हैं। इससे प्रशासन की गंभीरता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर वहां जरूरी व्यवस्था बनाने की बातें सिर्फ बैठकों तक ही सीमित रहती है, धरातल पर व्यवस्था है दिखाई नहीं देती।


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