बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 मई। अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर कल सवेरे विधायक आशीष छाबड़ा बोरे-बासी खा कर श्रमिकों का सम्मान किया। साथ ही कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान और एसपी धमेंद्र सिंह ने जिले के ग्राम अमोरा में शिवनाथ नदी के किनारे पेड़ की छांव में बोरे बासी खाकर श्रमिकों का सम्मान किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 मई को श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे-बासी खाने की अपील प्रदेशवासियों से की थी।
हमें युवा पीढ़ी को छत्तीसगढिय़ा आहार और संस्कृति के गौरव का अहसास कराने यह आयोजन मुख्यमंत्री की पहल पर प्रदेश भर में किया गया।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने शिवनाथ नदी के किनारे जमीन में बैठकर फूलकांस की बटकी में बोरे-बासी का आनद लिया। बासी के साथ आमा का अथान और गोंदली भी खाया। गर्मी के दिनों में बोरे बासी शरीर को ठंडा रखता है। पाचन शक्ति बढ़ाता है। त्वचा की कोमलता और वजन संतुलित करने में भी रामबाण है। बोरे बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। पोषण आहार विशेषज्ञ भी मानते हैं कि छत्तीसगढ़ की दशको पुरानी परम्परा से जुड़े जायकेदार भोजन बोरे-बासी में भरपूर पोषक तत्व रहते हैं। धान का कटोरा कहे जाने वाले राज्य छत्तीसगढ़ के अधिकांश लोगों का आहार बोरे-बासी ही है। इसे खाने से पाचन क्रिया भी सही रहती है। इस अवसर पर सरपंच ग्राम पंचायत अमोरा के प्रतिनिधि ताकेश्वर वर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने श्रमवीरों के सम्मान में बोरे-बासी खाने की अपील की है। नि:संदेह यह एक सराहनीय पहल है।
कलेक्टर एवं एसपी ने गमछा एवं नारियल भेंटकर श्रमवीरों का सम्मान किया।