बस्तर
आदिवासी समाज ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया आयोजन, सैकड़ों श्रद्धालु हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अक्टूबर। आदिवासी ध्रुव, गोंड एवं अन्य सहयोगी समाजों के तत्वावधान में इस वर्ष भी परंपरागत रूप से ईसर गौरा-गौरी विवाह महापर्व धूमधाम से मनाया गया। शहर के पथरागुड़ा में आयोजित इस वार्षिक उत्सव में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए और देवों के देव बुढ़ा देव व माता पार्वती (गौरा) के विवाह समारोह के साक्षी बने।
कार्यक्रम के दौरान महिलाएं कलश लेकर लंबी कतारों में नाचते-गाते हुए चल रहीं थीं। पूरे वातावरण में ‘ईसर गौरा की जय’ के जयकारों से गूंज रही थी। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लेकर इस पर्व को उल्लास और भक्ति के साथ मनाया।
लोक परंपरा और मान्यता
स्थानीय मान्यता के अनुसार, ‘नए फसल सीजन की शुरुआत’ ईसर-गौरा पर्व के साथ होती है। श्रद्धालु ‘नए धान की बालियां’ अपने आराध्य देव को अर्पित कर समृद्ध फसल की कामना करते हैं। यह भी मान्यता है कि ईसर गौरा-गौरी विवाह के पश्चात ही आदिवासी समाज में विवाह समारोहों की शुरुआत की जाती है।
साथ ही कहा जाता है कि ‘सुरोंती की रात’ से ही मौसम में बदलाव आने लगता है और ठंड की आहट महसूस होने लगती है।
घर-घर में उत्सव का माहौल
इस पर्व की तैयारी एक सप्ताह पूर्व से ही शुरू हो जाती है। घरों की लिपाई-पुताई, सजावट और सफाई के साथ लोग अपने आराध्य की शादी में कोई कमी न रहे, इसका विशेष ध्यान रखते हैं। दूसरे दिन देव प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है, जिसमें महिलाएं और पुरुष नाचते-गाते हुए शामिल होते हैं।
समाज के पदाधिकारियों की सहभागिता
इस आयोजन को सफल बनाने में समाज के कई पदाधिकारियों का सहयोग रहा। इनमें संभागीय अध्यक्ष संजय ध्रुव, संभागीय सचिव लिलेश्वर ध्रुव, जिला उपाध्यक्ष विक्रम चंद्रवंशी, परिक्षेत्र अध्यक्ष अशोक मंडावी, उपाध्यक्ष करण सिंह नेताम, युवा अध्यक्ष हेमंत चंद्रवंशी, ओमप्रकाश ध्रुव, सीताराम नेताम, नीलकंठ ठाकुर, गोंचुराम ध्रुव, भगतराम ध्रुव, रामनारायण ध्रुव, धनीराम भंडारी, संतोष भंडारी, रमेश नेताम, जितेंद्र नेताम, वेद कुमार, रूपनारायण ध्रुव प्रमुख हैं।
महिला प्रकोष्ठ से दया ध्रुव, राधा ध्रुव, गौरी ध्रुव, सुरुजबती नेताम, पायल नेताम, पुष्पा ध्रुव, नीला ध्रुव, अनीता ध्रुव, सावित्री ध्रुव और लक्ष्मी ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
सभी ने मिलकर इस पारंपरिक महोत्सव को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।


