बस्तर

18 वर्ष बाद मूल धर्म में लौटे ग्रामीण, समाज ने किया स्वागत
09-Oct-2025 9:05 PM
18 वर्ष बाद मूल धर्म में लौटे ग्रामीण, समाज ने किया स्वागत

समाज के लोगों ने कहा-अपने रीति-रिवाज और परंपरा को बनाए रखें

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 9 अक्टूबर। बस्तर जिले के दरभा विकासखंड के चितापुर गांव में एक परिवार ने 18 वर्ष बाद अपने मूल धर्म में वापसी की है। जानकारी के अनुसार, ग्राम चितापदर के निवासी सुबाय बघेल (45 वर्ष) और वीरेंद्र बघेल (20 वर्ष) ने लगभग 18 वर्ष पहले ईसाई धर्म अपनाया था। हाल ही में उन्होंने पुन: अपने मूल हिन्दू धर्म में वापसी की।

बताया गया है कि यह प्रक्रिया कचरा पाठी परगना के माध्यम से स्थानीय रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुई। कचरा पाठी परगना अध्यक्ष धनुजय बघेल ने कहा कि समाज के कुछ लोग समय के साथ अपनी पारंपरिक संस्कृति और रीति-रिवाजों से दूर हो गए हैं। उन्होंने समाज के सदस्यों से अपील की कि वे अपने पूर्वजों द्वारा दी गई परंपराओं और रीति-रिवाजों को बनाए रखें।

धनुजय बघेल ने कहा कि ऐसा करने से समाज की सांस्कृतिक पहचान सुरक्षित रहेगी और आने वाली पीढिय़ों तक पहुंचेगी।

इस अवसर पर संरक्षक प्रेम चालकी, नाइक पाईक, नाइक संपत, नाइक धबलु, नाइक मदन, नाइक सुरेंद्र, परगना सियान लक्ष्मण बघेल, शियारी लाल, तुला कश्यप, रामदेव, नारायण, शामु सहित समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

भूतपूर्व संभाग अध्यक्ष विनय सोना, संभाग उपाध्यक्ष प्रकाश नागेश, जिला उपाध्यक्ष आकाश कश्यप, अमल बैस और मनोरथ चालकी भी मौजूद थे।

 


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