बस्तर

38 लाख के इनामी 16 नक्सलियों का समर्पण
09-Oct-2025 3:49 PM
38 लाख के इनामी 16 नक्सलियों का समर्पण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 9 अक्टूबर। बुधवार को 16 नक्सलियों ने नारायणपुर में आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों के खिलाफ 38 लाख रुपये का ईनाम भी बताया जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली माड़ डिवीजन, उत्तर ब्यूरो और कुतुल एरिया से संबंधित कैडर थे।

नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन ने बताया कि 8 अक्टूबर  को नक्सल प्रभावित माड़ डिवीजन क्षेत्र से एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय नारायणपुर में कुल 16 सक्रिय नक्सली कैडरों ने पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण किया। यह आत्मसमर्पण बस्तर में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक और महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में  पोदिया मरकाम उर्फ रतन उर्फ फगनू - कमांडो नं.01 मिलिट्री प्लाटून के डिप्टी कमांडर, इनामी 8 लाख, मनोज दुग्गा उर्फ संकेर उर्फ शंकर उर्फ भारत - कमांडो नं.01 मिलिट्री कंपनी सदस्य, इनामी 8 लाख, सुमित्रा उर्फ सन्नी कुर्साम - कमांडो नं.01 मिलिट्री कंपनी सदस्या, इनामी 8 लाख, वनीला फरसा - कमांडो नं.06 मिलिट्री कंपनी सदस्य, इनामी 8 लाख, श्री गावडे उर्फ दिवाकर - उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम, डिवीजनल कमेटी सदस्य, इनामी 8 लाख,  बुधु उर्फ कमलेश उसेण्डी - माड़ डिवीजन स्टॉप टीम एसीएम, इनामी 5 लाख, मड्डा कुंजाम उर्फ सोनारू - कमांडो नं.01 पार्टी सदस्य, इनामी 1 लाख, रवि उर्फ गोपाल वड्डे कमांडो नं.01 पार्टी सदस्य, इनामी 1 लाख,  कारे कोर्राम कमांडो नं.01 पार्टी सदस्य, इनामी 1 लाख, सोमलो कश्यप उर्फ मनीषा - कुतुल एरिया दल सदस्या, नरसू वड्डे  -जनताना सरकार सदस्य,  सोनू जटी - जनताना सरकार सदस्य, इरगू वड्डे - जनताना सरकार सदस्य,  बुधनी गोटा उर्फ रेश्मा - मिलिशिया सदस्य,  राजे गोटा उर्फ वनिता - मिलिशिया सदस्य, मासे गोटा उर्फ ललिता - मिलिशिया सदस्य है।

बस्तर के आईजी सुन्दरराज पट्टलिंगम ने कहा कि इन 16 नक्सली कैडरों का आत्मसमर्पण इस बात का प्रमाण है कि अब बस्तर के भीतर भी परिवर्तन की बयार चल रही है। हिंसा, भय और शोषण की विचारधारा से मोहभंग होकर ये युवा अब विकास, शिक्षा और शांति की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। यह कदम न केवल इन कैडरों और उनके परिवारों के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि बस्तर में स्थायी शांति और विश्वास की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।

20 माह और 1837 नक्सलियों ने पुलिस के प्रति दिखाया विश्वास

उल्लेखनीय है कि अब तक छत्तीसगढ़ शासन एवं भारत सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बस्तर रेंज में पिछले 20 महीनों में कुल 1,837 नक्सली कैडर हिंसा का मार्ग छोडक़र मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं।


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