बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 सितंबर। लौंडीगुड़ा ब्लॉक के लखईबेड़ा और ऐरमुर गांव के बीच बना नया पुल इस वर्ष की भारी बारिश में बहकर पूरी तरह से नष्ट हो गया है। इस वजह से आसपास के कई स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों को रोजाना स्कूल आने-जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
लखईबेड़ा पंच हेमंत सेठिया ने बताया कि पुल का क्षतिग्रस्त होना क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है। अब बच्चे मजबूरन एक लंबा और जोखिम भरा रास्ता तय करके स्कूल पहुंचते हैं। छोटे बच्चों सहित अभिभावकों की चिंता बढ़ती जा रही है। बार-बार प्रशासन से अनुरोध करने के बावजूद, इस गंभीर समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि सरपंच और जनप्रतिनिधि इस ओर आंखें मूंदे हुए हैं। लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय ही जनता के पास आते हैं, लेकिन समस्या के समाधान में पूरी तरह से लापरवाह बने हुए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि क्षतिग्रस्त पुल के कारण बच्चों की सुरक्षा को गंभीर खतरा बना हुआ है। अभिभावक डर के साए में बच्चों को स्कूल भेजने को मजबूर हैं।


