बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 22 दिसंबर। नगर पंचायत राजपुर के पार्षदों ने प्रेस वार्ता कर नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह पर नगर के विकास कार्यों में अवरोध उत्पन्न करने तथा कलेक्टर बलरामपुर को लगातार मिथ्या शिकायतें करने का आरोप लगाया। पार्षदों का कहना है कि अध्यक्ष द्वारा नगर के लोकहित में कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई गई है, बल्कि वे कथित रूप से दलालों के प्रभाव में आकर नगर पंचायत के कार्यों को बाधित कर रहे हैं।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष धरम सिंह नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से उनके खिलाफ भी निराधार शिकायतें कर रहे हैं। एक ओर वे स्वयं को ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का हिस्सा बताकर विधायक एवं सांसदों के साथ मंच साझा करते हुए विकास कार्यों के दावे करते हैं, वहीं दूसरी ओर परिषद गठन के नौ माह बीत जाने के बाद भी शासन स्तर से नगर पंचायत को किसी भी प्रकार की स्वीकृति प्राप्त नहीं हो सकी है।
पार्षदों ने तुलना करते हुए कहा कि इसी विधानसभा क्षेत्र के कुसमी नगर पंचायत में, जहां डबल इंजन सरकार के विरुद्ध निर्वाचित अध्यक्ष हैं, वहां लगातार निर्माण कार्यों की स्वीकृतियां मिल रही हैं, जबकि राजपुर नगर पंचायत विकास से वंचित है।
प्रेस वार्ता में यह भी बताया गया कि अध्यक्ष द्वारा मंगल भवन निर्माण, स्ट्रीट लाइट तथा सीएमओ पर डीजल चोरी जैसे आरोप लगाकर की गई शिकायतों को छह माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि अध्यक्ष स्वयं निर्णय लेने के बजाय मिथ्या शिकायतों में व्यस्त हैं, जिसके कारण नगर के लोकहित एवं विकास कार्य ठप पड़े हैं। पार्षदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष से जनता से माफी मांगने तथा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की।प्रेस वार्ता के दौरान पार्षद प्रभात रंजन त्रिपाठी, विश्वास कुमार गुप्ता, नेहा चौबे सहित गणमान्य नागरिक राजेंद्र सिंह, कौशल चौबे सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि नगर में किसी भी विकास कार्य को रोका नहीं गया है। उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसे आरोप लगा रहे हैं, वे नगर में जाकर कार्यों को स्वयं देख सकते हैं। अधिकारियों के खिलाफ मिथ्या शिकायत करने के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन कार्यों में अनियमितता या देरी हुई है, उसी संबंध में शिकायत की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें किसी भी जांच का प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।


