बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 7 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना वर्ष 1925 में डॉ. हेडगेवार जी द्वारा की गई थी। इस वर्ष संघ अपनी शताब्दी यात्रा (1925-2025) के 100 गौरवशाली वर्ष पूर्ण कर रहा है। एक सदी की इस अद्भुत यात्रा में संघ ने भारतवर्ष के प्रत्येक कोने में सेवा, संस्कार, अनुशासन, संगठन और राष्ट्रभक्ति की भावना को सशक्त किया है।
बलरामपुर अंचल में भी संघ के स्वयंसेवकों ने समाज के सभी वर्गों तक सांस्कृतिक जागरण, आपदा राहत, शिक्षा, स्वावलंबन और सामाजिक समरसता का संदेश पहुँचाया है। संघ ने न केवल संगठन खड़ा किया, बल्कि राष्ट्र चेतना और भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण का प्राणतत्व बन गया है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं ने बताया कि नगर बलरामपुर के स्वयंसेवक संघ की इस सौ वर्षीय गौरव यात्रा से प्रेरणा लेकर समाज में संगठन, सेवा और संस्कार की भावना को आगे बढ़ा रहे हैं।
संघ शताब्दी के इस पावन अवसर पर स्वयंसेवकों ने संकल्प लिया कि ‘सेवा, संगठन और राष्ट्र निर्माण’ के पथ पर चलकर भारत को और महान बनाया जाएगा।


