बलरामपुर
जांच में उजागर हुआ संगठित षड्यंत्र, चार महिलाओं पर एफआईआर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी,24 अगस्त। बलरामपुर जिला के विकासखंड शंकरगढ़ अंतर्गत आंगनबाड़ी सहायिका पदों पर फर्जी अंकसूची के आधार पर की गई भर्ती का मामला उजागर हुआ है। कलेक्टर बलरामपुर-रामानुजगंज के निर्देश पर शंकरगढ़ थाना पुलिस ने चार महिलाओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।
ग्राम जारगीम निवासी गायत्री पति हेमंत कुमार ने आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के उपयोग की शिकायत कलेक्टर को सौंपी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने तत्काल जांच के आदेश दिए।
संयुक्त जांच में फर्जीवाड़ा साबित
जिला शिक्षा अधिकारी एवं एसडीएम शंकरगढ़ की संयुक्त जांच समिति ने आठ आंगनबाड़ी केंद्रों – बहेराटोली, जारगीम, कटहरपारा, महुआडीह, धाजापाठ, कोठली, डूमरपानी एवं बेलकोना की भर्ती प्रक्रिया की गहन जांच की।जांच में पाया गया कि अरमाना पति समसेर आलम निवासी ग्राम जारगीम, रीजवाना पति अमरूद्दीन ग्राम महुआडीह , प्रियंका यादव पति आशीष यादव निवासी ग्राम कोठली एवं सुशीला सिंह पति उमाशंकर ग्राम बेलकोना ने अजीजी पब्लिक स्कूल भगवतपुर/कुसमी की फर्जी कक्षा 8वीं की अंकसूची लगाकर चयन पाया था।
कलेक्टर के आदेश पर कार्रवाई
जांच रिपोर्ट 20 अगस्त में इस कृत्य को संगठित आपराधिक षड्यंत्र, कूटरचना एवं जालसाजी का गंभीर मामला बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की गई। इसके बाद बबली यादव, प्रभारी परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना कुसमी ने शंकरगढ़ थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, होगी सख्त कार्रवाई
शंकरगढ़ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 318(2),318(4),336(3),338,340(2),61(2) धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। दस्तावेजों की जांच कर आरोपियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि सरकारी योजनाओं में फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई होगी।


