बलौदा बाजार
बलौदाबाजार: 762 नए मरीज मिले, 10 की मौत, 2260 एक्टिव , 418 स्वस्थ भी हुए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 23 अप्रैल। जिले में कोरोना की दूसरी लहर के कहर के बीच कुछ दिनों से राहत भरी खबर आ रही है, एक ओर बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमितों की पहचान हो रही है तो दूसरी ओर लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं।
इस माह के शुरुआती दौर के 12 दिनों में मिले मरीजों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत मात्र 13.8 फीसदी था वहीं 13 अप्रैल के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी तो हुई है, मगर जो मरीज मिले हैं उसकी तुलना में स्वस्थ्य होने वाले मरीजों का प्रतिशत भी बढक़र 37.7 फीसदी पहुंच गया है। मायूसी के इस दौर में जिले के लगभग 9 हजार संक्रमितों को इस खबर से ये उम्मीद जागी है कि वे भी जल्द स्वस्थ्य होंगे और अपनों के बीच जल्द ही लौटेंगे। संक्रमित लोगों को हौसला देने वाली खबर यह है कि जिले में सोमवार को 914, मंगलवार को 350 तो बुधवार को 345 लोग स्वस्थ हुए हैं।
वैक्सीन लगवाने वाले 8 हजार से 800 हुए, पेट्रोल न मिलना भी बड़ा कारण
दूसरी ओर जिले में बड़ी संख्या में लोग टेस्टिंग के लिए सामने तो आ रहे हैं मगर वैक्सीन को भूल गए हैं। पहले जहां 7 से 8 हजार लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन लग रही थी, अब मात्र 7 से 8 सौ लोग ही वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि लोगों में यह गलत धारणा बन गई है कि वैक्सीन लगने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। एक कारण यह भी है कि जिले में लॉकडाउन के चलते पेट्रोल पंप में आम लोगों को पेट्रोल नहीं मिल रहा है, ऐसे में वैक्सीनेशन के लिए भी कोई नहीं आ रहा है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शिवकुमार ने बताया कि वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए शिविर लगाते मगर जिले के 15 फीसदी से भी अधिक स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जिले में 30 अप्रैल तक 2 लाख 88 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था मगर 1 लाख 77837 लोगों को ही टीका लग पाया है।
ऐसे भी जीत रहे जंग
कोरोना से जंग जीतने की नई-नई कहानियां भी लगातार सामने आ रही हैं। दो दिन पहले लवन की पॉजिटिव महानमति जिला अस्पताल से स्वस्थ बच्चे को लेकर विदा हुई। इस तरह अपना घर परिवार भूलकर हेल्थ वर्कर दूसरे के घरों में ऐसी खुशियां भी परोस रहे हैं।
संक्रमण को गंभीरता से ले रहे लोग, टेस्टिंग कराने पहुंच रहे
अब बलौदाबाजार में लोग सावधानी बरतते दिखाई दे रहे हैं। हर चेहरे पर मास्क है, जांच केंद्रों में लगी लंबी कतारें बता रही हैं कि लोग अब कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेने लगे हैं। अप्रैल के बीते 21 दिनों में ही 52928 लोगों ने कोरोना टेस्ट कराया है। इसके पहले शिविर लगाने के बावजूद भी टेस्ट कराने वालों का आंकड़ा हजार से 1500 तक ही सीमित रहता था मगर अब प्रतिदिन औसतन ढाई हजार लोग टेस्ट कराने जांच केंद्रों में आ रहे हैं।
85 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हो रहे
जिले में होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे मरीज बड़ी संख्या में तेजी से ठीक हो रहे हैं। जिले में 8673 कुल सक्रिय मरीज हैं। इनमें से 90 प्रतिशत लोग यानी 7793 लोग घरों में ही रहकर अपना इलाज करा रहे हैं, जबकि मात्र 10 प्रतिशत मरीज यानी 880 लोग ही अस्पतालों में हैं। जिले में होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराकर ठीक होने की दर लगभग 85 प्रतिशत है।
मिलने वाले हर 100 मरीजों के पीछे अब 38 स्वस्थ भी
1 से 12 अप्रैल तक 12 दिनों में कुल 4583 मरीज मिले थे। इन्हीं 12 दिनों में स्वस्थ्य होने वाले मरीजों की संख्या मात्र 633 ही थी यानी 100 मरीज मिल रहे थे तो सिर्फ 14 मरीज स्वस्थ्य हो रहे थे। पिछले 9 दिनों में सुकून देने वालीे खबर यह है कि 6823 मिले संक्रमितों में से 2573 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब मिलने वाले हर 100 मरीजों के पीछे 38 मरीज स्वस्थ्य भी हो रहे हैं।
80 फीसदी मरीजों की हालत बेहतर- सीएमएचओ
सीएमएचओ, डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि 80 फीसदी से अधिक मरीजों की हालत बेहतर है। कोरोना वायरस कैंसर, टीबी, मधुमेह, सांस रोग समेत अन्य गंभीर मर्ज से जूझ रहे लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है। मरीजों की देखरेख, उनकी दवा से लेकर खानपान तक का पालन किया जा रहा है। गंभीर मरीजों की नियमित जांच, इलाज की मॉनीटरिंग भी जल्द ठीक होने की एक वजह है।


