बलौदा बाजार
.jpeg)
अस्पताल में 100 की स्क्रीनिंग में 35 मिले प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 21 मई। विभिन्न कारणों से बढ़ता तनाव तथा खान-पान में की जाने वाली लापरवाही की वजह से हाइपरटेंशन की शिकायत बढ़ रही है। अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक 3 फ़ीसदी लोग इससे प्रभावित हैं।
वल्र्ड हाइपरटेंशन डे पर चिकित्सकों ने कहा कि हाई बीपी की समस्या को नजरअंदाज नहीं करें। अस्पताल में आने वाले 100 मरीजों की स्क्रीनिंग में 35 लोगों को इससे प्रभावित पाया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बदलते समय में अनियमित तरीके से खानपान तथा नशे की आदत के साथ अन्य तरह के वर्क लोड तथा अन्य वजह से उच्च रक्तचाप की शिकायत लगातार बढ़ रही है। इसकी रोकथाम के उपाय नहीं किए जाते हैं तो यह भविष्य में काफी खतरनाक हो सकता है। लगातार बढ़ रही इस समस्या की रोकथाम और लोगों की जागरूक करने के लिए 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है।
अस्पताल में इलाज के लिए ओपीडी में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाती है जिससे अधिकांश लोगों को बीपी शुगर की समस्या रहती है। शेष लोगों को हाइपरटेंशन की शिकायत मिलती है। और कुछ लोगों को डायबिटीज टाइप 2 प्रभावित मिलते हैं। सभी लोगों को आवश्यक दवा के साथ इसे नियंत्रित करने के उपाय बताए जा रहे हैं।
हाइपरटेंशन के लक्षण
चिकित्सकों के मुताबिक हमेशा सिर दर्द सिर चकराना थकान सुस्ती महसूस होना आसानी से नींद नहीं आना दिल की धडक़न आसानी से तेज हो जाना सांस लेने में तकलीफ तथा आंखों में कभी-कभी धुंधलापन होना इसके लक्षण होते हैं।
बचाव के तरीके
हाई ब्लड प्रेशर तथा हाइपरटेंशन की शिकायत से बचाव के लिए फिजिकल एक्सरसाइज तनाव और चिंता से दूर रहने की कोशिश खानपान में सुधार तनाव में नियंत्रण तथा नमक का कम सेवन नशे की लत से दूर रहने की आवश्यकता है।