बालोद

चार दिन बाद प्रेमी के घर मिली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 15 मई। ससुराल में पहले दिन ही दुल्हन लापता हो गई। दुल्हन के ससुराल और मायके वालों ने डौंडी में जाकर दुल्हन के गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। चार दिन बाद पुलिस को पता चला कि नई दुल्हन अपने प्रेमी के साथ चारामा में घर बसा चुकी है। मामला डौंडी ब्लॉक के आमडुला गांव का है।
दरअसल भैसाकन्हार के एक परिवार में एक लडक़ी की शादी पूरे रस्मो रिवाज के साथ 30 अप्रैल को संपन्न हुई। एक मई को अपने दुल्हन को लेने आमडुला गांव से बारात दुल्हन के घर पहुंची। जहां छत्तीसगढ़ी परंपरा के साथ दुल्हन की बिदाई उनके घर वालों ने की। जिसके बाद 2 मई को दूल्हे के घर नई दुल्हन का जोरों शोरों से स्वागत सत्कार हुआ। नई दुल्हन को देखने कई लोगों की भीड़ उसके घर उमड़ पड़ी थी। कोरोना के इस दौर में 10 लोगों को शादी में शामिल होने की अनुमति के बावजूद बड़ी संख्या में भीड़ की जानकारी पुलिस जिला प्रशासन की टीम को मिलते ही दूल्हे के घर में दबिश दी गई।
उसी रात दुल्हन रात के 1.30 बजे अपने ससुराल से गायब हो गई। दूसरे दिन दुल्हन के मायके व ससुराल वालों ने खूब तलाशने की कोशिश की, लेकिन नई दुल्हन कहीं नजर नहीं आई।
आखिरकार थक हार कर दुल्हन के ससुराल और मायके वालों ने डौंडी में जाकर दुल्हन के गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। चार दिन बाद पुलिस को पता चला कि नई दुल्हन अपने प्रेमी के साथ चारामा में घर बसा चुकी है।
दुल्हन के चारामा में होने की जानकारी के बाद दुल्हन और उसके प्रेमी को डौंडी थाना लाया गया। जहां दुल्हन ने बताया कि उनके मर्जी के बगैर उनके घर वालों ने किसी दूसरे से शादी रचाई थी। जिसके बाद दुल्हन को कोर्ट में पेश किया गया। जहां उन्होंने अपने प्रेमी के साथ जिंदगी भर रहने की बात कही।