बालोद

अस्पताल कर्मी, पालिका प्रशासन व लोगों के सहयोग से अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 4 अपै्रल। युवक की जिला अस्पताल में कोरोना से मौत के बाद उसके गांव वालों ने गांव में अंतिम संस्कार से मना कर दिया। इसके बाद मृतक की गर्भवती पत्नी अपने एक और मासूम बच्चे व सास के साथ फिर जिला अस्पताल पति के अंतिम संस्कार के लिए पहुंची। जिला अस्पताल के एक कर्मचारी ने उक्त महिला, बच्चे व मृतक की मां की रात में खाने-पीने व रुकने की व्यवस्था करवाई। दूसरे दिन रविवार को अस्पताल कर्मी, पालिका प्रशासन व लोगों के सहयोग से अंतिम संस्कार किया गया।
शनिवार को बालोद जिला अस्पताल में भटगांव निवासी युवक की कोरोना से मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार युवक के गांव में होना था, पर गांव वालों ने अपने गांव में अंतिम संस्कार करने देने से मना कर दिया। इसके बाद मृत युवक की पत्नी जो कि सात महीने की गर्भवती है, अपने एक और मासूम बच्चे व अपनी सास के साथ जिला अस्पताल बालोद में मृत पति के अंतिम संस्कार के लिए पहुंची हुई थी। जिसके पास ना रात रुकने की व्यवस्था थी ना खाना खाने की।
ऐसी परिस्थिति में जिला अस्पताल के कर्मचारी दुष्यंत (राजू) यादव ने उक्त महिला, बच्चे व मृतक की मां की रात में खाने-पीने व रुकने की व्यवस्था करवाई। इस कार्य में अटल आवास निवासी समीर ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मदद की।
इसके बाद आज रविवार को अंतिम संस्कार करने की समस्या आई तो मानवता का परिचय देते हुए राजू टोप शर्मा ने नगरपालिका प्रशासन से बात करके अंतिम संस्कार कराने की व्यवस्था की।
इस कार्य के लिए जिला अस्पताल के कर्मचारी दुष्यंत राजू यादव, अटल आवास निवासी समीर व उसके दो अन्य साथी, राजू टोप शर्मा व सीएमओ व पालिका प्रशासन का परिजनों ने आभार माना है।