बालोद
राजहरा व्यापारी संघ ने पुलिस पर द्वेषपूर्ण कार्रवाई का लगाया आरोप, राजहरा बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 13 सितंबर। नगर में 10 सितंबर को सामूहिक गणेश विसर्जन के दौरान ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी से कथित गाली-गलौज, बदसलूकी के दर्ज किए मामले ने बड़ा रूप ले लिया है। राजहरा थाना पुलिस ने वार्ड क्रमांक 24 के भाजपा समर्थित पार्षद विशाल मोटवानी के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज की और शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे से दल्ली राजहरा का समस्त व्यापार बंद रहा और शनिवार 13 सितम्बर को भी व्यापारी संघ द्वारा बन्द का आह्वान किया गया, जिसमें पूरा राजहरा शहर पूर्णत: बन्द रहा और व्यापारी सुबह से ही गुप्ता चौक में पंडाल लगा कर अपनी नाराजगी व्यक्त करते रहे। अनिश्चितकालीन के लिए राजहरा का व्यवसाय बंद करने का निर्णय कारोबारियों ने लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गणेश विसर्जन शोभायात्रा के समय पुलिस और पार्षद के बीच विवाद की स्थिति बनी थी। इसी को लेकर पुलिस ने पार्षद पर गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्षद के खिलाफ एफआईआर में दंगा और शांति भंग से जुड़ी धाराओं का उल्लेख किया गया है।
व्यापारी संघ ने पुलिस कार्रवाई को बताया गलत
एफआईआर दर्ज होते ही राजहरा व्यापारी संघ ने एफआईआर को द्वेषपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया। राजहरा व्यापारी संघ खुलकर पार्षद के समर्थन में उतर आया। इस मामले को लेकर राजहरा व्यापारी संघ की अटल सदन में बैठक भी रखी गई, जिसमें व्यापारी संघ के सदस्यों के अलावा नगरपालिका अध्यक्ष एवं गणेशउत्सव समिति के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। व्यापारी संघ का कहना है कि गणेशोत्सव का माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और पुलिस प्रशासन द्वारा की गई एफआईआर द्वेषपूर्ण, एकतरफा है बल्कि सोची-समझी साजिश का हिस्सा है।
राजहरा व्यापारी संघ ने भी सौंपा ज्ञापन
राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने कहा है है कि 10 सितम्बर को दल्ली राजहरा में सभी गणेश समिति द्वारा झांकी निकली गई थी, जो कि बहुत शांति पूर्वक आयोजित हो रही थी, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा जबरदस्ती विशाल मोटवानी व अन्य पर एफआईआर दर्ज किया गया है, जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है जिसमें हम व्यापारी संघ द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि 12 सितम्बर 2 बजे तक इस एफआईआर को निरस्त नहीं किया गया और विशाल मोटवानी को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे से दल्ली राजहरा का समस्त व्यापार बंद रहा और शनिवार 13 सितम्बर को भी व्यापारी संघ द्वारा बन्द का आह्वान किया गया जिसमें पूरा राजहरा शहर पूर्णत: बन्द रहा।और व्यापारी सुबह से ही गुप्ता चौक में पंडाल लगा कर अपनी नाराजगी व्यक्त करते रहे।
राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी के नेतृत्व में नगर के अटल योग सदन में एक दिन पूर्व रात 9 बजे व्यापारियों की बैठक की गई थी, जिसमें विशाल मोटवानी के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर करने पर विरोध प्रकट करने का निर्णय लिया गया था।
पुलिस ने कर रखी थी चाक चौबंद व्यवस्था
व्यापारियों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने जिले से अतिरिक्त बल तैनात कर शहर में पेट्रोलिंग करवाया, वहीं थाने के बाहर बैरिकेट्स लगाकर रास्ते को पूरी बंद कर रखा था। पुलिस के बड़े अधिकारी अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था के बागडोर संभाले हुए थे।
अनिश्चितकालीन के लिए राजहरा का व्यवसाय बंद- भाजपा नेता एवं पार्षद विशाल मोटवानी के गिरफ्तारी के विरोध में व्यापारी संघ ने अनिश्चित कालीन के लिए राजहरा का व्यवसाय बंद रखने का निर्णय लिया है । वहीं संघ के लोग गुप्ता चौक में पंडाल लगाकर धरने पर बैठ गए हैं।
आंदोलन को समर्थन- व्यापारी संघ के इस आंदोलन को डौण्डी,बालोद एवम् एवं छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स रायपुर एवम् राजहरा ईकाई का भी समर्थन मिला है। शनिवार को चेंबर के प्रदेश पदाधिकारी सतीश थौरानी दल्लीराजहरा आये।उनके द्वारा इस प्रकरण पर हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि वह इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तक जाएंगे।
इसके अलावा नगर पालिका परिषद दल्लीराजहरा के अध्यक्ष तोरण लाल साहू एवं पार्षदों ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया है।
दिखी संगठन में गुटबाजी
वहीं भाजपा संगठन के पदाधिकारियों का दूरी बनाना लोगो के मध्य चर्चा का विषय बना रहा। आम लोगों के बीच गुटबाजी इस प्रकरण में खुलकर सामने आ गई।वरिष्ठ नेताओं को आपसी गुटबाजी से शहर के विकास में संभावित अवरोध से बचने एवम आपसी सामंजस्य से समाधान निकालने की आवश्यकता है।
दैनिक मजदूरों एवं छोटे व्यापारी दिखे नाराज
रोजी मजदूरी एवम छोटे दुकानदार जो कि वैसे ही व्यापार की कमी से संघर्ष कर रहे है उनके अंदर बार बार बंद से नाराजगी नजर आई। कई व्यापारी दुकाने किराये पर लेकर एवम बैंक से कर्ज लेकर अपना कार्य कर रहे हैं, उनके लिये हर दिन महत्वपूर्ण होता है।उनका कहना है कि उनके खर्च तो वैसे के वैसे है एक दिन का भी बंद उनके लिये अतिरिक्त बोझ बनता है।


