बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 7 अगस्त। बालोद जिले के गुरूर परिक्षेत्र अंतर्गत कंकालिन गांव में तेंदुआ एक किसान की बाड़ी में घुस आया। इस खबर ने पूरे गांव को दहशत के साये में ला दिया। मुर्गियों के शिकार की नीयत से घुसे तेंदुए की मौजूदगी से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के मुताबिक, किसान बलराम गोटी की बाड़ी में मुर्गी पालन का छोटा व्यवसाय है। रविवार रात करीब 2 बजे तेंदुआ जंगल से भटककर गांव में घुस आया और सीधे मुर्गियों की बाड़ी की ओर बढ़ा, लेकिन शिकार से पहले ही बाड़ी में लगे तार में उलझकर फंस गया। तेंदुए की गुर्राहट सुनकर आसपास के ग्रामीण जाग गए और देखते ही देखते दर्जनों लोग मौके पर जमा हो गए।
हडक़ंप की सूचना मिलते ही वन विभाग की स्थानीय टीम मौके पर पहुंची, जिसने तुरंत इलाके को घेराबंदी कर ग्रामीणों को सतर्क किया और तेंदुए से दूरी बनाए रखने की सख्त हिदायत दी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने रायपुर से विशेष रेस्क्यू टीम और पिंजरे की मांग की था। बहुत देर तक तेंदुआ बाड़ी में ही फंसा रहा और वन अमला की निगरानी में रहा।
वन विभाग के अनुसार, रेस्क्यू ऑपरेशन को बिना किसी नुकसान के अंजाम देने की योजना बनाई गई है। वन विभाग की टीम ने तार काट कर तेंदुए को सुरक्षित तरीके से बेहोश कर पकड़ा। इसके बाद रायपुर जंगल सफारी भेजा गया।


