बालोद

बदलते परिवेश में बच्चों के ऊपर संस्कार डालना अति आवश्यक-शिवकुमार
07-Jul-2022 5:01 PM
बदलते परिवेश में बच्चों के ऊपर संस्कार डालना अति आवश्यक-शिवकुमार

बाल संस्कार शाला चलाने दिया प्रशिक्षण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 7 जुलाई। 
शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन एवं परम पूज्य गुरुदेव के सूक्ष्म संरक्षण में गायत्री शक्तिपीठ दल्ली राजहरा में बाल संस्कार शाला चलाने हेतु आचार्य प्रशिक्षण दिया गया।
जिसमें डौंडी ब्लाक के आसपास के गांव के लोग सम्मिलित हुए, कुल 50 युवक, युवतियों, महिलाओं एवं भाईयों ने मिलकर बाल संस्कार शाला चलाने हेतु शपथ ग्रहण किए।  आचार्य प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ गायत्री महामंत्र उच्चारण, गायत्री मां की पूजा, परम पूज्य गुरुदेव की स्तुति, वंदनीय माताजी की वंदना, से किया गया।

कार्यक्रम  के मुख्य अतिथि गायत्री शक्तिपीठ के प्रमुख ट्रस्टी ट्रस्टी शिवकुमार कलिहारी  ने अपने उद्बोधन में कहा की इस बदलते परिवेश में बच्चों के ऊपर संस्कार डालना अति आवश्यक है। वहीं पुरुषोत्तम लाल सोनवानी ने बाल संस्कार शाला में आचार्यों की भूमिका उनके दायित्व एवं संस्कार शाला की रूपरेखा कैसी होनी चाहिए और क्या-क्या बातें हमको याद रखनी चाहिए इस पर गहन  प्रशिक्षण दिया, साथ ही अपने ब्लॉक में 25 जगह संस्कार शाला खोलने की बात कही।

ब्लॉक समन्वयक शबीलाल रावटे ने कहा कि संस्कार शाला नर से नारायण बनने का यज्ञ है। नंद किशोर पिस्दा कुसुमकसा ने विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से प्रशिक्षण को आकर्षक और उत्साह वर्धक बना दिया । टीकम साहू ने ज्ञानवर्धक खेल  बताकर प्रशिक्षण को पूर्णता प्रदान किया। मंदिर के पुजारी  आर्य  ने गीत संगीत के माध्यम से बाल संस्कार शाला प्रशिक्षण में अपनी भूमिका निभाई।  गंजीर बहन जी ने कहा कि इस कार्यक्रम में युवतियों एवं नारियों की भूमिका आचार्यों के रूप में महत्वपूर्ण होनी चाहिए जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके।

कार्यक्रम में गायत्री शक्तिपीठ दल्ली राजहरा के मुख्य ट्रस्टी कलिहारी, रूप राम वर्मा, धर्मेंद्र वर्मा, ब्लॉक समन्वयक बंशीलाल रावटे, पुरुषोत्तम लाल सोनवानी, राजेंद्र कुमार ठाकुर, नंदकिशोर पिस्दा, हिमांशु साहू,  रेणुका गंजीर, मांडवी मिश्रा, वर्मा बहन , जीवन साहू, टीकम लाल साहू, प्रमोद दास मानिकपुरी, अलका सोनी, कुमकुम सोनी, भारद्वाज बहन, ओमिन बाई साहू, नरेश कुमार यादव, ऐश्वर्य कुमार, चंद्रभागा वर्मा बहन, चंपा देवी साहू बहन, सोनसाय लटियारे, राज सोनी, लक्ष्मी, अमृता, दीपा रावटे, अंजलि, स्वाति,  अदिति और अन्य बहुत से भाई - बहनों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया दल्ली राजहरा के अलावा, डौंडी, चिखलाकसा, कुसुमकसा , पचेड़ा, चिपरा, मरारटोला, अडजाल से आचार्य प्रशिक्षण लेने हेतु युवा साथियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही इस कार्यक्रम का संचालन  नंदकिशोर पिस्दा, और धन्यवाद ज्ञापन  मांडवी मिश्रा बहन ने किया।
 


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