अंतरराष्ट्रीय
इस्लामाबाद, 9 अप्रैल पाकिस्तान में रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सुरक्षा पर हर महीने 12 लाख रुपये का खर्च आ रहा है।
जेल अधिकारियों की ओर से लाहौर उच्च न्यायालय में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक, 71 वर्षीय खान को जेल परिसर के अंदर विशेष सुविधाएं प्रदान की गई हैं जिसमें पांच लाख रुपये की लागत से पृथक सीसीटीवी प्रणाली शामिल है। यह सात हजार कैदियों की निगरानी करने वाली प्रणाली से अलग है।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक, खान का खाना सहायक अधीक्षक की निगरानी में एक अलग रसोई में पकाया जाता है और भोजन परोसे जाने से पहले मेडिकल अधिकारी या उपाधीक्षक उसकी जांच करते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य की जांच और इलाज के लिए ‘होली फैमिली हॉस्पिटल’ के छह से अधिक डॉक्टरों की टीम वहां मौजूद है। इसके अलावा एक विशेषज्ञ दल उनकी नियमित जांच करता है।
खान के पास सात विशेष कोठरी में से दो हैं जबकि पांच अन्य कोठरियों को सुरक्षा कारणों से बंद रखा गया है। इन कोठरियों में करीब 35 कैदियों को रखा जाता है।
खान की कोठरी तक पहुंच सीमित है, प्रवेश के लिए अनुमति की जरूरत होती है और उनके वार्ड की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पेशेवर रूप से प्रशिक्षित कर्मियों को नियुक्त किया गया है।
खान की सुरक्षा में 15 कर्मी लगे हैं, जिनमें दो सुरक्षा अधिकारी और तीन उनकी निजी सुरक्षा के लिए हैं।
इसके अलावा, जेल परिसर में एक निर्दिष्ट क्षेत्र इमरान खान के टहलने के लिए निर्धारित किया गया है, जहां व्यायाम मशीन और अन्य सुविधाएं हैं।
रिपोर्ट में अडियाला जेल की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जेल पुलिस, रेंजर्स और जिला पुलिस के सहयोगात्मक प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई है। (भाषा)
रियो डी जेनेरो, 9 अप्रैल । चार बार के ब्राजीलियाई सीरी ए चैंपियन क्रूजेरियो ने अर्जेंटीना के मैनेजर निकोलस लार्कमोन को चार महीने से भी कम समय के बाद बर्खास्त कर दिया है।
यह घोषणा क्रूजेरियो की रविवार को स्थानीय प्रतिद्वंद्वी एटलेटिको माइनिरो से 3-1 की हार के बाद हुई, जिसके परिणामस्वरूप मिनस गेरैस राज्य चैंपियनशिप के फाइनल में निकोलस लार्कमोन की टीम को कुल 5-3 की हार झेलनी पड़ी।
क्रूजेरियो की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया है, "हमने निकोलस लार्कमोन को टीम के प्रभारी के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त करने का फैसला किया है। हम इस क्लब के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं और भविष्य में उनकी हर सफलता की कामना करते हैं।"
दिसंबर में पाउलो ऑटोउरी की जगह लेने के बाद लार्कमोन ने बेलो होरिज़ोंटे टीम का सात जीत, चार ड्रॉ और तीन हार में नेतृत्व किया।
क्रूजेरियो पिछले साल 20 टीमों की ब्राज़ीलियाई सीरी ए स्टैंडिंग में 14वें स्थान पर रहा था, जो कि रेलीगेशन ज़ोन से केवल चार अंक आगे था।
वे अपने 2024 लीग अभियान की शुरुआत 14 अप्रैल को बोटाफोगो के खिलाफ घरेलू मुकाबले से करेंगे।
क्रूजेरियो का स्वामित्व महान ब्राज़ीलियाई स्ट्राइकर रोनाल्डो के पास है, जिन्होंने दिसंबर 2018 में क्लब में हिस्सेदारी खरीदी थी।
(आईएएनएस)
जकार्ता, 9 अप्रैल । इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत पश्चिमी पापुआ में मंगलवार को 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, लेकिन सुनामी की चेतावनी नहीं दी गई है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वहां की जियोफिजिक्स एजेंसी ने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.1 बताई थी लेकिन फिर बाद में इसे संशोधित किया।
एजेंसी ने कहा, भूकंप जकार्ता के समय के अनुसार मंगलवार सुबह 07.02 बजे आया, जिसका केंद्र रानसिकी शहर से 46 किमी दक्षिणपूर्व में और समुद्र तल से 11 किमी की गहराई में स्थित था।
इसमें कहा गया है कि भूकंप के झटके काफी दूर तक महसूस किए गए।
एजेंसी ने सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है। भूकंप के झटकों से लहरें नहीं उठेंगी।
इंडोनेशिया एक द्वीपसमूह देश है जो रिंग ऑफ फायर के साथ स्थित है, इस कारण यहां भूकंप का खतरा बना रहता है।
(आईएएनएस)
कराची, 9 अप्रैल पाकिस्तान के अशांत क्षेत्र बलूचिस्तान प्रांत में दो अलग-अलग बम विस्फोट हुए, जिसमें एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोगों की मृत्यु हो गई तथा 20 अन्य लोग घायल हो गये। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पहली घटना के दौरान, सोमवार को प्रांत के क्वेटा जिले के कुचलक इलाके में एक मस्जिद में विस्फोट हुआ, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और 15 अन्य लोग घायल हो गये।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ''जब मस्जिद में विस्फोट हुआ, उस समय लोग मग़रिब की नमाज पढ़ रहे थे।''
दूसरी घटना के दौरान, बलूचिस्तान के खुजदार शहर में उमर फारूक चौक के पास एक बाजार में सोमवार को हुए बम विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब बाजार में ईद की खरीददारी करने के लिए महिलाओं और बच्चों की भीड़ थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''इस विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन बल घटनास्थल पर पहुंचे। घायल व्यक्तियों और शवों को खुजदार टीचिंग अस्पताल ले जाया गया।
बम निरोधक दस्ते के अधिकारी दोनों स्थानों की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि उमर फारूक चौक और मस्जिद के पास खड़ी की गई मोटरबाइक में ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) लगाए गए थे।
अधिकारी ने कहा, ''ऐसा लगता है कि मोटरबाइक में लगाए गए आईईडी को रिमोट के जरिये नियंत्रित किया गया था।''
बलूचिस्तान में हुए इस हमले की अब तक किसी भी प्रतिबंधित संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इस साल हाल के हफ्तों में प्रतिबंधित संगठनों और आतंकवादियों द्वारा प्रांत में कई आतंकी हमले किये गए हैं, जिसमें सुरक्षाबलों और प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया है।
प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पिछले दिनों बलूचिस्तान के माच, ग्वादर बंदरगाह और तुरबत में एक नौसैनिक अड्डे पर तीन बड़े आतंकी हमले करने का दावा किया था। इस हमले में सुरक्षाबलों ने लगभग 17 आतंकवादियों को मार गिराया था। (भाषा)
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने 4 अप्रैल को एक रिपोर्ट में दावा किया था कि 2019 में पुलवामा हमले के बाद से भारत की खुफिया एजेंसी रॉ ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों की हत्याएं की हैं.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
पाकिस्तान के भीतर संदिग्ध आतंकवादियों की कथित हत्याएं को लेकर छपी रिपोर्ट को भारत ने खारिज कर दिया था. भारत ने द गार्डियन अखबार की टारगेट किलिंग का दावा करने वाली रिपोर्ट को "झूठा और भारत विरोधी प्रचार" बताकर खारिज किया था.
अब अमेरिका ने भी इस बारे में प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से जब पूछा गया कि अमेरिका इस मामले को कैसे देखता है तो उन्होंने कहा कि हम इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं.
मिलर ने कहा, "अमेरिका इस मामले पर आई मीडिया रिपोर्ट पर ध्यान बनाए हुए है. हम इस मामले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते और दोनों पक्षों से अनुरोध करेंगे कि वे तनाव से बचें और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजें."
पाकिस्तान में "टारगेट किलिंग" का दावा
द गार्डियन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने 2019 के पुलवामा हमले के बाद से ऐसी 20 हत्याओं को अंजाम दिया है.
रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों और सीमा के दोनों ओर के खुफिया अधिकारियों के इंटरव्यू का हवाला दिया गया है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि दिल्ली ने "उन लोगों को निशाना बनाने की नीति लागू की है जिन्हें वह भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण मानता है."
रिपोर्ट में कहा गया कि ये हत्याएं "भारतीय खुफिया एजेंसी के स्लीपर सेल द्वारा अंजाम दी जा रहीं थीं जो ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात से संचालित होती थीं."
अखबार ने दावा किया कि उसने रिपोर्ट के लिए भारतीय और पाकिस्तानी जासूसों से बात की, जिन्होंने आरोप लगाया कि "भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की एक व्यापक रणनीति के तहत पाकिस्तान में व्यक्तियों की हत्या की."
"पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे"
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मीडिया रिपोर्ट के आने के बाद 5 अप्रैल को एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर पड़ोसी देश के आतंकवादी भारत में शांति भंग करने की कोशिश करेंगे या भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे.
राजनाथ ने कहा था, "अगर आतंकवादी सीमा पार पाकिस्तान भाग गए तो भारत उन्हें पड़ोसी देश में घुसकर मार गिराएगा. अगर कोई भारत को आतंकवाद से परेशान करेगा तो उसकी खैर नहीं है."
राजनाथ सिंह के बयान आने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने भी प्रतिक्रिया दी थी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया था भारत "भड़काऊ" टिप्पणी कर रहा है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, "पाकिस्तान आक्रामकता के किसी भी कृत्य के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए तैयार है. पाकिस्तान ने हमेशा क्षेत्र में शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है."
आगे कहा गया, "इतिहास पाकिस्तान के दृढ़ संकल्प और अपनी रक्षा करने की क्षमता का गवाह है." (dw.com)
(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, 9 अप्रैल। भारत ने रमजान के महीने में गाजा में युद्धविराम की मांग करने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को ‘‘सकारात्मक कदम’’ बताया और कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष से पैदा हुआ मानवीय संकट ‘‘बिल्कुल अस्वीकार्य’’ है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने सोमवार को यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कहा, ‘‘हम गाजा में जारी संघर्ष से बेहद चिंतित हैं। मानवीय संकट गहरा गया है और क्षेत्र एवं उसके बाहर अस्थिरता बढ़ रही है।’’
उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा 25 मार्च को एक प्रस्ताव पारित किये जाने को ‘‘सकारात्मक कदम’’ के रूप में देखता है।
कंबोज ने कहा कि इजराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष के कारण बड़ी संख्या में नागरिक, विशेषकर महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस संघर्ष के कारण पैदा हुआ मानवीय संकट बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।’’
कंबोज ने कहा कि भारत संघर्ष में आम नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा करता है और किसी भी संघर्ष की स्थिति में यह अनिवार्य है कि आम नागरिकों की मौत की घटनाएं नहीं हों।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रमजान के दौरान गाजा में तत्काल संघर्षविराम के प्रस्ताव को पिछले महीने पारित किया था। इजराइल और हमास के बीच संघर्ष के लगभग पांच महीने से अधिक बीतने के बाद यह प्रस्ताव पारित किया गया।
पंद्रह राष्ट्रों वाली सुरक्षा परिषद ने 10 गैर-स्थायी निर्वाचित सदस्यों द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को अपनाया। प्रस्ताव के पक्ष में 14 देशों ने मतदान किया, जबकि अमेरिका मतदान में शामिल नहीं हुआ।
हालांकि, इससे कुछ दिन पहले ही 22 मार्च को रूस और चीन ने गाजा में तत्काल युद्धविराम संबंधी एक अमेरिकी प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल किया था।
इस प्रस्ताव के तहत गाजा में नागरिकों की सुरक्षा और भुखमरी का सामना कर रहे 20 लाख से अधिक फलस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए गाजा में इजराइल-हमास युद्ध को तत्काल रोके जाने का आह्वान किया गया था।
कंबोज ने रेखांकित किया कि संघर्ष को लेकर भारत के रुख को देश के नेतृत्व ने कई अवसरों पर स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमलों या बंधक बनाए जाने को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पिछले साल सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे और ‘‘हमारी स्पष्ट निंदा’’ के पात्र थे।
कंबोज ने कहा, ‘‘भारत का आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ लंबे समय से स्पष्ट रवैया रहा है और इस रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हम सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं।’’
कंबोज ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में काम करने में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों का स्वागत किया और कहा कि भारत ने फलस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है और वह ‘‘ऐसा करना जारी रखेगा।’’
कंबोज ने कहा, ‘‘हम ऐसे द्विराष्ट्र समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें फलस्तीनी लोग इजराइल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित सीमाओं के भीतर एक आजाद देश में स्वतंत्र रूप से रह सकें।’’ (भाषा)
हरारे (जिम्बाब्वे), 9 अप्रैल। मोजाम्बिक के लुंगा में कथित तौर पर हैजा फैलने के कारण वहां से भाग रहे स्थानीय निवासियों से भरी एक कामचलाऊ नौका देश के उत्तरी तट के पास डूब गई, जिससे कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि नौका में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
सरकारी ‘रेडियो मोजाम्बिक’ ने द्वीप के प्रशासक सिल्वेरियो नौआइतो के हवाले से बताया कि नौका रविवार को दक्षिण-पूर्वी अफ्रीकी देश के तट से निकटवर्ती मोजाम्बिक द्वीप के लिए रवाना होने के बाद डूब गई।
उसने बताया कि नौका में लगभग 130 लोग सवार थे और कम से कम 11 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
‘नोतिसियास’ समाचार पत्र ने नौआइतो के हवाले से बताया कि अधिकतर शवों को रविवार को बरामद कर लिया गया था, लेकिन सोमवार को सात और शव मिले, जिससे मरने वालों की संख्या 91 से बढ़कर 98 हो गई।
नौआइतो ने रेडियो स्टेशन को बताया कि बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि कितने लोग लापता हैं।
‘रेडियो मोजाम्बिक’ ने बताया कि नामपुला प्रांतीय प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर नौका के डूबने का कारण ‘‘यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए अनुपयुक्त नौका का इस्तेमाल करना और नौका में क्षमता से अधिक लोगों का सवार होना’’ बताया।
देश के प्रमुख और सबसे पुराने अखबारों में से एक ‘नोतिसियास’ ने बताया कि इस नौका का इस्तेमाल आम तौर पर मछलियां पकड़ने के लिए किया जाता था और लुंगा शहर के लोग हैजा से बचने के लिए वहां से भागकर मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे। स्थानीय लोगों का मानना है कि लुंगा में हैजा के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है।
समाचार पत्र ने बताया कि वे मोजाम्बिक द्वीप पहुंचना चाहते थे और वे ‘‘नौवहन के लिए अनुपयुक्त’’ नाव में चढ़ गए लेकिन द्वीप पर पहुंचने से पहले ही नाव पलट गई।
मोजाम्बिक और उसके पड़ोसी दक्षिण अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे और मलावी हाल के महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।
मोजाम्बिक के कई स्थानों तक केवल नौकाओं के जरिए ही पहुंचा जा सकता है और इन नौकाओं में अक्सर क्षमता से अधिक लोग सवार रहते हैं। देश में सड़क नेटवर्क खराब है और कुछ क्षेत्रों तक जमीन या हवाई मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता। (एपी)
भारत में कल यानी सोमवार रात को जब आप शायद सो रहे थे, तब लाखों लोग दुनिया के एक दूसरे हिस्से में पूर्ण सूर्य ग्रहण देख रहे थे.
ये साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण था जिसे लाखों लोगों ने देखा. देखिए इस सूर्यग्रहण की दिलचस्प तस्वीरें.
सूर्य ग्रहण भारत में तो नहीं दिखा मगर मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में लाखों लोगों ने इस नज़ारे का लुत्फ़ उठाया.
ये ग्रहण पूरे उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में फैला रहा. ये मैक्सिको के समुद्र तट से शुरू होकर कनाडा के न्यूफाउंडलैंड पर खत्म हुआ. ग्रहण का ज़बरदस्त असर नियाग्रा फॉल्स के बादलों पर भी छाया रहा.
जिन लोगों ने सूर्य ग्रहण को साक्षात देखा, वो इसे हैरत भरी नज़रों से देख रहे थे.
भारत में कुछ लोगों की मान्यताएं हैं कि सूर्य ग्रहण में शुभ काम नहीं करना चाहिए और ईश्वर का नाम लेना चाहिए.
मगर पश्चिम में कुछ लोगों की मान्यताएं इससे एकदम अलग हैं.
जैसे अमेरिका के राज्य आर्कन्सा में 300 कपल ने तय किया कि जब सूर्य ग्रहण होगा और आसमान में अंधेरा छा जाएगा, ठीक तभी शादी करेंगे.
कुछ लोग ऐसे भी रहे, जो सूर्य ग्रहण का नज़ारा देखने के लिए अपने घर से दूर की किसी जगह गए थे. (bbc.com/hindi)
हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने पाकिस्तान में 10 कथित आतंकवादियों की हत्या कराई.
इस रिपोर्ट को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि “अगर पड़ोसी देश में रहकर कोई भारत को अस्थिर करने की कोशिश करेगा तो हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे.”
इस पूरे मामले पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से पूछा गया कि अमेरिका इसे कैसे देखता है.
इसके जवाब में उन्होंने कहा- “हम इसे लेकर आई मीडिया रिपोर्ट को फॉलो कर रहे हैं. जो आरोप रिपोर्ट में लगाए गए हैं उसे लेकर हम कुछ नहीं कहना चाहते हैं. हम चाहेंगे कि दोनों देश मामले को बढ़ाने से बचें और बातचीत के ज़रिए समाधान निकालें.”
4 अप्रैल को ब्रिटिश अख़बार द गार्डियन ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें दावा किया गया कि भारत सरकार अपनी व्यापक रणनीति के तहत पाकिस्तान में रह रहे कथित आतंकवादियों की हत्या कराई है.
अख़बार का कहना था कि उसे भारत और पाकिस्तान के इंटेलीजेंस अधिकारियों से बातचीत में ये जानकारी मिली है.
दावा है कि इसके साथ ही अख़बार ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं की ओर से कई दस्तावेज़ों को भी बारीकी से देखा है.
ये दस्तावेज़ बताते हैं कि कैसे भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी 2019 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक नए अप्रोच के तहत कथित तौर पर विदेशों में कथित आतंक फैलाने वालों को मार रहे हैं. (bbc.com/hindi)
हमास और इसराइल संघर्ष के बीच शांति की अपील के साथ ही दोनों ही नेताओं के बीच भारत को लेकर बात हुई है.
दोनों ही नेताओं ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की ज़रूरत पर जोर दिया.
बैठक में कहा गया कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाना जरूरी है और इसके लिए बातचीत ही रास्ता है.
इस दौरान क्राउन प्रिंस सलमान ने पाकिस्तान के पीएम का पद संभालने के लिए शरीफ़ को बधाई भी दी.
पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहा है और इसके लिए वो सऊदी अरब से मदद की तलाश में है. इसके लिए पाकिस्तान कई सेक्टरों में साझेदारी और निवेश की तलाश में है.
दोनों देशों ने पाकिस्तान में पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश करने की
इन वार्ताओं में दोनों पक्षों ने पाकिस्तान में 5 बिलियन डॉलर के निवेश पैकेज की योजना में तेजी लाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है. (bbc.com/hindi)
न्यूयॉर्क (अमेरिका), 8 अप्रैल। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर उनके रुख को लेकर लगायी जा रही अटकलों के बीच सोमवार को जारी एक वीडियो में गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार करते हुए कहा कि इसका निर्णय राज्यों पर छोड़ा जाना चाहिए।
ट्रंप ने अपनी ‘ट्रुथ सोशल’ वेबसाइट पर पोस्ट वीडियो में कहा, ‘‘कई लोगों ने मुझसे पूछा है कि गर्भपात और गर्भपात अधिकारों पर मेरा रुख क्या है। मेरा मानना है कि हर कोई कानूनी दृष्टिकोण से गर्भपात चाहता है, राज्य वोट या कानून या संभवत: दोनों के जरिए इसका पता लगाएंगे।’’
उन्होंने वीडियो में यह नहीं बताया कि वह कितने सप्ताह की गर्भावस्था में गर्भपात पर रोक लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया।
ट्रंप ने वीडियो में एक बार फिर ‘रो बनाम वेड’ फैसला पलटने के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के लिए श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह गर्भपात कराने के संवैधानिक अधिकार को खत्म करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं।
बहरहाल, उन्होंने तीन अपवादों - बलात्कार, अनाचार और मां की जान खतरे में होने पर गर्भपात कराने का समर्थन किया। (एपी)
कराची, 8 अप्रैल । पाकिस्तान के कराची में एक सेशन कोर्ट ने एक दुर्लभ सजा सुनाते हुए एक व्यक्ति को 80 कोड़े मारने का आदेश दिया है। अदालत ने उस व्यक्ति को अपनी पत्नी पर व्यभिचार का झूठा आरोप लगाकर अपनी बेटी को अपनाने से इनकार करने का दोषी पाया था।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मालिर शेहनाज बोह्यो ने आरोपी फरीद कादिर को कम से कम 80 कोड़े मारने की सजा सुनाई। आदेश में कहा गया है, "जो कोई भी कज़फ़ के लिए उत्तरदायी होगा, उसे 80 कोड़े मारने की सजा दी जाएगी।"
अदालत ने यह भी फैसला सुनाया कि दोषसिद्धि के बाद फरीद कादिर द्वारा प्रदान किए गए साक्ष्य किसी भी अदालत में स्वीकार्य नहीं होंगे।
मामले के विवरण के अनुसार, फरीद कादिर (दोषी) की पूर्व पत्नी ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि उसकी शादी फरवरी 2015 में हुई थी और वह कम से कम एक महीने तक फरीद के साथ रही थी। दिसंबर 2015 में फरीद की पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया।
फरीद की पूर्व पत्नी ने कहा, “मेरे पति (फ़रीद) भरण-पोषण देने या मुझे और हमारी नवजात बेटी को अपने घर वापस ले जाने में भी विफल रहे। मैंने पारिवारिक न्यायालय में मामला दायर किया और मेरे पक्ष में डिक्री प्राप्त हुई। अदालत ने फरीद को अपनी बेटी और मेरे (फरीद की पूर्व पत्नी) के भरण-पोषण की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।'
“लेकिन मेरे पति ने कार्यवाही के दौरान अदालत में दो आवेदन प्रस्तुत किए, जिसमें बच्ची के लिए डीएनए परीक्षण और अपनी बेटी को अस्वीकार करने की मांग की गई। ये आवेदन बाद में फरीद द्वारा वापस ले लिए गए।”
दूसरी ओर, आरोपी फरीद ने अपनी पूर्व पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उसकी पत्नी ने उसके साथ केवल छह घंटे बिताए थे।
उसने कहा, “मैं और मेरी पत्नी केवल छह घंटे ही साथ रहे। फिर वह घर से चली गई और कभी वापस नहीं लौटी।''
पाकिस्तान में 80 कोड़े मारने की सजा एक ऐसी सजा है जो 70 के दशक के जिया उल हक के दौर के बाद नहीं देखी गई है।
अभियोजक सायरा बानो ने कहा, "वकील के रूप में अपनी पिछले 14 वर्षों की सेवा के दौरान मैंने क़फ़्ज़ अध्यादेश की धारा-7 के तहत कोड़े मारने की कोई सजा नहीं देखी है।"
उन्होंने कहा, "कोड़े मारने की यह सजा दशकों में शारीरिक दंड के रूप में अपनी तरह की पहली घटना हो सकती है।"
(आईएएनएस)
हरारे, 8 अप्रैल मोजाम्बिक के उत्तरी तट पर रविवार को एक अस्थायी नौका पलट जाने से उसमें सवार बच्चों समेत 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी।
स्थानीय ऑनलाइन प्रसारणकर्ता ‘टीवी डियारियो नामपुला’ की खबर के अनुसार, नाव में उसकी क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
उसने बताया कि नौका में 130 लोग सवार थे और डूबने वालों में कई बच्चे थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नौका देश के उत्तर में स्थित नामपुला प्रांत के लुंगा से मोजाम्बिक द्वीप जा रही थी और तभी वह पलट गई।
ऐसा बताया जा रहा है कि कई लोग अब भी लापता है। बचाव प्रयास सोमवार को भी जारी रहा।
‘टीवी डायरियो नामपुला’ की खबर के अनुसार, कुछ लोग एक मेले में भाग लेने के लिए यात्रा कर रहे थे, जबकि अन्य लोग ‘‘हैजा के संक्रमण से बचने के लिए लुंगा से मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे।’’
अन्य समाचार रिपोर्ट में नामपुला प्रांत के राज्य सचिव जैमे नेटो के हवाले से कहा गया कि कथित हैजा फैलने के बारे में गलत सूचना के कारण लोग घबरा गए और भागने की कोशिश में नाव पर चढ़ गए। यह नौका आमतौर पर मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल की जाती थी।
मोजाम्बिक और उसके पड़ोसी दक्षिण अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे और मलावी हालिया महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।
मोजाम्बिक के कई स्थानों तक केवल नौकाओं के जरिए ही पहुंचा जा सकता है और इन नौकाओं में अकसर क्षमता से अधिक लोग सवार रहते हैं। देश में सड़क नेटवर्क खराब है और कुछ क्षेत्रों तक जमीन या हवाई मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता। (एपी)
डेनवर (अमेरिका), 8 अप्रैल अमेरिका में साउथवेस्ट एयरलाइन के एक विमान के उड़ान भरने के दौरान उसके इंजन का कवर निकलकर “विंग फ्लैप” में फंस गया जिसके बाद विमान को कोलोरैडो राज्य के डेनवर लौटना पड़ा। संघीय विमानन प्रशासन ने यह जानकारी दी।
साउथवेस्ट एयरलाइन ने एक बयान में बताया कि बोइंग 737 विमान सुरक्षित रूप से उतर गया और ह्यूस्टन जा रहे यात्रियों को दूसरे विमान में सवार कराया गया है।
बयान के मुताबिक, विमानन कंपनी ने कहा है कि उसके रखरखाव दल विमान का परीक्षण कर रहे हैं।
एयरलाइन के विमान में इस हफ्ते दूसरी बार खराबी आई है। पिछले बृहस्पतिवार को उसकी टेक्सास से रवाना होने वाली उड़ान को, विमान के इंजन में आग लगने की सूचना के बाद रद्द करना पड़ा था। टेक्सास में लब्बॉक के दमकल विभाग ने पुष्टि की है कि विमान के दो में से एक इंजन में आग लगी थी।
संघीय विमानन प्रशासन दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है। दोनों विमान 737-800एस हैं जो 737 मैक्स से पुराना मॉडल है। (एपी)
मेस्क्वाइट (अमेरिका), 8 अप्रैल मेक्सिको से अमेरिका और कनाडा तक फैले एक संकरे गलियारे में लाखों दर्शक सोमवार को होने वाली खगोलीय घटना -पूर्ण सूर्य ग्रहण- का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं, जबकि पूर्वानुमानकर्ताओं ने बादल छाए रहने की आशंका जाहिर की है।
वर्मोंट और मेन के साथ-साथ न्यू ब्रंसविक और न्यूफाउंडलैंड में ग्रहण के अंत में सबसे अच्छे मौसम की उम्मीद है।
ऐसे में उत्तरी अमेरिका में, ग्रहण देखने वालों की अब तक की सबसे बड़ी भीड़ जुटने की उम्मीद है। घनी आबादी वाले रास्ते, टेक्सास और अन्य पसंदीदा स्थानों में दोपहर में चार मिनट तक अंधेरा छाए रहने की उम्मीद आकर्षण का बड़ा कारण है।
राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम विज्ञानी एलेक्सा मेन्स ने रविवार को क्लीवलैंड के ‘ग्रेट लेक्स साइंस सेंटर’ में बताया, “बादल छाए रहना पूर्वानुमान लगाने में सबसे कठिन चीजों में से एक है। कम से कम, बर्फबारी नहीं होगी।”
डलास के बाहर एक ट्रेलर रिसॉर्ट में रह रहे गोथम (इंग्लैंड) के क्रिस लोमास ने कहा, “यह सिर्फ अन्य लोगों के साथ अनुभव साझा करने के बारे में है।” बदली छाई रहेगी या धूप खिलेगी इस अनिश्चितता ने रोमांच को और बढ़ा दिया है।
पूर्ण सूर्य ग्रहण करीब चार मिनट 28 सेकंड तक रहेगा। सात साल पहले अमेरिका के तटीय क्षेत्र में दिखे सूर्य ग्रहण के नजारे से इस बार यह लगभग दोगुना ज्यादा समय तक दिखेगा। अमेरिका में इस तरह का अगला सूर्यग्रहण इसके बाद करीब 21 साल बाद नजर आएगा। (एपी)
वाशिंगटन, 8 अप्रैल अमेरिकी राजधानी में ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक और लिंकन स्मारक से लेकर ईस्ट कोस्ट में प्रतिष्ठित गोल्डन ब्रिज तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सैकड़ों समर्थकों ने आगामी लोकसभा चुनावों में उनकी जीत के लिए रैलियां कीं और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के 400 से ज्यादा सीट जीतने की उम्मीद जताई।
‘ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (ओएफबीजेपी) यूएसए’ द्वारा रविवार को ‘मोदी का परिवार मार्च’ रैलियों का आयोजन किया गया था।
एक मीडिया विज्ञप्ति में रविवार को कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी के दोबारा चुनाव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भारत में आगामी लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने के समर्थन में 16 से अधिक शहरों में प्रमुख स्थानों पर रैलियां आयोजित की गईं।
ओएफबीजेपी-यूएसए के अध्यक्ष अदापा प्रसाद ने कहा, “भारत के विभिन्न राज्यों, कश्मीर से केरल और महाराष्ट्र से लेकर पूर्व का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्य अमेरिका के 16 से अधिक शहरों में प्रमुख स्थानों पर ‘मोदी का परिवार’ के रूप में मार्च करने के लिए जुटे।”
सैन फ्रांसिस्को, ह्यूस्टन और अटलांटा सहित 16 शहरों में मार्च आयोजित किए गए।
सैन फ्रांसिस्को से सचिन्द्र नाथ ने कहा कि मार्च ने मोदी के नेतृत्व के प्रति गहरे सम्मान और एकजुटता और आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में “अबकी बार 400 पार” की सामूहिक आकांक्षा को प्रदर्शित किया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी मोदी और भारत के लिए उनके दृष्टिकोण के प्रति अपना अटूट समर्थन व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए। (भाषा)
यरुशलम, 8 अप्रैल। इजराइल की सेना ने रविवार को घोषणा की कि उसने गाजा के दक्षिणी शहर खान यूनुस से अपने सैनिक वापस बुलाए हैं।
इजराइल ने खान यूनुस में हमास के चरमपंथियों के खिलाफ जमीनी हमले के अपने चरण को पूरा कर लिया है और अपने सैनिकों को वापस बुलाया है।
लेकिन रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सैनिकों को खान यूनुस से बुलाकर पुनः एकत्रित किया जा रहा है क्योंकि सेना हमास के आखिरी गढ़ रफह में घुसने की तैयारी कर रही है।
सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा, “ गाज़ा में जंग जारी है और हम अभी रुकने नहीं वाले हैं।”
स्थानीय प्रसारक ‘चैनल 13 टीवी’ ने बताया कि इजराइल रफह को खाली कराने की तैयारी कर रहा है और इस प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं।
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि लक्षित अभियानों को जारी रखने के लिए गाज़ा में अच्छी खासी संख्या में सैनिक रहेंगे जिनमें हमास के गढ़ और समूह के नेता याह्या सिनवार का गृहनगर खान यूनुस भी शामिल है।
खान यूनुस की ‘एसोसिएटेड प्रेस’ की रविवार की वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग लौट आए हैं।
इजराइल रफह के आसपास जमीनी हमला करने की बात कई हफ्तों से कह रहा है। वहां 14 लाख आबादी रह रही है। इसका इजराइल के शीर्ष सहयोगी अमेरिका ने विरोध किया है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने रविवार को रफह हमले पर अमेरिका के विरोध को दोहराया और समाचार चैनल ‘एबीसी’ से कहा कि अमेरिका का मानना है कि इज़राइल के सैनिकों की आंशिक वापसी "वास्तव में इन सैनिकों के आराम के लिए है जो चार महीने से जमीन पर हैं। (एपी)
कीव, 8 अप्रैल। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रोसी ने रविवार को कहा कि रूस-नियंत्रित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के छह परमाणु रिएक्टर में से एक पर किए गए ड्रोन हमले के कारण ‘‘बड़ी परमाणु दुर्घटना होने का खतरा काफी बढ़ गया है।’’
ग्रोसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक बयान में इस बात की पुष्टि की कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मुख्य रिएक्टर नियंत्रण संरचनाओं पर कम से कम तीन प्रत्यक्ष हमले हुए।
उन्होंने कहा कि नवंबर 2022 के बाद यह पहला ऐसा हमला था, तब उन्होंने रेडियोलॉजी संबंधी गंभीर परमाणु दुर्घटना से बचने के लिए पांच बुनियादी सिद्धांत निर्धारित किए थे।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण (एआईईए) ने एक अलग बयान जारी कर एक रिएक्टर समेत संयंत्र पर ड्रोन हमलों का असर होने की पुष्टि की।
एआईईए ने कहा, ‘‘इकाई छह में हुई क्षति के कारण परमाणु सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं हुआ, लेकिन यह एक गंभीर घटना है जिससे रिएक्टर की रोकथाम प्रणाली के कमजोर होने की आशंका है।’’
रूस के नियंत्रण वाले जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के अधिकारियों ने कहा है कि रविवार को यूक्रेन की सेना के ड्रोन से संयंत्र पर हमले किए गए जिनमें संयंत्र की छठी विद्युत इकाई के गुंबद पर किया गया हमला भी शामिल है।
संयंत्र के अधिकारियों ने कहा था कि इस घटना में कोई बड़ी क्षति नहीं हुई और कोई हताहत भी नहीं हुआ तथा हमले के बाद संयंत्र में विकिरण का स्तर सामान्य बना रहा लेकिन बाद में रविवार को रूसी परमाणु एजेंसी ‘रोसाटॉम’ ने कहा कि ‘‘अप्रत्याशित ड्रोन हमलों’’ में तीन लोग घायल हो गए।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने रविवार को कहा था कि उसके विशेषज्ञों को ड्रोन हमले की सूचना दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख राफेल मरियानो ग्रोसी ने इस तरह के हमलों की वजह से सुरक्षा को होने वाले खतरों को लेकर चेताया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं इस तरह की कार्रवाइयों से बचने का अनुरोध करता हूं जो आईएईए के सिद्धांतों के खिलाफ हैं और परमाणु सुरक्षा को प्रभावित करती हैं।’’ (एपी)
क्वेटा, 7 अप्रैल। दक्षिणपश्चिम पाकिस्तान में एक मोटरसाइकिल पर लगाए बम में विस्फोट से दो लोगों की मौत हो गयी तथा पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा को पड़ोसी सिंध प्रांत में कराची शहर से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर स्थित खुजदर में रविवार को हुए इस विस्फोट की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
पुलिस उपायुक्त मोहम्मद आरिफ जरकोन ने बताया कि घायलों में एक महिला और दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं। (एपी)
हमास के लड़ाकों की तरफ से ग़ज़ा की सीमा से सटे इसराइल के इलाक़ों पर हमले के आज छह महीने पूरे हो गए हैं. इस हमले के बाद ही ग़ज़ा पर इसराइल की ओर से हमलों की शुरुआत की गई थी.
छह महीने पूरे होने के मौक़े पर इसराइली सेना ने बीबीसी को बताया है कि उसकी सेना फिर से संगठित हो रही है और युद्ध के अगले चरण की तैयारी कर रही है.
इसराइली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने कहा, "यह युद्ध का एक और चरण है."
इससे पहले ख़बर आई कि इसराइल ने दक्षिणी ग़ज़ा की ज़मीन पर लड़ रहे अपने सभी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया है.
लर्नर ने बताया कि इसराइली सेना की मुहिम 'लगातार बदल' रही है. उन्होंने कहा, "यह युद्ध ख़त्म नहीं हुआ है. युद्ध तभी ख़त्म हो सकता है जब वे (बंधक) घर आ जाएं और हमास ख़त्म हो जाए."
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि इसराइली सेना ने ग़ज़ा के ख़ान यूनिस क्षेत्र में अपना मिशन पूरा कर लिया है.
उनके अनुसार, "सैनिकों की संख्या में गिरावट है, लेकिन अभी और भी ऑपरेशन करने की ज़रूरत है. रफ़ाह साफ़ तौर पर हमास का एक गढ़ है. हमें हमास की क्षमता जहां कहीं भी हों, उसे ख़त्म करने की ज़रूरत है."
इस बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि वे जीत से बस एक क़दम दूर हैं.
उन्होंने यह भी कहा है कि बिना बंधकों की रिहाई के ग़ज़ा में हो रहे इस युद्ध को नहीं रोका जाएगा. (bbc.com/hindi)
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु वॉचडॉग संस्था ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन के ज़ापोरिज़िया पावर प्लांट पर हुए एक नए ड्रोन हमले से एक "बड़ी परमाणु दुर्घटना" का खतरा बढ़ गया है.
रूस का कहना है कि यूक्रेन इस हमले के पीछे है जिसमें तीन लोगों की मौत हुई है. यूक्रेन ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है.
छह रिएक्टरों वाला ये प्लांट रूस के कब्ज़े में है और रूस-यूक्रेन संघर्ष की फ्रंटलाइन पर है.
संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) बार-बार ऐसे हमलों के खिलाफ चेतावनी देती रही है.
आईएईए प्रमुख राफ़ेल ग्रॉसी ने कहा कि रविवार का ड्रोन हमला "लापरवाही के साथ बिना प्लांट को ध्यान में रखे हुए" किया गया और अब "परमाणु सुरक्षा का ख़तरा मंडरा रहा है."
दक्षिणी यूक्रेन में स्थित ज़ापोरिज़िया परमाणु प्लांट यूरोप का सबसे बड़ा प्लांट है.
साल 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद ही रूस ने इस पर कब्ज़ा कर लिया था.
आईएईए की एक टीम जो ज़ापोरिज़िया में मौजूद है उसने एक रिएक्टर सहित प्लांट पर "ड्रोन हमलों के असर" की पुष्टि की है.
प्लांट पर रूसी-स्थापित प्रशासन ने कहा कि रेडिएशन का स्तर सामान्य है और कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है.
आईएईए ने भी कहा है कि न्यूक्लियर सुरक्षा में अभी कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन चेतावनी दी है कि "इस घटना से रिएक्टर कमज़ोर ज़रूर हुए हैं जिससे गंभीर खतरा पैदा हुआ है.” (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 7 अप्रैल । पाकिस्तान में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कम से कम 10 आतंकवादियों को मार गिराया। मीडिया ने शनिवार को अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान और उत्तरी वजीरिस्तान जिलों में खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि पहले ऑपरेशन में "धुआंधार गोलीबारी के बाद आठ आतंकवादी मारे गए"। उन्होंने कहा कि ये आतंकवादी गतिविधियों के साथ-साथ निर्दोष नागरिकों की हत्या में भी सक्रिय रूप से शामिल थे।
आईएसपीआर के बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसपीआर ने आगे कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान में दूसरा ऑपरेशन भी चलाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया, "इस ऑपरेशन के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। उनके पास से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।"
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सफल ऑपरेशन के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की है।
(आईएएनएस)
गाजा, 7 अप्रैल। इजराइली सेना ने घोषणा की है कि गाजा पट्टी पर उसके हवाई हमलों में हमास का एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी मारा गया है।
आईडीएफ के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इजराइली रक्षा बलों और शिन बेट सुरक्षा सेवा ने गाजा और इजराइली क्षेत्रों पर हमलेे की योजना बना रहे हमास के अधिकारी को मार डाला।
उन्होंने बताया कि मारा गया अकरम अब्दुल रहमान हुसैन सलामा हमास में कई उच्च पदों पर था।
बयान में कहा गया है कि इजराइली सेना और इजराइली क्षेत्रों पर बड़े हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए उसकी तलाश की जा रही थी।
(आईएएनएस)
लंदन, 7 अप्रैल । तूफान कैथलीन यूनाइटेड किंगडम में कहर बरपा रहा है। इसके चलते ब्रिटेन की दर्जनों उड़ानें रद्द कर दी गईं। एडिनबर्ग, बेलफास्ट, मैनचेस्टर और बर्मिंघम में हज़ारों यात्री फंस गए।
मौसम कार्यालय ने इंग्लैंड के अलावा आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के कुछ हिस्सों के लिए चेतावनी जारी की है। बताया गया है कि ख़राब मौसम के चलते ब्रिटेन के हवाई अड्डों पर प्रस्थान करने वाली और पहुंचने वाली 130 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं।
तूफान के कारण पूरे ब्रिटेन में तापमान भी बढ़ गया, जिसके रविवार तक बने रहने की आशंका है।
स्कॉटलैंड में उड़ानों के अलावा रेल और नौका सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
पर्यावरण एजेंसी ने 14 अलर्ट जारी किये हैं, जहां बाढ़ का खतरा है। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम कार्यालय ने चेतावनी दी है कि समुद्र से उठने वाली लहरें तटों, तटीय सड़कों और मकानों तक आ सकती हैं, जिससे जान माल का नुकसान हो सकता है।
(आईएएनएस)
काहिरा, 7 अप्रैल। इजराइल की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा में बंधक बनाए गए 47 वर्षीय किसान का शव बरामद किया है।
हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजराइल के किसी नागरिक का शव ऐसे वक्त में बरामद किया गया है जब वार्ताकार इजराइल और हमास के बीच छह माह से जारी युद्ध को रोकने तथा शेष बंधकों को रिहा कराने के लिए रविवार को दूसरे दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
इजराइल की सेना ने कहा कि उसे एलाद कात्जिर का शव मिला है और माना जाता है कि उसकी हत्या जनवरी में ‘इस्लामी जिहाद’ के चरमपंथियों ने की थी। हमास के चरमपंथी सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में घुस गए थे और उनके हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे।
हमास ने इस हमले के बाद इजराइल के कम से कम 250 लोगों को बंधक बना लिया था। किसान कात्जिर को सीमावर्ती नीर ओज़ से अगवा किया गया था।
इस शव के मिलने से इजराइल की सरकार पर बंधकों को मुक्त कराने के लिए समझौता करने का दबाव बढ़ गया है। हजारों लोग तेल अवीव में एकत्र हुए और उन्होंने बंधकों को रिहा कराने के लिए शीघ्र कोई समझौता करने और मध्यावधि चुनाव कराने की मांग की।
अब तक कम से कम 36 बंधकों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि बंधक बनाए गए कुल लोगों में से आधों को रिहा कर दिया गया है।
कात्जिर की बहन कार्मित ने एक बयान में कहा,‘‘अगर वक्त पर कोई समझौता हो जाता तो उन्हें बचाया जा सकता था। हमारा नेतृत्व कायर है और राजनीतिक विचारों से प्रेरित है, इसीलिए कोई समझौता नहीं हुआ।’’
मिस्र के एक अधिकारी और मिस्र के सरकारी स्वामित्व वाले अल काहिरा टीवी के अनुसार युद्धविराम के लिए वार्ता रविवार को फिर से शुरू होगी। (एपी)