अंतरराष्ट्रीय

अमेरिकी ब्यूरो अधिकारी मैकॉय पिट ने कहा है कि ईरान पर हमले से पहले इसराइल ने अमेरिका को इसकी जानकारी दी थी और इसराइल ने अमेरिका से कहा था कि ये उनकी आत्म-रक्षा के लिए ज़रूरी है.
पिट ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा, "अमेरिका को इन हमलों के बारे में पहले से ही जानकारी दी गई थी, लेकिन अमेरिका की इन हमलों में कोई सैन्य भागीदारी नहीं है."
"हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता अमेरिकी नागरिकों, कर्मचारियों और सैनिकों की सुरक्षा है."
अगर ईरान ने अमेरिकी लोगों, ठिकानों या संसाधनों पर हमला किया, तो पिट ने चेतावनी दी कि इसके गंभीर नतीजे होंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान बातचीत के लिए तैयार हो और इस मामले को शांति से सुलझाया जाए.
पिट ने कहा, "ईरान के नेताओं के लिए यही सही समय है कि वे बातचीत का रास्ता अपनाएं."
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से उसके परमाणु कार्यक्रम पर समझौता करने के लिए कहा है और चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसराइल और भी कड़ा हमला कर सकता है. (bbc.com/hindi)