राष्ट्रीय
अमरावती, 7 दिसंबर चक्रवात ‘मिगजॉम’ ने तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ पांच दिसंबर को आंध्र प्रदेश तट पर दस्तक दी और राज्य में हजारों एकड़ की फसलों को तबाह कर दिया जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
राज्य सरकार ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया है, लेकिन पट्टे पर ली गयी जमीन पर खेती करने वाले किसानों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह मुआवजा शायद उन तक न पहुंचे।
उन्होंने कहा कि संभवत: जमीन के मालिक उनके साथ राहत राशि साझा नहीं करेंगे।
नेल्लोर जिला प्रशासन द्वारा साझा की गयी सूचना के अनुसार, 8,400 एकड़ से अधिक की कृषि फसल और 1,700 एकड़ की बागवानी फसल नष्ट हो गयी है।
राज्य में फसलों के नुकसान का आकलन अभी किया जाना बाकी है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक नोट में कहा गया है कि बारिश का पानी कम होने के बाद कृषि और बागवानी नुकसान का आकलन किया जाएगा।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, नागरिक आपूर्ति मंत्री के. वेंकट नागेश्वर राव ने मछलीपत्तनम में गोपुवनीपालेम, कोंडीपारु, ताराकातुरु, अर्थामुरु और सुल्तान नगरम गांवों का दौरा किया।
पश्चिम गोदावरी जिले में ताडेरु गांव के पट्टे पर ली गयी जमीन पर खेती करने वाले किसान गिली वेंकेश्वर राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सरकार जो भी मुआवजा देगी, वह खेत के मालिकों के पास जाएगा, न कि किराये पर खेती कर रहे किसानों के पास....बमुश्किल 10 फीसदी जमीन मालिक किसानों के साथ मुआवजा साझा करेंगे।’’
चक्रवात के कारण मची तबाही को याद करते हुए वेंकेटश्वर राव ने बताया कि उन्होंने तीन दिसंबर को बारिश शुरू होने से पहले फसल काट ली थी, लेकिन बारिश में धान भीग गया।
उन्होंने कहा कि सर्दी के महीने में चक्रवात आने के कारण बेथापुडी, ताडेरु और तुंडुरु गांवों में सैकड़ों एकड़ धान के खेत जलमग्न हो गए हैं। (भाषा)
मुंबई, 7 दिसंबर विमानन कंपनी स्पाइसजेट के निदेशक मंडल की बैठक 11 दिसंबर को होगी। इसमें तरजीही आधार पर कोष जुटाने के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जाएगा।
यह घोषणा उन खबरों के बीच आई है कि जिनमें दावा किया गया था कि स्पाइसजेट के प्रवर्तक अजय सिंह 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक जुटाने के लिए वैश्विक स्तर पर कई लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
स्पाइसजेट ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा, ‘‘ कंपनी का निदेशक मंडल 11 दिसंबर 2023 को होने वाली अपनी बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ तरजीही आधार पर इक्विटी शेयरों और परिवर्तनीय प्रतिभूतियों को जारी करके नई पूंजी जुटाने के विकल्पों पर चर्चा करेगी।’’
कंपनी के अनुसार, इन प्रस्तावों पर ‘‘ कंपनी के शेयरधारकों और नियामक की मंजूरी ’’ अनिवार्य होगी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 7 दिसंबर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि विकसित देशों द्वारा अपनी हरित प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए सीमा पार समायोजन कर लगाने का कोई भी कदम नैतिक रूप से सही नहीं है और ‘‘ग्लोबल साउथ’’ के विकासशील देशों के हितों के खिलाफ है।
‘ग्लोबल साउथ’ से तात्पर्य उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित के रूप में जाना जाता है, ये मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित वैश्विक आर्थिक नीति मंच 2023 में केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि सीमा समायोजन कर लगाने का एकतरफा निर्णय...‘ग्लोबल साउथ’ के लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, ‘‘ सीमा पार (कर) लगाना और वह पैसा किसी और के हरित एजेंडे में लगाया जाना बिल्कुल भी नैतिक नहीं है।’’
सीतारमण ने कहा कि प्रत्येक देश को विश्व स्तर पर की गई हरित प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए संसाधन उत्पन्न करने की आवश्यकता होगी।
मंत्री का यह बयान यूरोपीय संघ द्वारा कुछ क्षेत्रों से आयात पर कार्बन कर लगाने की घोषणा की पृष्ठभूमि में आया है।
सीबीएएम (कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म) या कार्बन टैक्स (एक तरह का आयात शुल्क) एक जनवरी 2026 से लागू होगा। हालांकि इस साल एक अक्टूबर से इस्पात, सीमेंट, उर्वरक, एल्यूमीनियम तथा हाइड्रोकार्बन उत्पादों सहित सात कार्बन-सघन क्षेत्रों की घरेलू कंपनियां यूरोपीय संघ के साथ कार्बन उत्सर्जन के संबंध में डेटा साझा कर रही हैं।
सीतारमण ने कहा कि किसी देश की बुनियादी ऊर्जा आवश्यकताओं को नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से पूरा नहीं किया जा सकता है। हालांकि इस तरह सोचा जा सकता है कि नवीकरणीय ऊर्जा के प्रसार में व्यक्तिगत भागीदारी सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि भारत नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में खासकर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईएसए सदस्यों द्वारा दुनिया भर में ‘ग्रिड कनेक्टिविटी’ के लिए कई देशों के साथ बातचीत की जा रही है। (भाषा)
चेन्नई, 7 दिसंबर चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण मूसलाधार बारिश होने के कुछ दिनों बाद बृहस्पतिवार को चेन्नई के कुछ हिस्सों और आसपास के जिलों के उपनगरों में पानी भर गया, जिससे महानगर और इसके आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
चक्रवात ‘मिगजॉम’ मंगलवार को आंध्र प्रदेश में तट को पार कर गया और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। चक्रवात के प्रभाव से चार दिसंबर को उक्त चार जिलों में भारी बारिश हुई।
सरकार ने कहा कि राहत गतिविधियां तेज कर दी गई हैं और चेन्नई में विभिन्न स्थानों पर जमा पानी को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।
वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार को भी जलभराव हो गया, यहां पल्लीकरनई क्षेत्र में खाद्यान्न के पैकेट हवाई जहाज से गिराए गए।
उत्तरी चेन्नई का मनाली गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। अधिकारियों ने कहा कि मनाली में लगभग 15,000 लोगों के लिए पीने का पानी, 12,000 लीटर दूध, दूध पाउडर, चादर और खाद्य सामग्री भेजी गयी है। निवासियों ने कई इलाकों में दूध की बढ़ी कीमतों की शिकायत की।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के पास अनाकापुथुर इलाके का दौरा किया और वहां जारी राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रभावित लोगों को भोजन भी वितरित किया।
विपक्ष ने राहत कार्य की गति को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर निशाना साधा।
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव और विपक्ष के नेता एडाप्पडी के. पलानीस्वामी ने दावा किया कि नगर निगम के तहत 35,000 प्रमुख सड़कों में से 20,000 अब भी जलमग्न हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 7 दिसंबर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाना बनाकर दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसदों ने बृहस्पतिवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया।
तृणमूल की महिला सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिनमें गिरिराज सिंह को बर्खास्त करने की मांग की गई थी।
तृणमूल की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘‘हमने कल बयान सुना जो पूरी तरह शर्मनाक, नारी विरोधी और पितृ सत्तात्मक था। केंद्रीय मंत्री देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री पर टिप्पणी कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या इस तरह की भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए। भाजपा और उसके मंत्रियों के साथ यही समस्या है।’’
मोइत्रा ने आरोप लगाया, ‘‘वे महिलाओं को पसंद नहीं करते। वे महिलाओं को ऊंचे पदों पर नहीं देख सकते। उनके मूल में ही नारी विरोध है।’’
मोइत्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सिंह का एक साक्षात्कार साझा किया है, जिसमें उन्हें बनर्जी का उल्लेख करते हुए सुना जा सकता है, ‘‘जश्न मना रही है, ठुमके लगा रही है, ये उचित नहीं है।’’
तृणमूल कांग्रेस के अनेक नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल होने पर उनके खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर गिरिराज सिंह की आलोचना की।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने बुधवार को सदन में देश की आर्थिक स्थिति पर एक चर्चा के दौरान इस मुद्दे को उठाया था।
तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा में दो महिला सदस्य और लोकसभा में सात महिला सदस्य हैं। (भाषा)
दिल्ली अब भी महिलाओं के लिए सबसे अधिक असुरक्षित है. 2022 में यहां हर घंटे बलात्कार की औसतन तीन घटनाएं दर्ज हुईं. हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान महिलाओं के खिलाफ सर्वाधिक अपराध वाले राज्य रहे.
डॉयचे वैले पर मनीष कुमार की रिपोर्ट-
तीन दिसंबर को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी 2022 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के मुकाबले 2022 में महिलाओं के प्रति अपराध में चार प्रतिशत का इजाफा हुआ है. देश में अपराध के 58 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, जिनमें महिलाओं के प्रति अपराध के करीब साढ़े चार लाख मामले थे. मतलब हर घंटे औसतन करीब 51 एफआइआर दर्ज हुए.
यह भी पाया गया है कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध करने वाले अधिकतर लोगों में उनके पति या रिश्तेदार शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार 2022 में शहरों में हुए अपराध के मामलों में दिल्ली पहले नंबर पर और मुंबई दूसरे नंबर पर है. इसके बाद क्रमश: बेंगलुरु, जयपुर और अहमदाबाद हैं. वहीं, प्रति लाख आबादी पर दर्ज किए गए संज्ञेय अपराध के मामले में तीसरी बार कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर बताया गया है. इसके बाद पुणे और हैदराबाद सबसे सुरक्षित शहर पाए गए हैं.
महिला अपराध और हत्या में उत्तर प्रदेश ऊपर
एनसीआरबी के राज्यवार आंकड़ों पर नजर डालें, तो 2022 में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध के करीब 66 हजार मामले दर्ज किए गए. इसके बाद सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और राजस्थान में रिपोर्ट हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, प्रति एक लाख की आबादी पर महिलाओं के विरूद्ध अपराध के मामले वर्ष 2021 की तुलना में 64.5 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 66 प्रतिशत हो गए.
अगर महानगरों की बात करें, तो यहां भी अपराध के मामलों में पिछले साल के मुकाबले 12.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. देश की राजधानी दिल्ली लगातार तीसरे साल सबसे ऊपर है. 2022 में यहां महिलाओं के प्रति अपराध के 14 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए. इसके बाद मुंबई और बेंगलुरु का नंबर है. वहीं, शहरों में 501 हत्याओं के साथ दिल्ली पहले नंबर पर और 172 हत्याओं के साथ बेंगलुरू दूसरे नंबर पर है.
2022 में देशभर में बलात्कार के 31,000 से ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए. इनमें सबसे ज्यादा 5,399 केस राजस्थान में दर्ज हुए. इसके बाद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का स्थान है. प्रेम प्रसंग में भी सबसे अधिक हत्या की घटनाएं उत्तर प्रदेश और इसके बाद बिहार में दर्ज की गईं. दहेज के लिए महिलाओं की मौत के मामले में भी यूपी-बिहार अव्वल रहा.
जाति और वर्ग संघर्ष की सर्वाधिक घटनाएं बिहार में
हत्या की घटनाओं की सबसे बड़ी वजह आपसी विवाद रही. इस कारण देश में 10 हजार हत्याएं हुईं. हालांकि 2020 और 2021 के मुकाबले हत्या के मामलों में कमी आई है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश भले ही अव्वल रहा हो, लेकिन जाति और वर्ग संघर्ष तथा जमीन-जायदाद के विवादों में सबसे अधिक हत्याएं बिहार में हुईं.
बिहार में प्रति एक लाख की आबादी पर अपराध दर 277.1 है. इस संबंध में 1,274 की संख्या के साथ केरल सबसे आगे है. 2022 में यहां अपराध की लगभग साढ़े तीन लाख घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 2930 हत्या के मामले थे. देश में जाति को लेकर हत्या की 27 घटनाएं हुईं, जिनमें सबसे अधिक सात लोगों की हत्या बिहार में हुई. इस श्रेणी में मध्य प्रदेश व तमिलनाडु में छह-छह, कर्नाटक में पांच तथा उत्तर प्रदेश में दो हत्याएं हुईं.
इसी तरह देश में वर्ग संघर्ष के कारण हत्या के 83 मामले दर्ज किए गए, जिनमें सर्वाधिक 50 घटनाएं बिहार में हुईं. कर्नाटक में आठ, हरियाणा में सात तथा उत्तर प्रदेश में ऐसी छह घटनाएं हुई. राजनीतिक कारणों से हुई हत्याओं में झारखंड अव्वल रहा. यहां ऐसे 17 कांड दर्ज किए गए, जबकि बिहार व ओडिशा में यह संख्या आठ-आठ रही.
अपहरण के एक लाख से अधिक मामले
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, देश में हर दिन अपहरण की औसतन 294 से अधिक घटनाएं हुईं. दिल्ली में भी अपहरण के मामलों में इजाफा हुआ है. हालांकि अपहरण के सर्वाधिक 16,262 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए. इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार का नंबर है.
ट्रांसजेंडर के मामलों की बात करें, तो प्रोटेक्शन आफ राइट्स ऐक्ट के तहत सिर्फ एक मामला तमिलनाडु में सामने आया है. वहीं, आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल लापता कुल 83,350 बच्चों में 24 ट्रांसजेंडर थे, जबकि इनमें सबसे अधिक 62,946 लड़कियां थीं तथा 20,380 लड़के थे.
24 प्रतिशत बढ़ गया साइबर क्राइम
साइबर अपराध के मामलों में भी 2021 के मुकाबले करीब 24.4 फीसदी वृद्धि हुई है. इनमें सबसे ज्यादा फ्रॉड से जुड़े मामले थे. अनुसूचित जाति (एससी) व अनुसूचित जनजाति (एसटी) के प्रति अपराध में भी वृद्धि दर्ज की गई है. देश में बच्चों के साथ अपराध में भी इजाफा हुआ है. 2021 की तुलना में बुजुर्गों के प्रति अपराध में भी नौ फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.
बढ़ गई अचानक होने वाली मौत भी
2022 में अचानक होने वाली मौतों में भी पिछले साल के मुकाबले 11.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में इस तरह से 56,653 लोगों की जान चली गई. इनमें दिल का दौरा पड़ने से मरने वालों की संख्या 32 हजार से ज्यागा है. मृतकों में अधिकतर 45 से 60 आयु वर्ग के थे. आंकड़े बता रहे कि देश में आत्महत्या के मामलों में भी करीब चार चार फीसद की वृद्धि हुई है. पाया गया कि 2022 में 13,000 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की. (dw.com)
गाजियाबाद, 7 दिसंबर । गाजियाबाद के अंकुर विहार थाना इलाके में एक वेटर की 19 दिन पहले पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी और उसके शव को पास के जंगल में फेंक दिया गया था। पुलिस ने अब इस मामले में 19 दिन बाद हत्या का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
गाजियाबाद के थाना अंकुर विहार इलाके में 17 नवंबर को हुए एक सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार रात खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें मैरिज होम का पार्टनर और दो वेटर शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि 18 नवंबर को अंकुर विहार थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी कटैया में एक युवक का शव पड़ा मिला। मृतक की पहचान 26 वर्षीय पंकज के रूप में हुई, जो डीएलएफ शंकर विहार का रहने वाला था।
मृतक की मां ने उस वक्त पुलिस को बताया, मेरा बेटा शादियों में काम करता था। अक्सर वो शादियों के काम की वजह से कई–कई दिन में घर आता था। 17 नवंबर को पंकज शादी में काम करने गया था। 19 नवंबर को परिजनों को पुलिस के जरिए उसकी लाश बरामद होने की सूचना मिली।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मौत की वजह सिर में गंभीर चोट लगना आई। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पुश्ता रोड स्थित जीसीएस वाटिका का नाम सामने आया। मौत से पहले आखिरी बार पंकज ने यहीं पर एक लगन समारोह में वेटर का काम किया था।
सीजीएस वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता के कहने पर ठेकेदार सर्वेश के माध्यम से पंकज ये काम कर रहा था।
पुलिस जांच में ये बात सामने आई कि जीसीएच वाटिका में 17 नवंबर को एक लगन समारोह था। इस दौरान पंकज के हाथ में लगी खाने की जूठी प्लेट समारोह में आए मेहमान ऋषभ से टच हो गई। इसे लेकर विवाद शुरू हुआ और ऋषभ ने पंकज की बुरी तरह पिटाई कर दी। इसी बीच वहां पहुंचे वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता ने भी पंकज को जमीन पर पटक दिया। जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं।
मनोज गुप्ता ने अन्य वेटर अमित और अजय को वहां फोन कर बुलाया। इन दोनों लोगों ने पंकज के मरने की आशंका से घबराकर उसे कुछ दूर गांव गढ़ी कटैया के जंगल में फेंक दिया। अगले दिन पुलिस को पंकज की लाश बरामद हुई। पुलिस ने बुधवार रात इस मामले में वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता, वेटर अमित और अजय को गिरफ्तार कर लिया है। (आईएएनएस)।
बेतिया, 7 दिसंबर । बिहार के बेतिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से पुलिस ने बुधवार की रात तीन महिलाओं को चरस के साथ गिरफ्तार किया। इनके पास से करीब 4.5 किलोग्राम चरस बरामद किया गया है।
गिरफ्तार महिलाओं में एक पंजाब की रहने वाली एक महिला भी शामिल है।
पुलिस के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ महिलाएं पंजाब जाने वाली जननायक ट्रेन से चरस ले जाने वाली है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन महिलाओं को चरस के साथ गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि ये सभी ट्रेन के इंतजार में प्लेटफार्म पर बैठी थी। संदिग्ध गतिविधियों के कारण पुलिस इनसे पूछताछ की गई। इसके बाद उनकी जांच की गई तो उनके पास से 9 पॉकेट चरस बरामद हुआ, जो लगभग 4.50 किलो है।
मुजफ्फरपुर रेल पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार महिला तस्करों में एक महिला पंजाब के जालंधर की रहने वाली है जबकि दो अन्य बिहार की रहने वाली है।
जब्त चरस की कीमत करीब एक करोड़ रुपए तक बतायी जा रही है। पुलिस गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि ये महिलाएं नेपाल से चरस लेकर पंजाब जाने वाली थी। (आईएएनएस)।
लखनऊ, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। अयोध्या में भगवान राम मंदिर निर्माण में जुटे श्रमिकों को 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया जा रहा है। यह निर्णय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से लिया गया है। वे भी रामलला की प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मानें तो रामलला मंदिर को आकार देने वाले श्रमिकों को भी राम मंदिर ट्रस्ट आमंत्रित करने की योजना बना रहा है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिंदुस्तान के सभी राज्य, सभी भाषाएं, देश में पूजा पद्धति की जितनी भी परंपरा है, गुरु परंपरा उन सभी परंपरा के संत महंत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आएंगे।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में 4000 संत होंगे। इसके अलावा समाज का हर क्षेत्र खेल जगत, कला जगत, कवि, लेखक, साहित्यकार, अनुसूचित जाति जनजाति घुमंतू जाति सेवा निवृत सेना और पुलिस के अधिकारी भी शामिल होंगे।
चंपत राय ने बताया कि ऐसे भी परिवार को बुलाया जाएगा जिनके परिवार के व्यक्ति ने राम मंदिर आंदोलन में बलिदान दिया था।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर । मोबाइल प्रौद्योगिकी की पांचवीं पीढ़ी होने के नाते 5जी अपने व्यापक अनुप्रयोगों के माध्यम से संचार और सूचना पहुंच को बदलने का वादा करता है। इसकी असाधारण कनेक्शन गुणवत्ता, उन्नत डेटा क्षमता और न्यूनतम विलंब एक बुद्धिमान, परस्पर जुड़े भविष्य के लिए एक अभूतपूर्व नवाचार के रूप में इसके महत्व में योगदान करते हैं।
देश में उपभोक्ता 5जी सेवाओं की शुरुआत के एक साल बाद इस साल के अंत तक 5जी यूजरों की संख्या 13 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। यूजरों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना वृद्धि देखी गई है और 2029 तक उनकी संख्या 86 करोड़ पर पहुँचने का अनुमान है।
स्मार्टफोन निर्माता भी पीछे नहीं हैं, रियलमी जैसे ब्रांड लगातार देश में 5जी सक्षम फोन पेश कर रहे हैं।
रियलमी के अनुसार, 5जी का संभावित प्रभाव व्यापक है, जो उपभोक्ता अनुप्रयोगों से परे जाकर वैश्विक परिवर्तन ला रहा है। इसकी प्रगति न केवल गति प्रदान करती है बल्कि लगभग तात्कालिक डेटा साझाकरण और कनेक्टिविटी के लिए कम विलंबता भी प्रदान करती है।
5जी के लाभ नेटवर्क कनेक्टिविटी से परे हैं, जो सामाजिक-प्रभावकारी समाधानों को सक्षम करते हैं। स्मार्टफोन के आवश्यक होने और भारत में उनका उपयोग 2023 में 82 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 2029 तक 93 फीसदी होने का अनुमान है, जिसमें 5जी का प्रभाव महत्वपूर्ण होगा।
वैश्विक स्मार्टफोन ब्रांड ने कहा, “समाज के व्यवसाय, शिक्षा, मनोरंजन, नवाचार आदि जैसे विभिन्न पहलुओं के लिए इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ने के साथ कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए स्मार्टफोन अपरिहार्य उपकरण बन गए हैं। तेज और अधिक विश्वसनीय कनेक्शन की मांग कभी इतनी अधिक नहीं रही और 5जी इस जरूरत का जवाब है।
यह मानते हुए कि युवा पीढ़ी डिजिटल परिवर्तन में सबसे आगे है, रियलमी उनके जीवन में 5जी के महत्व को स्वीकार करता है।
हाल के वर्षों में, रियलमी बाजार में एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरा है। लगातार बदलते स्मार्टफोन उद्योग में 5जी तकनीक को अपनाने के प्रति इसका समर्पण इसकी सफलता का एक महत्वपूर्ण कारक है। 5जी में अग्रणी के रूप में रियलमी ने देश में पहला 5जी स्मार्टफोन पेश करके अग्रणी भूमिका निभाई, जिससे यूजर भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
रियलमी भारत में 5जी तकनीक के लोकतंत्रीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। 5जी की परिवर्तनकारी क्षमता को समझते हुए, रियलमी इसे सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए समर्पित है, जिससे व्यापक स्तर पर उद्योग के विकास में योगदान मिलेगा। ब्रांड का समर्थन उन विकास नीतियों और रुझानों तक फैला हुआ है जो 5जी उन्नति को बढ़ावा देते हैं, जो भारत की तकनीकी प्रगति को सुविधाजनक बनाने के अपने मिशन के साथ संरेखित है।
रियलमी के लिए, 5जी को अपनाना सिर्फ प्रथम बनने की दौड़ से कहीं अधिक था। यह भारत को कनेक्टिविटी के एक नए युग में ले जाने के उसके मिशन के बारे में था। भविष्य को परिभाषित करने में 5जी की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए रियलमी ने तेजी से अपने आधे से अधिक उत्पाद रेंज को 5जी में बदल दिया। अपने उत्पाद लाइन में 5जी को एकीकृत करके, रियलमी न केवल अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करता है बल्कि देश के तकनीकी सशक्तिकरण में भी योगदान देता है। इन प्रयासों के माध्यम से, रियलमी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत वैश्विक डिजिटल क्रांति में सबसे आगे बना रहे।
5जी के प्रति रियलमी के दृष्टिकोण की एक असाधारण विशेषता विविध भारतीय बाजार के बारे में इसकी गहरी समझ है। जो चीज रियलमी को अलग करती है, वह सभी के लिए 5जी पहुंच को आम बनाने की उसकी अटूट प्रतिबद्धता है, खासकर युवा पीढ़ी के लिए जो लागत प्रभावी कीमत पर उन्नत तकनीक की इच्छा रखते हैं।
रियलमी शक्तिशाली चिपसेट, बेहतर कैमरे, सुपरडार्ट चार्जिंग और नेटवर्क कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं के साथ यूजरों के अनुभव को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है। ब्रांड 5जी-सक्षम स्मार्टफोन के विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका लक्ष्य 5जी उत्पादों के माध्यम से समग्र अनुभव प्रदान करना है।
रियलमी पहले से ही भारतीय स्मार्टफोन उद्योग में 5जी परिदृश्य में अग्रणी है। इसका लक्ष्य सी-सीरीज़ सहित अपने स्मार्टफोन की विस्तृत श्रृंखला के साथ इस उन्नत तकनीक को सभी के लिए सुलभ बनाना है। नवीनतम संस्करण रियलमी सी67 5जी इस लाइनअप में पहला 5जी फोन होगा।
कंपनी ने कहा, “रियलमी का 5जी फोन 4जी वर्जन का अपग्रेड मात्र नहीं है। रियलमी व्यापक 5जी अनुभव देने के लिए प्रतिबद्ध है, यह सुनिश्चित करते हुए कि 4जी से 5जी में परिवर्तन में कोई समझौता नहीं किया जाए।"
5जी हमारे रहने, काम करने और संचार करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है, जिसका भविष्य आशाजनक है। बढ़ती कनेक्टेड दुनिया में, रियलमी का लक्ष्य वॉलेट-अनुकूल कीमतों पर अत्याधुनिक तकनीक की पेशकश करके आगे बने रहना है। 5जी पर यह दृढ़ फोकस ब्रांड और उसके यूजरों दोनों के लिए कई लाभ लाता है।
कंपनी ने कहा, “5जी को सभी के लिए सुलभ बनाने की चाहत एक गेम-चेंजिंग स्मार्टफोन ब्रांड, रियलमी की महत्वाकांक्षा को बढ़ावा देती है। हर किसी की पहुंच के भीतर उन्नत प्रौद्योगिकियों को लाने के लिए प्रतिबद्ध, रियलमी 5जी को युवा पीढ़ी के लिए एक उपकरण के रूप में देखता है - डिजिटल मूल निवासी जो मूर्त दुनिया से परे खुद को जोड़ने और व्यक्त करने के लिए अभिनव तरीके खोज रहे हैं।”
जैसे-जैसे रियलमी अपने उत्पादों की श्रृंखला का विस्तार कर रहा है, यह अपने ग्राहकों के लिए सर्वोत्तम प्रदान करने के अपने समर्पण को रेखांकित करता है। ब्रांड का उद्देश्य सीधा है: खुद को 5जी को आम बनाने के सच्चे कार्यकर्ता के रूप में स्थापित करना, जिसका लक्ष्य 5जी-सक्षम स्मार्टफोन की पहुंच बढ़ाना और 5जी उत्पादों और सर्वव्यापी अनुभवों के साथ बड़े दर्शकों को सशक्त बनाना है। (आईएएनएस)।
विजयपुरा (कर्नाटक), 7 दिसंबर सूफी मुस्लिम आध्यात्मिक नेता सैयद तनवीर हाशमी उर्फ तनवीर पीरा ने गुरुवार को भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को चुनौती दी कि अगर उनके खिलाफ आतंकी संबंध के आरोप साबित हो गए तो वह देश छोड़ देंगे और अगर नहीं, तो भाजपा नेता को पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
तनवीर पीरा ने कहा कि अगर आरोप साबित नहीं हुए तो विधायक यतनाल को अपने पद से इस्तीफा देकर पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
यतनाल ने आरोप लगाया था कि तनवीर पीरा का आईएस आतंकी संगठन से संबंध है। उन्होंने 4 दिसंबर को हुबली में आयोजित एक धार्मिक सम्मेलन में उनके साथ मंच साझा करने के लिए सीएम सिद्दारमैया पर भी सवाल उठाया था।
विधायक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र भी लिखा था और तनवीर पीरा की मिडिल ईस्ट की कथित हालिया यात्राओं और आतंकवादी समर्थकों और कट्टरपंथी इस्लामी गुर्गों से मुलाकात की तस्वीरें साझा की थीं।
तनवीर पीरा ने कहा, “यतनाल द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। मैंने 4 दिसंबर को हुबली में आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था। सीएम सिद्दारमैया, कानून मंत्री एच.के. पाटिल, अन्य मंत्री और विधायक मौजूद थे। सीएम किसी समुदाय या समाज तक सीमित नहीं हैं। सभी धर्मों और जातियों की सेवा करना सीएम का कर्तव्य है।"
“सीएम सिद्दारमैया के बढ़ते कद को बर्दाश्त नहीं कर पाने के कारण विधायक यतनाल ने मुझ पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बयान दिया है। यह केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया गया है।''
“यतनाल सभी दस्तावेज केंद्रीय और राज्य जांच एजेंसियों को उपलब्ध कराएं और एक सप्ताह में इस्लामिक स्टेट से कनेक्शन साबित करें। उन्हें यह साबित करने के लिए सबूत जारी करना चाहिए कि मेरे आतंकवादियों से संबंध हैं। अन्यथा उन्हें अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और पाकिस्तान चले जाना चाहिए।''
तनवीर पीरा ने कहा, “अगर यह साबित हो गया कि मेरे आतंकी संबंध हैं तो मैं देश छोड़ दूंगा। मेरे शिष्य और छात्र भी देश छोड़ देंगे।”
तनवीर पीरा ने अपने सोशल मीडिया पर देशभक्ति गीत "सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा" का फुटेज भी साझा किया।
सम्मेलन के आयोजक सैयद ताजुद्दीन कादरी ने कहा कि तनवीर पीरा सिर्फ विद्वान नहीं हैं, वह एक सूफ़ी संत हैं। 2016 में, वह सूफी विश्व सम्मेलन के आयोजकों में से एक थे। उस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे, तब यतनाल चुप क्यों थे? अगर वह जो कह रहे थे वह सच था तो उन्होंने बोला क्यों नहीं?
(आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर । जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि बड़े स्तर पर मुनाफावसूली के कारण बाजार में गिरावट आने वाली है। गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 61 अंक गिरकर 69,592 अंक पर है। भारती एयरटेल, एचयूएल में 2 फीसदी की गिरावट है।
तीन कारक हैं जो बाजार को मजबूत रखे हुए हैं। एक, अमेरिकी बांड यील्ड में लगातार गिरावट (10 साल में अब लगभग 4.1 प्रतिशत) ने इक्विटी के लिए अनुकूल वैश्विक वातावरण तैयार किया है। दो, भारत की जीडीपी विकास दर में सुधार हो रहा है और मुद्रास्फीति कम हो रही है। कच्चे तेल की लगातार गिरती कीमत एक और बड़ा सकारात्मक पहलू है। तीसरा, 2024 के आम चुनावों को लेकर विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद राजनीतिक अनिश्चितता दूर होती दिख रही है।
उन्होंने कहा, इन कारकों ने बाजार को प्रोत्साहित किया है।
प्रभुदास लीलाधर के टेक्निकल रिसर्च की वाइस प्रेसिडेंट वैशाली पारेख ने कहा, निफ्टी एक बार फिर एक नए रिकॉर्ड स्तर के साथ सकारात्मक रुख के साथ खुला और उसके बाद सत्र के बाकी हिस्से के लिए 20,950 क्षेत्र के पास प्रतिरोध पाते हुए समेकित हुआ, जिससे अब तक चल रही रैली रुक गई है।
निकट अवधि का समर्थन 20,500 होगा और एक बार जब 21,000 से स्थापित हो जाता है तो 21,800-21,900 के स्तर तक आगे के लक्ष्य का अनुमान लगाया जा सकता है। पारेख ने कहा, दिन के लिए समर्थन 20,800 पर देखा गया जबकि प्रतिरोध 21,100 पर देखा गया। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर । भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह जीत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) अकेले मोदी की जीत नहीं है, बल्कि यह सभी कार्यकर्ताओं की जीत है।
उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ दिल्ली में बैठे नेताओं की नहीं है, बल्कि उन कार्यकर्ताओं की है जिन्होंने पार्टी की और जनता की सेवा करने के लिए अपनी जिंदगी तक खपा दी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को उन्हें 'मोदी जी' की बजाय सिर्फ मोदी बुलाने का आग्रह करते हुए कहा कि जनता उन्हें सिर्फ मोदी के नाम से जानती है, इसलिए उन्हें मोदी जी के नाम से बुलाकर जनता से दूर मत करें।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके नाम के साथ आदरणीय, श्री और जी जैसे संबोधन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को कुछ महीने बाद होने वाले लोक सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर विकसित भारत यात्रा में शामिल हों, केंद्र सरकार की विश्वकर्मा योजना पर फोकस करते हुए उसे लोगों तक पहुंचाने में जुट जाएं, कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क और संवाद करें और खुद भी उनके साथ मैदान में उतरें।
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचने पर विधान सभा चुनावों में मिली जीत को लेकर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने उनका जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया।
बैठक में पहुंचने पर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने खड़े होकर तालियों और नारों के साथ उनका स्वागत किया।
इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने माला पहना कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया। इस दौरान आगे की पंक्ति में प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और पीयूष गोयल सहित कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे। (आईएएनएस)।
“यह चमत्कार है.”
युगांडा की राजधानी कंपाला में 29 नवंबर को आईवीएफ़ तकनीक की मदद से जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद 70 वर्षीय सफ़िना नामुकवाया के मुंह से सबसे पहले यही वाक्य निकला.
सफ़िना इस अफ्रीकी देश में बच्चे को जन्म देने वाली सबसे उम्रदराज महिलाओं में एक हैं.
उन्होंने विमेंस हॉस्पिटल इंटरनेशनल एंड फर्टिलिटी सेंटर (डब्ल्यूएचआईएंडएफसी) में सिजेरियन ऑपरेशन से एक लड़की और एक लड़के को जन्म दिया.
डब्ल्यूएचआईएंडएफसी के फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. एडवर्ड तामले सालि ने बीबीसी को बताया कि सफ़िना ने एक डोनर एग (अंडाणु) और अपने पति के स्पर्म की मदद से इन बच्चों को जन्म दिया.
सफ़िना नामुकवाया ने तीन साल पहले 2020 में भी इसी तरह एक बच्ची को जन्म दिया था. इतनी बड़ी उम्र में मां बनने की वजह सिर्फ यही है कि वह निसंतान होने के तानों से परेशान हो गई थी.
सफ़िना की तरह बनासकांठा (गुजरात) की रहने वाली गीता बेन (बदला हुआ नाम) को भी बच्चे नहीं होने की वजह से समाज के खूब ताने सहने पड़े.
आखिरकार, उन्होंने आईवीएफ़ का सहारा लिया और 2016 में एक बच्चे की मां बनीं.
बच्चे ना होने का दर्द मिटा रही तकनीक
गीता बेन ने बीबीसी की सहयोगी आर. द्विवेदी को बताया कि वह शादी के 25 साल बाद मां बन पाईं. उस समय उनकी उम्र करीब 42 वर्ष थी.
अब अपने सात साल के बेटे के साथ वह और उनके पति मनोज कुमार (बदला हुआ नाम) काफी खुश हैं.
मनोज कुमार बताते हैं कि शादी के इतने सालों के बाद भी बच्चा न होने पर लोग बार-बार टोकते थे. इससे परेशान होकर उन लोगों ने परिचितों-रिश्तेदारों से बात करना छोड़ दिया और यहां तक कि शादी-समारोहों में जाना भी बंद कर दिया.
आईवीएफ़ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक आख़िर होती क्या है?
इसे समझाते हुए डॉ. नयना पटेल ने बीबीसी की सहयोगी आर. द्विवेदी को बताया कि इसकी शुरुआत 1978 में हुई, जब लेस्ली ब्राउन टेस्ट ट्यूब बेबी को जन्म देने वाली दुनिया की पहली महिला बनीं.
गुजरात के आणंद स्थित आकांक्षा हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में मेडिकल डायरेक्टर डॉ. पटेल बताती हैं, ''आईवीएफ का इस्तेमाल उन महिलाओं के मामले में किया जाता है, जिनकी ट्यूब इंफेक्शन या किसी अन्य वजह से ख़राब हो जाती हैं.”
उन्होंने आगे बताया, “इसमें हम एग और स्पर्म को लैब में फर्टिलाइज़ करते हैं. जब भ्रूण तैयार हो जाता है तो उसे महिला के गर्भाशय में डाल दिया जाता है. इस तकनीक ने कई कपल को माता-पिता होने का सुख दिया है और महिलाओं के माथे से बांझ होने का कलंक मिटाया है.”
वह 1991 में आई इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन (आईसीएसआई) तकनीक को इस क्रांति का दूसरा चरण बताती हैं.
उनके मुताबिक, ''आईसीएसआई से उन कपल के लिए माता-पिता बनना आसान हो गया है, जिनमें पुरुषों के स्पर्म कम होने या फिर गुणवत्ता अच्छी न होने की वजह से दिक्कत आती थी. इसने डोनर स्पर्म की जरूरत को भी खत्म कर दिया.” यही वजह है कि लोग अब बेझिझक इसे अपना रहे हैं.''
क्या ये इतना आसान होता है?
लेकिन सब कुछ इतना आसान नहीं होता
आईवीएफ का चलन पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ा है लेकिन हर बार इस प्रक्रिया से कोई माता-पिता बन जाए ऐसा नहीं होता. कई बार इसके मामले विफल भी होते हैं.
डॉ. पटेल कहती हैं, ''कई बार कपल को पहली बार में खुशी मिल जाती है और कई बार प्रक्रिया काफी लंबी साबित होती है.''
गीता बेन बताती हैं कि उन्होंने आईवीएफ़ से पहले भी काफ़ी इलाज कराया था. फिर, आईवीएफ का सहारा लिया और इसमें भी तकरीबन दो साल बाद जाकर सफलता मिली.
आठ साइकिल नाकाम होने के बाद नौवीं बार उन्होंने गर्भधारण किया लेकिन कुछ महीनों बाद गर्भपात हो गया. फिर, दसवें साइकिल में वह बच्चे को जन्म दे पाईं.
गीता बेन इतने धैर्य के साथ इलाज करा पाईं तो इसकी वजह पति मनोज कुमार का हर कदम पर साथ था. कई मामलों में इस तरह मां बनने की इच्छुक महिलाओं को परिवार का ही साथ नहीं मिल पाता है.
क्या यह सफलता की गारंटी है?
इस पर डॉ. नयना पटेल कहती हैं कि 35 वर्ष की आयु से कम महिलाओं के मामले में तो 80 फीसदी सफलता हासिल होती है. महिलाओं की उम्र 35 से 40 साल के बीच हो तो बच्चे होने की संभावना 60 फीसदी तक रहती है. 40 से ऊपर आयु होने पर 18 से 20 फीसदी मामलों में ही सफलता मिलती हैं.
भावनात्मक उतार-चढ़ाव एक बड़ी चुनौती
दिल्ली स्थित ब्लूम आईवीएफ़ सेंटर में आईवीएफ़ स्पेशलिस्ट डॉ. सुनीता अरोड़ा ने बीबीसी को बताया कि इसके लिए आने वाले कपल कई बार भावनात्मक तौर पर काफी टूट चुके होते हैं.
बच्चा न होने पर लोग किस तरह का दबाव झेलते हैं, इसका अंदाजा मनोज कुमार की इस टिप्पणी से ही लगाया जा सकता है कि एक बार तो उन्होंने ज़हर खाकर जान देने तक की सोच ली थी.
डॉ. अरोड़ा बताती हैं,''उनके दिलो-दिमाग पर यह बात हावी होती है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह नेचुरल नहीं है. इलाज करते समय हमें सबसे ज्यादा ख्याल यही रखना होता है कि मरीज सकारात्मक भावना रखे.''
वह कहती हैं, ''वैसे भी गर्भावस्था के समय शारीरिक बदलावों की वजह से महिलाओं का मनोबल बढ़ाने की जरूरत होती है. ऐसे मामलों में डॉक्टर अपने स्तर पर काउंसिलिंग तो करते ही हैं. भावनात्मक जरूरतों को देखते हुए कानूनन हर आईवीएफ़ सेंटर पर काउंसलर का होना अनिवार्य है.''
भारत में भी ऐसे कई मामले सुर्खियों में रहे.
पंजाब में 2016 में 72 वर्षीय दलजिंदर कौर ने एक बच्चे को जन्म दिया.
आंध्र प्रदेश में 2019 में 74 साल की महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया
राजस्थान में 2022 में 75 साल के बुजुर्ग और 70 वर्षीय पत्नी को 54 साल बाद बच्चे का सुख मिला.
कानून बनाकर तय की गई उम्र सीमा
भारत में 2021 में एक नया कानून असिस्टेंट रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (एआरटी) अधिनियम, 2021 लागू हुआ.
डॉ. सुनीता अरोड़ा इस कानून के तहत आईवीएफ़ का सहारा लेने वाली मां की उम्र अधिकतम 50 साल और पिता की 55 साल किए जाने का पुरजोर समर्थन करती हैं.
डॉ. अरोड़ा कहती हैं, ''अधिकतम उम्र तय करने की एक वजह तो बच्चे के पालन-पोषण से जुड़ी है. मान लीजिए जब तक बच्चा 15-20 साल का होता है, तब तक माता-पिता की उम्र 70 साल से ऊपर हो जाती है तो वे उसकी देखभाल का ज़िम्मा कैसे संभालेंगे. लेकिन सबसे बड़ा कारण यह है कि 50 के बाद स्वास्थ्य के लिहाज से मां बनना आसान नहीं होता.''
वह कहती हैं, ''45 साल के ऊपर आईवीएफ़ के मामलों में हम मेडिकल हेल्थ पर बहुत ध्यान देते हैं. क्योंकि गर्भावस्था के दौरान हार्ट प्रेशर बढ़ता है और ब्लड प्रेशर भी ऊपर-नीचे होता है. कई बार महिलाएं ऐसे बदलाव झेलने की स्थिति में नहीं होती हैं.''
डॉ. पटेल भी अधिक उम्र में आईवीएफ का सहारा लेने के ख़िलाफ़ हैं. लेकिन उनका कहना है कि कुछ मामलों में साल-दो साल की छूट पर विचार करने का प्रावधान होना चाहिए.
बतौर उदाहरण वह कहती हैं, ''अगर पत्नी की उम्र 40-45 साल के बीच है लेकिन पति 56 वर्ष का हो चुका है या पत्नी 51 साल की और पति की उम्र 53 साल ही है, तो ऐसे मामलों में मेडिकल फिटनेस के आधार पर आईवीएफ़ की अनुमति देने पर विचार किया जा सकता है.''
बड़ी उम्र में माता-पिता बनने की चुनौतियां
डॉक्टरों के मुताबिक, अधिक उम्र में महिलाओं का शरीर बच्चे को जन्म देने के लिहाज से पूरी तरह फिट नहीं होता.
गर्भावस्था के दौरान हार्ट प्रेशर और बीपी बढ़ता है. कई बार महिलाएं इसे झेल पाने की स्थिति में नहीं होती हैं
उम्र अधिक होने पर शारीरिक और आर्थिक रूप से बच्चे के पालन-पोषण की जिम्मेदारी भी कम बड़ी चुनौती नहीं है.
ख़र्च भी एक अहम फैक्टर
डॉ. सुनीता अरोड़ा बताती हैं कि आईवीएफ़ के एक साइकिल पर डेढ़ से दो लाख रुपए का ख़र्च आता है. अगर महिला की उम्र 21 से 35 वर्ष के बीच है तो एक-दो साइकिल में बच्चे होने की संभावना ज्यादा होती है.
उम्र ज्यादा होने पर कई बार आईवीएफ़ के बाद ही सफलता मिलती है, ऐसे में जितने ज्यादा साइकिल उतना ही ज्यादा ख़र्च आता है.
डॉ. पटेल कहती हैं कि आईवीएफ का सहारा लेने वाली महिलाएं आर्थिक के अलावा मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्तर पर मुश्किलों का सामना करती है. लेकिन एक बार बच्चा गोद में आते ही वो सारे दुख-दर्द भूल जाती हैं. (bbc.com)
एक पाकिस्तानी महिला मंगलवार को वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत अपने मंगेतर से शादी करने पहुंची हैं.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के अनुसार, ये महिला कराची की रहने वाली है और उनके मंगेतर कोलकाता में रहते हैं.
जावेरिया ख़ानम को भारत में रहने के लिए 45 दिनों का वीज़ा मिला है.
जावेरिया की शादी अगले साल जनवरी में समीर ख़ान से होने जा रही है. जब वह अटारी बॉर्डर पर पहुंचीं तो समीर और उनके परिवार ने जावेरिया का ढोल बजाकर स्वागत किया.
मीडिया से बातचीत में जावेरिया ने बताया कि कोरोना महामारी ने करीब पांच साल तक उनकी योजनाओं पर रोक लगा दी. उनका वीज़ा दो बार रिजेक्ट हुआ.
जावेरिया ने कहा, "मुझे 45 दिनों का वीज़ा मिला है. मैं यहां आकर बहुत ख़ुश हूं. जनवरी के पहले सप्ताह में शादी विधिपूर्वक होगी."
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "मेरे लिए ये सुखद अंत और सुखद शुरुआत जैसा है. मेरे घर में सब खुश हैं. मुझे यकीन नहीं आ रहा कि पांच साल के इंतज़ार के बाद आख़िरकार मुझे वीज़ा मिल गया."
वहीं, समीर ख़ान बताते हैं कि उन्होंने अपनी मां के फ़ोन पर जावेरिया की तस्वीर देखने के बाद ही उनसे शादी करने का फ़ैसला कर लिया था.
उन्होंने कहा, "इसकी शुरुआत साल 2018 में हुई थी....मैं जर्मनी से पढ़ाई पूरी करने के बाद घर लौटा था. मैंने उनकी (जावेरिया) तस्वीर अपनी मां के फ़ोन में देखी और रुचि ज़ाहिर की. मैंने अपनी मां से कहा कि मैं जावेरिया से शादी करना चाहता हूं."
पिछले कुछ समय में प्यार में सरहद पार करने वाले ऐसे कई जोड़े चर्चा में रह चुके हैं. इसकी शुरुआत तब हुई जब सीमा हैदर नाम की पाकिस्तानी महिला नेपाल से होते हुए भारत आईं ताकि वह नोएडा में रहने वाले सचिन मीणा से शादी कर सकें. इन दोनों का रिश्ता एक बड़ी बहस की वजह बना.
दोनों फिलहाल नोएडा में ही रह रहे हैं. सीमा अपने बच्चों को भी साथ लाई हैं.
इसके बाद इसी साल जुलाई महीने में अंजू नाम की भारतीय महिला फ़ेसबुक के ज़रिए बने अपने दोस्त नसरुल्लाह से शादी करने के लिए पाकिस्तान चली गईं. हालांकि, अंजू हाल ही में वाघा बॉर्डर होते हुए भारत लौट आई हैं.
तीन नेताओं के पीछे हटने के बाद 'इंडिया' गठबंधन की बैठक टली
विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' की आज यानी छह दिसंबर को होने वाली बैठक इस महीने के आख़िर में होगी.
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के अनुसार इस गठबंधन के तीन नेताओं ने बैठक में आने में असमर्थता दिखाई थी, जिसके बाद इसकी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है.
ख़बर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीमार हैं, टीएमसी चीफ़ ममता बनर्जी ने कहा है कि वह परिवार की एक शादी में व्यस्त हैं और तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन ने भी राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बैठक में शामिल होने में असमर्थता दिखाई है.
हालांकि, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की सख्त टिप्पणियां और बैठक में शामिल न होने का फ़ैसला और इस बैठक के टलने को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. अख़बार ने लिखा है कि बैठक के टलने को गठबंधन के अन्य सदस्यों की ओर से कांग्रेस को उसके एकतरफ़ा फ़ैसले से पीछे हटाने की कवायद के तौर पर भी देखा जा सकता है.
गठबंधन के दो सदस्यों के करीबी सूत्रों के हवाले से अख़बार ने लिखा है कि कमलनाथ की अखिलेश यादव को लेकर की गई टिप्पणियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
कांग्रेस चीफ़ मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय की ओर से दी जानकारी के अनुसार इंडिया गठबंधन के संसदीय पार्टी नेताओं की समन्वय बैठक छह दिसंबर को कांग्रेस चीफ़ के आवास पर होगी और सहयोगी दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक दिसंबर के तीसरे सप्ताह में किसी ऐसी तारीख पर होगी, जो सबके लिए सुलभ हो.
राम मंदिर के उद्घाटन में बुलाए गए साधुओं के ये सामान लाने पर पाबंदी
अयोध्या में बने राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में बुलाए गए साधुओं से कहा गया है कि वे अपने साथ डंडी, छत्र और पादुका जैसे सामान न लाएं, क्योंकि सुरक्षा कारणों की वजह से ऐसा हो सकता है कि ये सामान अंदर न ले जा पाएं.
अंग्रेज़ी अख़बार द टेलीग्राफ़ की ख़बर के अनुसार देशभर से करीब 7 हज़ार लोगों को बुलाया गया है. इनमें चार हज़ार साधु-संत हैं. ये कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो जाएंगे क्योंकि उद्घाटन से पहले भी कई तरह की रीतियां पूरी करनी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 22 जनवरी को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा में जा सकते हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, "भारत के सभी बड़े मंदिरों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में आएंगे. हमने मेहमानों को ठहराने के लिए प्रबंध कर लिए हैं. उन्हें सुरक्षा कारणों से अपने साथ कोई सामान न लाने को कहा गया है. इनमें डंडी, छत्र और पादुका शामिल हैं."
उन्होंने कहा कि पूरा इलाका स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की कड़ी निगरानी में होगा.
अतीत में कई मौकों पर साधुओं ने इस तरह के सामान पर पाबंदी का विरोध किया है.
राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने उन मेहमानों से भी उद्घाटन समारोह में न आने को कहा है जिन्हें किसी तरह की बीमारी है क्योंकि कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए कम से कम एक या दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा. इसके बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के वक्त तीन से चार घंटे तक मेहमानों को बैठना भी पड़ेगा.
गहलोत के ओएसडी का दावा- सचिन पायलट के फ़ोन और गतिविधियों पर रखी जा रही थी नज़र
राजस्थान विधानसभा चुनाव में हार के बाद अशोक गहलोत के ओएसडी (ऑफ़िसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) लोकेश शर्मा ने मंगलवार को ये दावा किया है कि गहोत ने सचिन पायलट के फ़ोन टैप कराए थे.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के अनुसार, उन्होंने कहा कि 2020 में सचिन पायलट के बागी रुख अपनाने से पहले ही गहलोत उनकी हर गतिविधि पर नज़र रख रहे थे, क्योंकि उन्हें इसकी भनक पहले ही लग गई थी.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बाद से ही लोकेश शर्मा पार्टी की राज्य में हार को लेकर गहलोत की आलोचना कर रहे हैं.
हालांकि, अभी तक इन आरोपों को लेकर गहलोत या सचिन पायलट की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
लोकेश शर्मा ने कहा, "कांग्रेस नेतृत्व राजस्थान में नेता बदलकर पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे."
उन्होंने ये भी कहा कि गहलोत और पायलट के बीच की दुश्मनी ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया. शर्मा ने कहा कि अगर टिकटों का बंटवारा सही से हुआ रहता तो कांग्रेस राजस्थान में आसानी से चुनाव जीत जाती.
शर्मा ने दावा किया, "सरकार के ख़िलाफ़ कोई लहर नहीं नहीं लेकिन जनता कई विधायकों को अपने प्रतिनिधि के तौर पर नहीं देखना चाहती थी. ये रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी दे दी गई थी. ये सिर्फ़ मेरी रिपोर्ट नहीं थी बल्कि कांग्रेस का सर्वे भी था कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ." (bbc.com)
नयी दिल्ली, 6 दिसंबर संगठित अवैध निवेश और कार्य-आधारित अंशकालिक नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली 100 से अधिक वेबसाइट को केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद बंद कर दिया गया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इन वेबसाइट का संचालन विदेश में बैठे लोग कर रहे थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक इकाई ‘भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र’ (14सी) ने अपनी ‘राष्ट्रीय साइबर अपराध जोखिम विश्लेषण इकाई’ (एनसीटीएयू) के जरिए पिछले साल संगठित निवेश और कार्य आधारित अंशकालिक नौकरी (टास्क बेस्ड पार्ट टाइम जॉब) के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली 100 से अधिक वेबसाइट की पहचान की थी और उन्हें बंद किए जाने की सिफारिश की थी।
बयान में कहा गया है कि इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी कानून, 2000 के तहत अपने अधिकार का इस्तेमाल कर इन वेबसाइट्स को बंद कर दिया है।
ऐसी जानकारी मिली है कि आर्थिक अपराध से संबंधित कार्य आधारित संगठित अवैध निवेश से जुड़ी इन वेबसाइट का संचालन विदेश में बैठे लोग कर रहे थे और ये डिजिटल विज्ञापन, चैट मैसेंजर और फर्जी खातों का इस्तेमाल कर रहे थे।
बयान में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर आर्थिक धोखाधड़ी से मिली रकम का कार्ड नेटवर्क, क्रिप्टो करेंसी, विदेशी एटीएम निकासी और अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनियों के जरिए भारत से बाहर धन शोधन किया जा रहा था।
14सी देश में साइबर अपराध से समन्वित और व्यापक तरीके से निपटने के लिए गृह मंत्रालय की एक पहल है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 6 दिसंबर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बृहस्पतिवार को हैदराबाद में तेलंगाना के अगले मुख्यमंत्री अनुमूला रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है।
सोनिया गांधी से संसद परिसर में जब संवाददाताओं ने सवाल किया कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी तो उन्होंने कहा, ‘‘शायद।’’
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने विधायक दल का नेता चुने जाने के एक दिन बाद बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात की।
कांग्रेस नेतृत्व ने रेड्डी को मंगलवार को विधायक दल का नेता बनाने का फैसला ‘सर्वसम्मति से’ लिया। रेड्डी सात दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। (भाषा)
रायबरेली (उप्र), 6 दिसंबर रायबरेली जिले के आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक ने कथित रूप से अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मिर्जापुर के निवासी अरुण कुमार सिंह (45) आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में 2017 से नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात थे। वह कारखाना परिसर स्थित आवास में परिवार के साथ रहते थे। मंगलवार की रात चिकित्सक ने जब फोन नहीं उठाया तो उनके सहकर्मी आवास पर पहुंचे, जहां उन्हें अंदर से दरवाजा बंद मिला। अनहोनी की आशंका पर उन्हें पुलिस को सूचना दी।
उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर गये तो घर में चिकित्सक अरुण का शव फंदे से लटकता मिला जबकि उनकी पत्नी अर्चना (40), बेटे आरव (चार) और बेटी अरीबा (12) के शव भी वहीं पड़े हुए थे। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके से जो साक्ष्य मिले हैं उनसे लगता है कि बच्चों को नशे की दवा खिलाकर बेहोश किया गया और फिर उनके सिर पर वार किये गये।
पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में यह पता चला कि चिकित्सक अवसाद से ग्रसित था।
आसपास रह रहे लोगों के अनुसार परिवार को दो दिन पहले रविवार को देखा गया।
पुलिस ने कहा कि मामले में गहन छानबीन की जा रही है। (भाषा)
आइजोल, 6 दिसंबर जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता लालदुहोमा शुक्रवार को मिजोरम के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राज भवन के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
लालदुहोमा ने बुधवार को राज्यपाल हरी बाबू कंभमपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
सूत्रों ने कहा, ‘‘लालदुहोमा शुक्रवार को सुबह 11 बजे राज भवन में होने वाले एक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।’’
जेडपीएम सोमवार को विधानसभा चुनाव में विजयी बनकर उभरी, उसने कुल 40 सीटों में से 27 पर जीत हासिल की।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी लालदुहोमा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सुरक्षा प्रभारी के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि लालदुहोमा ने नवनिर्वाचित सदस्यों एवं अन्य नेताओं के साथ मंगलवार शाम को बैठक की और मंत्रिपरिषद के गठन एवं विभागों के बंटवारे पर चर्चा की।
जेडपीएम ने राज्य विधानसभा चुनावों में निवर्तमान सत्तारूढ़ दल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को शिकस्त दी, जिसे केवल 10 सीटें मिलीं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सिर्फ दो सीटें और कांग्रेस एक सीट जीत पायी।
मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सात नवंबर को हुआ था, जहां 8.57 लाख से अधिक मतदाताओं में से 82 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। (भाषा)
श्रीनगर, 6 दिसंबर । जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बुधवार को माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ इस मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार तड़के श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है।
गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 2.2 डिग्री और पहलगाम में माइनस 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "जम्मू में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री, कटरा में 8.4 डिग्री, बटोटे में 3.6 डिग्री, भद्रवाह में 1.4 डिग्री और बनिहाल में 0.8 डिग्री सेल्सियस रहा।"
कड़ाके की ठंड की 40 दिनों की लंबी अवधि जिसे 'चिल्लई कलां' के नाम से जाना जाता है, हर साल 21 दिसंबर को शुरू होती है और 30 जनवरी को समाप्त होती है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 6 दिसंबर । सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार सुबह 'बहुत खराब' श्रेणी में आ गई। शहर का समग्र एक्यूआई 301 तक पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार में पीएम 2.5 का स्तर 358 और पीएम 10 का 279 के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज हुआ, जबकि कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 70 और एनओ2 का स्तर 85 था। दोनों 'संतोषजनक' श्रेणी में थे।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा' माना जाता है, 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
बवाना में पीएम 2.5 का स्तर 350 पर बहुत खराब श्रेणी और पीएम 10 का 229 (खराब) दर्ज किया गया, जबकि सीओ 64 (संतोषजनक) तक पहुंच गया।
आया नगर में, बुधवार सुबह पीएम 2.5 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत 332 पर पहुंच गया, जबकि पीएम 10 'मध्यम' श्रेणी के तहत 189 पर था। मौसम केंद्र पर 'संतोषजनक' श्रेणी के तहत सीओ 68 दर्ज किया गया।
द्वारका सेक्टर-8 में पीएम 10 का स्तर 361 और पीएम 2.5 का 326 दर्ज किया गया। दोनों बहुत खराब श्रेणी में हैं। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 पर हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में थी, जिसमें पीएम 2.5 का स्तर 317 और पीएम 10 का 163 मध्यम श्रेणी में था, जबकि सीओ 64 पर पहुंच कर 'संतोषजनक' श्रेणी में था।
ओखला फेज-2 में पीएम 2.5 का स्तर 342 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में है, जबकि पीएम 10 का 226 तक पहुंच गया, जो 'खराब' श्रेणी में है। एनओ2 102 पर और सीओ 102 पर दर्ज किया गया। दोनों मध्यम स्तर पर थे।
सिरीफोर्ट में, पीएम 2.5 सांद्रता के साथ एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत 352 पर था, जबकि पीएम 10 'खराब' श्रेणी में 258 दर्ज किया गया। एनओ2 मध्यम श्रेणी में 125 पर और सीओ 52 पर, संतोषजनक स्तर पर था। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति एवं राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित सांसदों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने संसद भवन परिसर में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
संविधान के शिल्पकार कहे जाने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस ( पुण्यतिथि ) पर बुधवार को संसद भवन परिसर में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मू, उपराष्ट्रपति धनखड़, प्रधानमंत्री मोदी और लोक सभा अध्यक्ष बिरला के अलावा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और वर्तमान एवं पूर्व सांसदों ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर । मेटा ने इंस्टाग्राम और फेसबुक मैसेंजर के बीच क्रॉस-ऐप कम्युनिकेशन चैट बंद करने की घोषणा की है।
कंपनी ने इस कदम के पीछे का कोई कारण नहीं बताया लेकिन यह यूरोप के डिजिटल मार्केट एक्ट (डीएमए) से संबंधित हो सकता है, जिसके लिए बिग टेक कंपनियों को मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के बीच इंटरऑपरेबिलिटी की पेशकश करने की आवश्यकता होती है।
दिसंबर 2023 के मध्य से, यूजर्स अब इंस्टाग्राम पर फेसबुक अकाउंट से चैट नहीं कर पाएंगे।
कंपनी ने एक अपडेट में कहा, "एक बार क्रॉस-ऐप कम्युनिकेशन उपलब्ध नहीं होने पर, आप इंस्टाग्राम से फेसबुक अकाउंट के साथ नई कन्वर्सेशन या कॉल शुरू नहीं कर पाएंगे।"
मेटा ने कहा, "इंस्टाग्राम पर आपके द्वारा फेसबुक अकाउंट के साथ की गई कोई भी मौजूदा चैट केवल पढ़ी जा सकेंगी, भले ही इन फेसबुक अकाउंट्स को चैट से हटा दिया जाए।"
इसका मतलब है कि आप और इंस्टाग्राम अकाउंट वाले अन्य लोग इन चैट में नए मैसेज नहीं भेज सकेंगे।
फेसबुक अकाउंट आपके एक्टिविटी स्टेटस या आपने कोई मैसेज देखा है या नहीं, यह नहीं देख पाएंगे।
कंपनी ने बताया, ''फेसबुक अकाउंट्स के साथ आपकी कोई भी मौजूदा चैट फेसबुक या मैसेंजर पर आपके इनबॉक्स में नहीं जाएगी। फेसबुक अकांउट्स के साथ बातचीत जारी रखने के लिए, आप अपने फेसबुक अकाउंट से मैसेंजर या फेसबुक पर उनके साथ एक नई चैट शुरू कर सकते हैं।''
यह संभव है कि मैसेंजर के भीतर डीएमए-कंप्लायंस इंटरऑपरेबिलिटी के लिए बेहतर तैयारी के लिए मेटा इस सर्विस क्रॉस-ऐप चैटिंग फीचर को डिस्कनेक्ट कर रहा है। (आईएएनएस)।
बेतिया, 6 दिसंबर । बिहार के पश्चिम चंपारण के योगपट्टी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने सत्तारूढ़ जदयू के नेता के घर में घुसकर गोली मार दी। इस घटना में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, जदयू नेता मनोज कुशवाहा लक्ष्मीपुर गांव स्थित अपने आवास पर थे, तभी अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी।
घायल जदयू नेता मनोज कुशवाहा को गंभीर स्थिति में अस्पताल भेज दिया गया।
मनोज कुशवाहा वाल्मीकिनगर से जदयू सांसद सुनील कुमार के स्थानीय प्रतिनिधि भी हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है एवं एक देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, एक खोखा, दो मोटरसाइकिल तथा तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
अधिकारी ने घटना के कारण के विषय में बताया कि जख्मी मनोज कुशवाहा का घटना में शामिल गिरफ्तार आरोपी अंकित सिंह से पूर्व से व्यक्तिगत दुश्मनी थी, जिसके द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया।
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। (आईएएनएस)।
मनीला, 6 दिसंबर । जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने कहा कि बुधवार को फिलीपींस के मिंडानाओ द्वीप में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, द्वीप पर आए भूकंप का केंद्र 8.67 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 126.69 डिग्री पूर्वी देशांतर था।
इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।
अभी तक इससे जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है। (आईएएनएस)।