सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 22 नवम्बर। सीतापुर ब्लॉक में शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत बनाने और विद्यार्थियों के सीखने के अनुभव को समृद्ध करने के उद्देश्य से प्रधान पाठक सेमिनार का सफल आयोजन कमलापुरी भवन, सीतापुर में किया गया। यह कार्यक्रम शिक्षा विभाग, सीतापुर एवं अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार झा, जिला मिशन समन्वयक सर्वजीत पाठक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी इंदु तिर्की, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी अनिल मिश्रा, विकासखंड स्रोत समन्वयक रमेश सिंह, संकुल प्राचार्य, संकुल समन्वयक तथा प्राथमिक विद्यालयों के सभी प्रधान पाठकों ने सहभागिता की।
सेमिनार में ब्लॉक के 13 चयनित प्रधान पाठकों ने अपने विद्यालयों में किए जा रहे नवाचारी शैक्षिक कार्यों और प्रभावी प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत किया। इन प्रोजेक्ट्स में—पुस्तकालय निर्माण एवं उपयोग, प्रिंट-रिच वातावरण का निर्माण, सुबह की प्रार्थना सभा में नवाचार, रचनात्मक लेखन, तथा बाल-केंद्रित गतिविधियाँ जैसी महत्वपूर्ण शैक्षिक पहलें प्रमुख रहीं। इन पहलों पर आधारित लेखों को संकलित कर जिला स्तर पर प्रकाशित पुस्तक ‘प्रधान पाठकों की पहल: सीखने की ओर नए कदम’ में शामिल किया गया, जिसका विमोचन आज अधिकारियों द्वारा किया गया।
सेमिनार का मुख्य उद्देश्य इन नवाचारी प्रोजेक्ट्स को साझा कर अन्य विद्यालयों को प्रेरित करना तथा बच्चों के सीखने के वातावरण को और सशक्त बनाना था। प्रधान पाठकों ने अपने विद्यालयों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रोजेक्ट का चयन कर टीम के साथ मिलकर प्रभावी ढंग से कार्य किया।
बच्चों की मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति में सुधार, सीखने के स्तर में वृद्धि और विद्यालय के वातावरण में उल्लेखनीय परिवर्तन दर्ज किए गए। विद्यालय अधिक जीवंत, सक्रिय और सीखने-केंद्रित बने हैं।सीतापुर ब्लॉक के अनेक विद्यार्थी चुनौतीपूर्ण सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों से आते हैं, ऐसे में विद्यालय ही उनके सीखने और विकास का मुख्य आधार बनता है।
इसे ध्यान में रखते हुए प्रधान पाठकों ने बच्चों के लिए ऐसा वातावरण तैयार किया जिसमें वे आत्मविश्वास के साथ सीख सकें, समझ सकें और अपनी अभिव्यक्ति को विकसित कर सकें।अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से ज्ञान विकास, यजत, राकेश और नेहा ने प्रोजेक्ट कार्य में प्रधान पाठकों को सतत सहयोग प्रदान किया। सेमिनार के सफल आयोजन में फाउंडेशन की पूरी टीम की अहम भूमिका रही।


